Faridabad News: कचरे में शहर...कहां खोए हुए हैं अधिकारी; सवाल-जवाब में कई खुलासे
फरीदाबाद में सफाई व्यवस्था का हाल बेहाल है। सर्वेक्षण टीम शहर में विभिन्न स्थानों का दौरा कर रही है लेकिन निगम अधिकारियों को इसकी कोई जानकारी नहीं है। शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं और नगर निगम के अधिकारी सफाई को लेकर गंभीर नहीं हैं। अधीक्षण अभियंता ओमवीर सिंह से सर्वेक्षण टीम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई जानकारी ही नहीं है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। नगर निगम के अधिकारी सफाई को लेकर कितने गंभीर हैं। इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्हें शहर में हो रहे स्वच्छता सर्वेक्षण की कोई जानकारी ही नहीं है। जिसके चलते शहर में जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं।
जब अधिकारियों से सर्वेक्षण टीम के निरीक्षण के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें जानकारी ही नहीं है। अगर उन्हें जानकारी होती तो वे शहर में लगे कूड़े के ढेरों को साफ करवा देते।
अधिकारियों को कोई जानकारी नहीं
जब अधीक्षण अभियंता ओमवीर सिंह से सर्वेक्षण टीम के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें कोई जानकारी ही नहीं है। जबकि पिछले तीन दिनों से स्वच्छता सर्वेक्षण टीम शहर में विभिन्न स्थानों का दौरा कर रही है। हैरानी की बात यह है कि एसई को स्वच्छता सर्वेक्षण में नोडल अधिकारी भी नियुक्त किया गया है।
बताया जा रहा है कि मंगलवार को टीम प्रतापगढ़ निस्तारण केंद्र पर पहुंची। जहां उन्होंने काम शुरू न करने पर निगम अधिकारियों पर नाराजगी जताई। विरोध के चलते प्रतापगढ़ निस्तारण केंद्र अभी पूरी तरह से शुरू नहीं हो पाया है।
निगम ने जमीनी स्तर पर सफाई नहीं की है और सिर्फ दीवारों व खंभों पर स्वच्छता हार्ड बैनर लगाकर तैयारी पूरी कर ली है। शहर से प्रतिदिन 850 टन कचरा निकलता है।
नीलम बाटा रोड पर कचरे के चारों ओर फैलाया चूना
जैसे ही लोग नेशनल हाईवे से नीलम फ्लाईओवर के रास्ते एनआईटी में प्रवेश करते हैं, तो सबसे पहले नीलम बाटा रोड पर जाते हैं। इस रोड पर करीब 10 बड़े होटल और रेस्टोरेंट हैं, लेकिन सड़क पर एक किलोमीटर के दायरे में कई जगह कूड़ा फैला हुआ है। नगर निगम ने कूड़ा उठाने की बजाय यह चाल चली है कि उसके चारों तरफ चूना फैला दिया है। ताकि सर्वे करने वाली टीम को सब कुछ ठीक-ठाक दिखाई दे।
बल्लभगढ़ मार्केट में लगा हुआ कचरे का ढे़र
बल्लभगढ़ बाजार में हर रोज सैकड़ों लोग आते हैं, लेकिन बाजार में कूड़े के ढेर लगे रहते हैं। बाजार में आने वाले स्थानीय लोगों का कहना है कि शिकायत करने के बावजूद भी यहां सफाई नहीं होती है। बाजार में दुकानदार सुभाष सिंगला के मुताबिक यहां से काफी समय से कूड़ा नहीं उठाया गया है। अधिकारियों को सर्वे से कोई लेना-देना नहीं है।
स्वच्छता सर्वेक्षण टीम के दौरे के बारे में मुझे कोई जानकारी नहीं है। जेई और एसडीओ से जानकारी लेने के बाद ही इस बारे में बता पाऊंगा। शहर में केवल गड्ढों पर ही कूड़ा एकत्र किया जाता है। बाकी जगह साफ-सफाई है।
-ओमबीर सिंह, अधीक्षण अभियंता, नगर निगम
स्वच्छता सर्वेक्षण टीम कहां जा रही है? मुझे कोई जानकारी नहीं है। हमारी तरफ से पर्याप्त सफाई अभियान चलाया जा रहा है।
- बिशन तेवतिया, सफाई निरीक्षक, नगर निगम
अतिरिक्त आयुक्त गौरव आंतिल से सीधे सवाल
- सवाल- सफाई व्यवस्था सिर्फ दफ्तर तक ही क्यों दिखती है?
जवाब- ऐसा नहीं है कि सफाई व्यवस्था सिर्फ दफ्तर तक ही सीमित है। निगम ने होर्डिंग और बैनर के जरिए लोगों को जागरूक करने की कोशिश की है। स्वच्छता के ब्रांड एंबेसडर भी बनाए गए हैं।
2. सवाल- फिर सड़कों पर कूड़ा क्यों फैला है?
जवाब- सफाई प्रक्रिया रोजाना होती है। सुबह का कूड़ा दोपहर तक उठ जाता है। फिर शाम को फिर कूड़ा इकट्ठा होता है। शहर से रोजाना एक हजार टन कूड़ा निकल रहा है।
3. सवाल- खुद निगम अधिकारियों को सर्वे की जानकारी क्यों नहीं है?
जवाब- केंद्र की स्वच्छता सर्वेक्षण टीम औचक निरीक्षण करती है। इसमें निगम अधिकारियों को साथ नहीं रखा जाता। इसलिए जानकारी नहीं मिल पाती।
4. सवाल- खत्ता से कूड़ा खुले में डंपिंग स्टेशन तक क्यों ले जाया जा रहा है?
जवाब- इसकी जानकारी नहीं है। अगर कोई विक्रेता ऐसा कर रहा है तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
- शहर से निकलने वाले कचरे की स्थिति: 850 टन
- सूखा कचरा: 500 टन
- गीला कचरा: 350 टन
- शहर में कचरा डंप की संख्या: 50 से अधिक
- कचरा संग्रहण के लिए निगम के वाहन: 46
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