Faridabad News: बढ़ेगी हरियाली, पार्कों में लगेंगे मिनी एसटीपी; अमेरिकी तकनीक का होगा इस्तेमाल
फरीदाबाद के पार्कों में जल संरक्षण के लिए अमेरिकन कोको तकनीक पर आधारित मिनी एसटीपी लगाए जाएंगे। इससे सीवरेज के पानी को ट्रीट करके पार्क के पौधों की सिंचाई में इस्तेमाल किया जा सकेगा। पहले चरण में पांच पार्कों की पहचान की गई है। इस तकनीक की खासियत है कि इससे ट्रीटेड पानी में दुर्गंध नहीं आती। पानी को ट्रीट कर पार्क में लगे पौधों के लिए इस्तेमाल किया जाएगा।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। सीवर का गंदा पानी ओवरफ्लो होकर सड़कों पर न बहे। इसके लिए निगम नई सीवरेज लाइन बिछाने के साथ-साथ पार्कों में मिनी एसटीपी लगाने जा रहा है। ताकि सीवरेज के पानी को ट्रीट कर पार्क में ही लगे पौधों के लिए इस्तेमाल किया जा सके।
पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर निगम ने सेक्टर 15 के पार्क में मिनी एसटीपी लगाया था। अब अन्य पार्कों में भी एसटीपी लगाने की तैयारी की जा रही है। निगम के मुताबिक पहले चरण में पांच पार्कों की पहचान की जाएगी। ये एसटीपी अमेरिकन कोको तकनीक पर लगाए जाएंगे। इस तकनीक की खासियत यह है कि इससे ट्रीटेड पानी में दुर्गंध नहीं आती।
निगम की इंजीनियरिंग शाखा के अनुसार, एक पार्क में प्रतिदिन एक हजार लीटर पानी बचाया जा सकता है। अभी तक निगम पार्क में लगे पौधों की सिंचाई टैंकरों की मदद से करता था।
इसके अलावा ट्यूबवेल के पानी से पौधों की सिंचाई की जाती है। एसटीपी के रखरखाव का खर्च निजी एजेंसी को दिया जाएगा। निगम के अनुसार कोको तकनीक से मिनी एसटीपी लगाने पर 30 लाख रुपये का खर्च आएगा।
अभी पानी नहीं मिलने से सूख जाते है पौधे
नगर निगम हर बरसात में पार्कों और ग्रीन बेल्ट में पौधे लगाता है। बरसात के मौसम में तो उन्हें भरपूर पानी मिलता है, लेकिन उसके बाद पानी की कमी के कारण पौधे सूख जाते हैं। आरडब्ल्यूए भी इनका ठीक से रखरखाव नहीं करती। एसीपी से न सिर्फ पौधों को जीवन मिलेगा, बल्कि सीवर ओवरफ्लो की स्थिति भी कम होगी।
पायलट प्रोजेक्ट के तहत सेक्टर-15 के पार्क में मिनी एसटीपी लगाया गया है। अब अन्य पार्कों में भी इसे लगाने की योजना है। जल्द ही काम शुरू कर दिया जाएगा।
- सुशील ठाकरान, कार्यकारी अभियंता, नगर निगम
यह भी पढ़ें: Faridabad Crime: थाने के सामने चोरी के बाद हरकत में पुलिस, अब ऐसे अपराधियों पर कसेगा शिकंजा

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।