Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बदलते मौसम में बरतें खास सावधानियां, वरना बिगड़ सकती है आपकी तबीयत; पढ़ें डॉक्टरों ने क्या दी सलाह

    Updated: Mon, 03 Feb 2025 04:24 PM (IST)

    इन दिनों मौसम में खासा बदलाव देखने को मिल रहा है। इस कारण लोगों में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं भी देखने को मिल रही है। अस्पतालों में निमोनिया गला संक्रमण सांस और हृदय संबंधी मरीजों की संख्या बढ़ रही है। बच्चे और बुजुर्गों में यह परेशानी ज्यादा है। जानिए मौसम बदलने से होने वाली बीमारियों से बचने के क्या हैं उपाय और डॉक्टर्स की सलाह।

    Hero Image
    बदलते मौसम में सेहत का रखें ख्याल, जानिए डॉक्टर्स की सलाह।

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। इन दिनों मौसम बदलता नजर आ रहा है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि दिन भर धूप निकलने और सुबह-शाम की हल्की ठंड के दौरान खानपान और पहनावे में लापरवाही बरतने से स्वास्थ्य पर असर पड़ सकता है। बदलते मौसम में स्वास्थ्य पर ध्यान नहीं दिया गया तो परेशानी बढ़ सकती है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विशेषज्ञ बुजुर्गों तथा बच्चों की सेहत के मामले में सावधानी बरतने की सलाह देते हैं। निजी व सरकारी अस्पतालों में आने वाले मरीजों की बात करें तो अभी इन दिनों निमोनिया, त्वचा व गला संक्रमण, हृदय तथा सांस के रोगियों के मामले अधिक आ रहे हैं।

    जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल की ओेपीडी में प्रतिदिन अलग-अलग बीमारियों के आने वाले 2300 से अधिक मरीजों में बड़ी संख्या में बच्चे भी हैं। ऐसे ही ईएसआइ अस्पताल की ओेपीडी में प्रतिदिन विभिन्न बीमारियों के लगभग पांच हजार मरीज आ रहे हैं।

    नहीं घटी अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों की संख्या

    मरीजों की संख्या सामने आ रही समस्याएं
    5000 ईएसआई अस्पताल, एनआइटी तीन
    2500 बुखार, सांस, हृदय, त्वचा, गला व नेत्र संक्रमण
    2300 जिला नागरिक अस्पताल में विभिन्न बीमारियों के आने वाले मरीज
    1250 हृदय, बुखार, खांसी, जुकाम, निमोनिया , त्वचा व नेत्र संक्रमण तथा सांस के रोगी

    बच्चों की सेहत पर दें ध्यान

    • ठंड में गर्म खाना और गुनगुना पानी पीना लाभदायक होता है।
    • ठंडी चीजें जैसे आइसक्रीम तथा कोल्ड ड्रिंक से परहेज करना ही बेहतर है।
    • इस मौसम में पानी की कमी से बच्चों को बीमारियां हो सकती हैं, इसलिए तरल पदार्थ जैसे दूध, सूप और पानी अधिक मात्रा में दें।
    • शिशु के संपूर्ण विकास के लिए आहार का विशेष ध्यान रखना चाहिए।

    रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होेने के कारण बच्चे जल्दी बीमार होते हैं। उनकी पसली चलने लगती है। अभी बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं। ठंडी चीजें न दें। इस बात का ख्याल रखें कि बाहरी चीजें नुकसान पहुंचाती हैं। - डॉ. रमेश अग्रवाल, चिकित्सा निदेशक तथा बाल रोग विशेषज्ञ, डॉ. सूरज प्रकाश आरोग्य केंद्र।

    पुराने हृदय और सांस के रोगियों को अधिक सावधानी बरतने की जरूरत है। सर्दी में बाहर जाते समय गर्म कपड़े पहनें। सूर्य निकलने के बाद ही घर से बाहर निकलें। जो मधुमेह और रक्तचाप से पीड़ित हैं। ऐसे लोगों को हृदय संबंधी परेशानी बढ़ने की अधिक आशंका रहती है। ऐसे में समय पर दवा लेते रहे औंर विशेषज्ञ के संपर्क में रहें। - डॉ. शैलेश जैन, वरिष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ।

    हर आयु वर्ग के लोगो के लिए यह मौसम संवेदनशील है। बहुत से लोग धूप निकलते ही गर्म कपड़े पहनना छोड़ देते हैं। खानपान पर भी ध्यान नहीं देते। ऐसे में खांसी, जुकाम और संक्रमण बढ़ जाता है। इस कारण अभी अस्पताल में आने वाले मरीजों की संख्या कम नहीं हुई है। बेहतर होगा कि हम स्वयं जागरूक रहें। जरा सी तकलीफ हो तो अपनी मर्जी से दवा न लें। डाक्टर की सलाह से ही दवा लेना ठीक है। - डॉ. विकास गोयल, कार्यकारी प्रधान चिकित्सा अधिकारी, जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल।

    यह भी पढ़ेंः Surajkund Mela Ticket: पार्किंग चार्ज से लेकर कितनी होगी मेले की टिकट? इन्हें मिलेगी 50 फीसदी छूट