Delhi Water Crisis: दिल्ली वालों को कब मिलेगा साफ पानी? इस इलाके में कई दिनों से आ रहा बदबूदार गंदा पानी
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली के मयूर विहार फेज तीन के पाकेट डी में पिछले एक हफ्ते से गंदे पानी की आपूर्ति हो रही है जिससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लोग रोजमर्रा के कामों के लिए भी बाजार से बोतलबंद पानी खरीदने को मजबूर हैं। दिल्ली जल बोर्ड से शिकायत के बाद भी समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

जागरण संवाददाता, पूर्वी दिल्ली। मयूर विहार फेज तीन के पॉकेट डी7 में पिछले एक सप्ताह से गंदे पानी की आपूर्ति से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। लोग दैनिक उपयोग और पीने के लिए बाजार से बोतलबंद पानी खरीद रहे हैं।
घरों में आ रहा बदबूदार गंदा पानी
स्थानीय निवासियों का कहना है कि डी-पॉकेट के बगल में निर्माण कार्य चल रहा है, जिसके कारण कई स्थानों पर पेयजल पाइपलाइन में लीकेज होने से 25 घरों में गंदा पानी आ रहा है।
होली से पहले से ही दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों से शिकायत की जा रही है, लेकिन हर बार वे आश्वासन देकर चलता कर दे रहे हैं। लोगों ने जल्द से जल्द गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या को खत्म करने की मांग की है।
स्थानीय निवासी विजय मेनन ने बताया कि मयूर विहार फेज-3 के पॉकेट डी 7 में 25 घर हैं। होली से पहले ही अधिकतर घरों में गंदे पानी की आपूर्ति शुरू हो गई थी। 12 मार्च से सभी घरों में गंदे पानी की आपूर्ति होने लगी।
समस्या का समाधान नहीं
एक-दो दिन इंतजार करने के बाद जब समस्या बढ़ने लगी तो दिल्ली जल बोर्ड के अधिकारियों से शिकायत की गई। लेकिन जल बोर्ड के अधिकारियों ने होली की छुट्टी का हवाला देते हुए सोमवार को इसे ठीक करने का आश्वासन दिया था, लेकिन सोमवार बीत जाने के बाद भी गंदे पानी की आपूर्ति की समस्या का समाधान नहीं हुआ।
बाजारों से पानी खरीद रहे लोग
लोग बाजार से बोतलबंद पानी खरीद कर पी रहे हैं। इससे लोगों की जेब पर अतिरिक्त बोझ पड़ रहा है। दिल्ली जल बोर्ड के सहायक अभियंता विजय कीर्ति ने बताया कि मयूर विहार में गंदे पानी की आपूर्ति की शिकायत मिली है, बुधवार को कनिष्ठ अभियंता को भेजकर समस्या का समाधान कराया जाएगा।
पेयजल आपूर्ति की समस्या शुरू
उल्लेखनीय है कि गर्मी शुरू होते ही दिल्ली में पेयजल आपूर्ति की समस्या शुरू हो जाती है। यह समस्या सालों से बनी हुई है। इसके समाधान के लिए ठोस कदम उठाने की बजाय राजनीति ज्यादा होती रही है। हरियाणा और केंद्र में भाजपा की सरकार है।
पहले दिल्ली में आम आदमी पार्टी की सरकार थी। इस कारण लोग पानी की समस्या के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहराते थे। यदि राजनीति से ऊपर उठकर समस्या के समाधान के लिए कदम उठाए जाते तो दिल्ली में जल संकट नहीं होता।
अब दिल्ली में भी भाजपा की सरकार है, जिससे स्थिति में सुधार की उम्मीद है। इसके लिए जल प्रबंधन को बेहतर बनाने के साथ-साथ पानी की बर्बादी रोकने और सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) से प्राप्त उपचारित पानी के उचित उपयोग पर ध्यान देना होगा।
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