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    आतंकी ने पूछताछ में हैंडलर को लेकर किया बड़ा खुलासा, अब्दुल रहमान की रिमांड खत्म; भेजा जेल

    Updated: Thu, 13 Mar 2025 06:13 PM (IST)

    फरीदाबाद के पाली गांव से पकड़े गए आतंकवादी अब्दुल रहमान का 10 दिन का रिमांड पूरा हो गया है। उसे अदालत में पेश करके नीमका जेल भेज दिया गया है। रिमांड के दौरान अब्दुल ने एसटीएफ को बताया कि हैंड ग्रेनेड के साथ उसके हैंडलर ने रुपये भी जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दिए थे। पहली बार हैंडलर का नाम अबू सूफियान सामने आया है।

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    आतंकी को अदालत में किया पेश, भेजा नीमका जेल। फाइल फोटो

    दीपक पांडेय, फरीदाबाद। शहर के पाली गांव से पकड़े गए आतंकवादी अब्दुल रहमान का बृहस्पतिवार को 10 दिन का रिमांड पूरा हो गया। अब्दुल रहमान को अदालत में पेश करके नीमका जेल भेज दिया गया। रिमांड के दौरान अब्दुल ने एसटीएफ को बताया कि हैंड ग्रेनेड के साथ उसके हैंडलर ने रुपये भी जमीन में गड्ढा खोदकर दबा दिए थे जो बाद में उसने खोदकर निकाले।

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    पहली बार हैंडलर का नाम अबू सूफियान सामने आया है। लेकिन आतंकी अब्दुल रहमान ने उसे देखा नहीं है और न ही उसके पते के बारे में कुछ जानकारी है। आतंकी के तार विदेश में बैठे आतंकवादी संगठन से जुड़े हैं।

    एसटीएफ अब अबू सूफियान के बारे में पता लगाने में जुटी है। क्योंकि हैंडलर के हाथ में आने के बाद ही आगे की चेन पकड़ में आएगी। अब इस मामले की अगली सुनवाई 23 मार्च को होगी।

    दो मार्च को पाली गांव के खेत में बने कोठरे में गुजरात और हरियाणा एसटीएफ की संयुक्त कार्रवाई में आतंकी अब्दुल रहमान को पकड़ा गया था। अब्दुल रहमान को 1.05 लाख रुपये देकर राम मंदिर टारगेट करने का आदेश मिला था।

    अब्दुल के बैग से एसटीएफ ने यह किया बरामद

    अब्दुल के बैग से एसटीएफ को अयोध्या से दिल्ली कैंट का टिकट और अलग-अलग सिम के दो फोन, आधार कार्ड बरामद किए गए हैं। इन दोनों फोन का डाटा खंगाला जा रहा है। फोन में मिले डाटा के आधार पर आगे की जांच की जाएगी। इस मामले में यूपी एसटीएफ और गुजरात एसटीएफ भी जांच में लगी हुई है।

    रिमांड के दौरान पाली और मरकज लेकर गई पुलिस

    हरियाणा एसटीएफ 10 दिन की रिमांड के दौरान अब्दुल को दो बार पाली और निजामुद्विन मरकज में लेकर गए। एसटीएफ को संदेह था कि यहां पर भी अब्दुल का कोई नेटवर्क निकल सकता है। क्योंकि इस्लाम के प्रचार के लिए निकले लोग मरकज में एकत्र होते हैं।

    इसके बाद वहां से लोगों को अलग-अलग जिम्मेदारी सौंपी जाती है। इसके साथ ही पाली के जिस कोठरे से रहमान को गिरफ्तार किया गया था। वहां पर भी एसटीएफ रहमान को लेकर गई। उस जगह की वीडियोग्राफी भी कराई गई थी।

    यह भी पढ़ें: आतंकी अब्दुल रहमान ने रिमांड पर खोले बड़े राज, टारगेट था अयोध्या मंदिर; एडवांस में मिले थे 1.05 लाख

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