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    Delhi Blast: तीन और डॉक्टरों की आतंकी उमर के साथ मिली चैट, अल-फलाह से जुड़े तार; NIA ने नूंह से उठाया

    Updated: Sat, 15 Nov 2025 09:02 AM (IST)

    दिल्ली के लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए धमाके की जांच में नूंह से तीन डॉक्टरों को हिरासत में लिया गया है। इन डॉक्टरों का संबंध अल फलाह यूनिवर्सिटी से बताया जा रहा है और उन पर आतंकी घटना में शामिल लोगों से संपर्क रखने का संदेह है। पुलिस ने गुरुग्राम से दो खाद-बीज भंडार संचालकों को भी हिरासत में लिया है, क्योंकि उनकी दुकानों से रसायन खरीदे गए थे।

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    जागरण संवाददाता, नूंह। दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए आतंकी धमाके की जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है। अब जिले के तीन डाॅक्टरों को NIA की ओर से हिरासत में लिए जाने की बात सामने आ रही है।

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    पुलिस सूत्रों के अनुसार डाॅ. मुस्तकीम, डाॅ. रिहान और डाॅ. मोहम्मद के आतंकी घटना को अंजाम देने वाले डाॅ. उमर और डाॅ. मुजम्मिल के साथ संपर्क में थे, इसलिए इन्हें पूछताछ के लिए NIA अपने साथ ले गई है। आधी रात को हिरासत मेें लिए गए तीनों डाॅक्टरों का संबंध अल फलाह यूनिवर्सिटी से है।

    दो डॉक्टर कर रहे इंटर्नशिप, एक की है प्राइवेट प्रैक्टिस

    इनमें जिले के सुन्हेड़ा गांव के रहने वाले डाॅ. मुस्तकीम ने इसी माह यूनिवर्सिटी से एक साल की इंटर्नशिप पूरी की है। उन्होंने चीन से एमबीबीएस की है। पुलिस सूत्रों के अनुसार डाॅ. मुस्तकीम की अल फलाह के डाॅ. उमर मोहम्मद से बात होती थी, जिसकी कुछ चैट भी जांच एजेंसी के हाथ लगी है।

    हिरासत में लिए गए डाॅ. मोहम्मद नूंह के बास क्षेत्र के रहने वाले हैं। डाॅ. मोहम्मद अल फलाह में इंटर्नशिप कर रहे हैं। तीसरे डाॅक्टर नूंह के वार्ड नंबर तीन के रहने वाले डाॅ. रिहान बताए गए हैं। डाॅ. रिहान ने अल फलाह यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस की थी और फिलहाल वह जिले के तावड़ू की एक निजी अस्पताल में प्रैक्टिस कर रहे हैं।

    तीनों धमाका करने वाले आतंकी डॉ. उमर के संपर्क में थे

    सूत्रों के अनुसार एनआइए को यह इनपुट मिला था कि यह डाॅक्टर दिल्ली आतंकी घटना को अंजाम देते हुए खुद भी मारे गए सफेदपोश आतंकी डाॅ. उमर और अमोनियम नाइट्रेट का भंडार करने वाले डाॅ. मुजम्मिल जिन्हें जम्मू-कश्मीर पुलिस ने गिरफ्तार किया था। उनके साथ संपर्क में थे।

    डाॅ. मोहम्मद के पिता लियाकत और डाॅ. रिहान के पिता हयात ने कहा कि पूरा परिवार चिंतित है और स्वजन दिल्ली गए हैं। दोनों ने अपने डाॅक्टर पुत्रों का किसी भी प्रकार से इस आतंकी वारदात में किसी भी प्रकार के संलिप्त होने से इनकार किया है।

    फर्टिलाइजर दुकानदारों पर पुलिस ने कसा शिकंजा

    उधर, पुलिस ने गुरुग्राम के सोहना क्षेत्र से दो खाद-बीज भंडार संचालकों को हिरासत में लिया है। पुलिस सूत्रों के अनुसार छानबीन के दौरान यह सामने आया कि सोहना अनाज मंडी स्थित लक्ष्मी बीज भंडार तथा मदान बीज एवं उर्वरक भंडार से भी रसायन खरीदे गए थे।

    इस आधार पर पुलिस ने दुकानदार कृष्ण मदान एवं संस्कार को हिरासत में लिया है। फिलहाल दोनों दुकानों को सील कर दिया गया है। जब तक जांच पूरी नहीं हाेती है तब तक दुकानें नहीं खोलने के निर्देश दिए गए हैं।

    केमिकल खरीदने के लिए आतंकियों ने की थी ऑनलाइन पेमेंट 

    सूत्र बताते हैं कि छानबीन में यह सामने आया है कि दोनों दुकानों में रसायन खरीदने की ऑनलाइन पेमेंट की गई थी। ऑनलाइन पेमेंट भी जम्मू कश्मीर के किसी व्यक्ति ने की थी। इस बारे में स्थानीय पुलिस से लेकर साेहना के अन्य दुकानदार भी कुछ बोलने को तैयार नहीं हैं।

    दुकानदारों से पूछताछ के साथ-साथ उनके लैपटाॅप एवं मोबाइल फोन की भी छानबीन की जा रही है। दुकानों व आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों से पता करने का प्रयास किया जा रहा है कि आरोपित कब-कब रसायन खरीदने के लिए पहुंचे थे। पूछताछ से यह सामने आएगा कि कितनी मात्रा में रसायन बेचे गए।

    यह बता दें कि आतंकी हमले के बाद से दिल्ली-एनसीआर के खाद-बीज भंडार संचालकों पर सुरक्षा एजेंसियों की नजर है। आरोपियों ने रसायन की खरीदारी कहीं बाहर से नहीं बल्कि आसपास के इलाकों से ही की थी। वह कई महीनों से खरीदारी कर रसायन इकट्ठा कर रहे थे। नूंह के पिनगवां से भी बृहस्पतिवार को एक खाद विक्रेता दिनेश कुमार को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया था।

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