'टॉयलेट में भी फोन साथ ले जाओ', छह दिनों तक 24 घंटे वीडियो कॉल; इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट कर साढ़े तीन लाख ठगे
Faridabad News फरीदाबाद में एक मैकेनिकल इंजीनियर को डिजिटल अरेस्ट के नाम पर ठगों ने 3.46 लाख रुपये की चपत लगाई। छह दिनों तक उसे अपने घर के कमरे में कैद रखा गया और वीडियो कॉल पर लगातार उसकी निगरानी की गई। ठगों ने उसके बैंक खाते की जानकारी हासिल कर उससे पैसे निकाल लिए। पीड़ित ने साइबर थाने में शिकायत दर्ज कराई है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। digital arrest: मैकेनिकल इंजीनियर को छह दिन तक डिजिटल अरेस्ट कर ठगों ने 3.46 लाख की ठगी कर ली। पीड़ित आरोपितों की धमकी की वजह से अपने घर के कमरे में अकले बंद रहे थे। दिन-रात मोबाइल फोन से वीडियो कैमरा आन रहता था।
हर गतिविधि की जानकारी ठगों को रहती थी। छह दिन बाद शक होने पर डिजिटल अरेस्ट खत्म हुआ तो पुलिस को शिकायत देकर मामला दर्ज कराया। साइबर थाना एनआईटी में सेक्टर-55 की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी में रहने वाले मोहित ने दी शिकायत में बताया कि वह बल्लभगढ़-तिगांव रोड स्थित एक फैक्ट्री में मैकेनिकल इंजीनियर हैं।
'दिल्ली एयरपोर्ट पर पकड़ा गया है पार्सल'
छह दिसंबर 2024 की सुबह वह फैक्ट्री में थे। तभी एक अनजान नंबर से कॉल आई। कॉल करने वाले ने अपने आपको डीएचएल एक्सप्रेस दिल्ली से बताया। कहा कि उनके नाम से एक पार्सल दिल्ली एयरपोर्ट (Delhi Airport) पर पकड़ा गया है। इसमें ड्रग्स, कुछ पासपोर्ट, लेपटॉप, पांच हजार डॉलर, बैंक के दस्तावेज सहित अन्य सामान है।
यह सुनकर उसने ऐसे किसी पार्सल को भेजने से मना कर दिया। तभी उस शख्स ने बताया कि इस पार्सल में आपके आधार कार्ड का प्रयोग किया गया है। इसके बाद उसने यह कॉल साइबर सेल को ट्रांसफर कर दी। इस मुद्दे को गंभीर बताते हुए उन्होंने उन्हें अदालत में गवाही देने को कहा गया।
आरोपित ने उन्हें वीडियो कॉन्फ्रेंस पर ले लिया। इसमें दिल्ली पुलिस का लोगों दिखाई दे रहा था। तथाकथित पुलिसकर्मी ने उन पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया और उनकी बैंक स्टेटमेंट सहित अन्य जानकारी मांगी। इसके लिए उसे तुरंत घर पहुंचकर कमरे में अकेले रहने को कहा गया।
घर से फैक्ट्री का काम करने की दी गई सलाह
इस दौरान वीडियो कॉल चालू रहा। आरोपितों की बात सुनकर वह डर गए थे। इसलिए जैसा कहा गया, वैसा किया और अपने घर पहुंचे। घर में उनके माता-पिता व बहन थी। उसने अपने स्वजन को बताया कि अब कुछ दिन अपने कमरे से ही फैक्ट्री का काम-काज करेंगे।
इस दौरान वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग भी होगी, इसलिए उसके कमरे में कोई न आए। वह दिन-रात मोबाइल फोन चालू रखकर कैमरा ऑन रखते थे। शौचालय जाते तो आरोपितों को बताकर जाते थे। शाैचालय के अंदर मोबाइल चालू रहता था।
आरोपितों ने धमकी दी थी कि इस दौरान किसी अन्य की कॉल अटैंड न करे और न ही किसी को बताए। जब वह सोता था तो भी कैमरा आन रहता था। दिन में उससे कभी-कभी बात की जाती थी। आरोपितों ने उससे उसकी बैंक से संबंधित सारी जानकारी ले ली।
वीडियो कॉल पर कभी सीबीआई अधिकारी बनकर बात की जाती तो कभी दिल्ली पुलिसकर्मी बनकर। उससे कहा गया था कि उसके सारे पैसे आरबीआई के डमी खाते में जाएंगे। यह देखा जाएगा कि उसके बैंक खाते में अवैध रूप से पैसा तो नहीं आया है।
जांच के बाद उसका पैसा वापस कर दिया जाएगा। इस तरह छह दिन यानी 12 दिसंबर तक विभिन्न एजेंसियों की जांच के नाम पर उसे व्यस्त रखा गया। बीच में उनके स्वजन को शक हुआ था, नाराज होकर कहते थे कि आखिर ऐसा कौन सा काम हो रहे हो जो वह कमरे से बाहर ही नहीं आ रहे।
मोहित ने बार-बार उन्हें समझाया कि जरूरी असाइनमेंट कर रहा है। 12 दिसंबर को आरोपित ठग अपना माइक बंद करना भूल गए और आपस में हंसी-मजाक में बात करने लगे। उसे उनकी बातों पर शक हो गया और तुरंत काल काट दी और ठगी का पता लगा। इसकी सूचना अपने स्वजन को दी। बाद में साइबर थाना पुलिस को बताया गया।
क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने के नाम पर ठगी
साइबर थाने में सेक्टर-80, प्रहलादपुर गांव में रहने वाले अंगद ने दी शिकायत में बताया कि नौ दिसंबर को उनके पास एक अनजान नंबर से काल आई। कॉल करने वाले ने अपने आपको एक्सिस बैंक क्रेडिट कार्ड कस्टमर केयर सेंटर से बताया।
कहा कि उनके क्रेडिट कार्ड की लिमिट एक लाख तक कर देंगे। इसकी एवज में उससे जरूरी जानकारी ले ली और खाते से 12 हजार 281 रुपये निकाल लिए। इस तरह उनके साथ ठगी हो गई।
टास्क पूरा करने के नाम पर साढ़े 33 हजार ठगे
साइबर थाना सेक्टर-17 में रोशन नगर में रहने वाले विकास ने दी शिकायत में बताया कि उनके पास 21 नवंबर 2024 को अनजान युवक ने फोन कर टास्क पूरा करने के बारे में बताया था। कहा था कि इससे उसे मोटा मुनाफा होगा। वह उसकी बातों में आ गए और 33 हजार 500 रुपये निवेश कर दिए। लेकिन उसे वापस कुछ नहीं मिला।
खाते से निकाले 70 हजार
सेक्टर-25 की पावर हाउस कालोनी में रहने वाले प्रवीन कुमार ने साइबर थाना पुलिस को दी शिकायत में बताया कि 28 जून 2024 को उनके पास एक अनजान युवक ने फोन कर अपने आपको आरबीएल बैंक का कर्मचारी बताया था। उसके क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ाने का झांसा दिया और उसके खाते से 70 हजार 263 रुपये निकाल लिए।
बीमा पॉलिसी की किस्त भरने के नाम पर ठगी
साइबर थाने में नंगला एन्क्लेव पार्ट दो में रहने वाले राजरानी ने दी शिकायत में बताया कि 18 नवंबर 2024 को उनके पास अनजान युवक ने फोन कर बीमा पालिसी की किस्त का भुगतान करने को कहा। इसी चक्कर में उससे उसके खाते की जरूरी जानकारी ले ली और खाते से 53 हजार 704 रुपये निकाल लिए।
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