फरीदाबाद पर आज शाम तक मेहरबान हो सकती है यमुना नदी, घटते जलस्तर को देख लोगों ने ली राहत की सांस
फरीदाबाद में यमुना का जलस्तर घट रहा है वर्तमान में 213000 क्यूसेक पानी बह रहा है। बसंतपुर में अभी भी कई घर डूबे हैं पर शनिवार शाम तक जलस्तर कम होने की उम्मीद है। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग बाढ़ग्रस्त गांवों पर नजर रख रहे हैं। दिल्ली-एनसीआर में यमुना का जलस्तर खतरे के निशान के करीब है प्रशासन स्थिति पर नजर बनाए हुए है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। यमुना नदी का जलस्तर अब फरीदाबाद में लगातार घट रहा है। फिलहाल, यमुना नदी में 2,13,000 क्यूसेक पानी बह रहा है। हालांकि, बसंतपुर में सैकड़ों घर अभी भी पानी में डूबे हुए हैं और तटवर्ती गांवों के खेतों में पानी है। उम्मीद जताई जा रही है कि शनिवार शाम तक जलस्तर काफी कम हो जाएगा जिससे लोगों को राहत मिल सकेगी। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग की टीम लगातार बाढ़ ग्रस्त गांव की निगरानी कर रही हैं।
जलधारा खतरे के स्तर के करीब
उधर, यमुना नदी का जलस्तर खतरे के निशान के करीब पहुंचने से दिल्ली-एनसीआर में बाढ़ की चिंता बढ़ गई है। शनिवार सुबह 7 बजे ताजेवाला में 52,927 क्यूसेक का डिस्चार्ज दर्ज किया गया जबकि ओखला बैराज में 2,13,718 क्यूसेक डिस्चार्ज के साथ अपस्ट्रीम और डाउनस्ट्रीम गेज क्रमशः 200.30 मीटर और 200.25 मीटर पर थे, जो 200.60 मीटर के खतरे के स्तर के करीब है।
प्रशासन की हर स्थिति पर नजर
ओखला में उच्चतम बाढ़ स्तर 202.17 मीटर था, जबकि 15 जुलाई 2023 को 372,225 क्यूसेक डिस्चार्ज दर्ज हुआ। गाजियाबाद के हिंडन बैराज में 6,189 क्यूसेक डिस्चार्ज के साथ गेज 199.95 मीटर पर था, जो 205.08 मीटर के खतरे के स्तर से नीचे है। सुबह 6 बजे कोई बारिश नहीं हुई। प्रशासन स्थिति पर नजर रखे हुए है।
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