Faridabad News: फरीदाबाद के बीके अस्पताल में अब नहीं लगेगी मरीजों की लंबी लाइन, होगा खास इंतजाम
फरीदाबाद के जिला नागरिक अस्पताल में मरीजों को अब लंबी लाइनों में इंतजार नहीं करना पड़ेगा। अस्पताल में टोकन सिस्टम शुरू किया जा रहा है जिससे मरीजों को ओपीडी पंजीकरण के दौरान ही एक टोकन नंबर दिया जाएगा। उस नंबर के एलईडी डिस्प्ले बोर्ड पर आने के बाद ही मरीज डॉक्टर के कमरे में जा सकेंगे। यह व्यवस्था मरीजों को सुविधा प्रदान करेगी और अस्पताल में भीड़भाड़ को कम करेगी।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में इलाज को आने वाले मरीजों को अब लंबी लाइनों में देर तक खड़े होकर डाक्टर से मिलने के लिए अपनी बारी का इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मरीजों को ओपीडी की लाइन में लगने की जरूरत नहीं होगी।
स्वास्थ्य विभाग की ओर से अस्पताल में टोकन सिस्टम शुरू किया जाएगा। मरीज को ओपीडी पंजीकरण के दौरान ही एक टोकन नंबर दिया जाएगा। उस नंबर के एलईडी डिस्प्ले बोर्ड पर आने के बाद ही मरीज डाक्टर के कमरे में प्रवेश कर सकेगा।
आपातकालीन विभाग में 24 घंटे में आते हैं करीब 200 मरीज
मरीज व स्वजन अपनी बारी के इंतजार के लिए ओपीडी में रखी कुर्सियों और बैंच पर बैठ सकते हैं। अस्पताल की ओपीडी में इन दिनों प्रतिदिन 2300 से 2500 मरीज आते हैं। आपातकालीन विभाग में 24 घंटे में लगभग 200 मरीज आते हैं।
मरीजों के साथ बड़ी संख्या में स्वजन भी आते हैं। ऐसे में कई बार अस्पताल परिसर में काेने-काने में वाहन खड़े नजर आते हैं। इस स्थिति में सुधार के लिए अस्पताल प्रबंधन की ओर से प्रवेश द्वार पर बैरिकेडिंग की गई है। प्रवेश द्वार पर एक कर्मचारी की ड्यूटी लगाई गई है। दुर्घटना के घायलों, गर्भवती और गंभीर अवस्था में आने वाले मरीजों के एंबुलेंस को ही प्रवेश करने दिया जा रहा है।
घुटन भरे माहौल से मिलेगी राहत
अस्पताल प्रबंधन ने ओपीडी के घुटन भरे माहाैल से राहत देने की कवायद शुरू कर दी है। इसके चलते प्रबंधन से लोक निर्माण विभाग से सुझाव मांगे हैं। अस्पताल की प्रधान चिकित्सा अधिकारी डॉ. सतिंद्र वशिष्ठ ने बताया कि कई बार जब मरीज अधिक हो जाते हैं तो दिक्कत हो जाती है।
गर्मी से राहत देने के ओपीडी परिसर में एयर वेंटिलेशन पर ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए ओपीडी परिसर में शौचालय के नजदीक एक और प्रवेश द्वार बनाने का विचार है। ओपीडी में एसी भी बढ़ाए जा सकते हैं।
हमने अस्पताल में टोकन सिस्टम लागू करने का फैसला लिया है। ओपीडी पंजीकरण के समय ही ही मरीजों को एक टोकन नंबर दिया जाएगा। उस टोकन नंबर के बिना मरीज डाक्टर के कक्ष में प्रवेश नहीं कर सकेगा। इससे व्यवस्था में सुधार होगा।
डॉ. जयंत आहूजा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।
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