जेट एयरवेज मनी लॉन्ड्रिंग केस में फरीदाबाद की महिला को किया डिजिटल अरेस्ट, 6.80 करोड़ मांग कर ठगे 30 लाख
फरीदाबाद के एनआईटी में एक महिला को मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर ठगों ने 30 लाख रुपये का चूना लगाया। साइबर पुलिस ने वजीराबाद के गौरव कुमार को गिरफ्तार किया है। पीड़िता को जेट एयरवेज मनी लॉन्ड्रिंग केस में फंसाने की धमकी देकर पैसे मांगे गए थे। महिला ने डरकर 30 लाख रुपये ट्रांसफर कर दिए थे। पुलिस मामले की जांच कर रही है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। मुंबई क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर महिला से 30 लाख की ठगी करने वाले मामले में एनआईटी साइबर थाना पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी में सिविल लाइन वजीराबाद का रहने वाला गौरव कुमार शामिल है।
एनआईटी पांच में रहने वाली तुलसी ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनके पास 16 जून को अनजान नंबर से वाॅट्सएप काॅल आया। काॅल करने वाले व्यक्ति ने कहा कहा कि वह मुंबई क्राइम ब्रांच का इंस्पेक्टर बोल रहा हैं। उसको जेट एयरवेज मनी लाॅन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार कर लिया गया है।
इसके बाद पीड़िता के पास वीडियो काॅल की गई। वीडियो काॅल में कहा कि वह डिजिटल अरेस्ट हो गई है। मामले को रफा दफा करने के लिए महिला को 6.80 करोड़ रुपये देने पड़ेंगे।
काॅल की सुनवाई वीडियो काॅल के माध्यम से की जाएगी। शिकायतकर्ता को कहा कि वह वीडियो काॅल के बारे में किसी को जानकारी नहीं देंगी। जब महिला डर गई तो उनको कहा कि मामले को खत्म करवाने के लिए 50 लाख रुपये देने होंगे।
जिसके बाद महिला ने आरटीजीएस के जरिये आरोपितों के बताए गए खाते में 30 लाख रुपये ट्रांसफर किए। रुपये ट्रांसफर होने के बाद आरोपितों ने दोबारा महिला को काॅल नहीं किया।
जिससे उनको ठगी का अहसास हुआ। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामले में कार्रवाई करते हुए सिविल लाइन वजीराबाद का रहने वाला गौरव कुमार को गिरफ्तार किया।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि उसने मामले में पहले गिरफ्तार हो चुके रिषभ से खाता लेकर आगे ठगों को दिया था। आरोपित को दो दिन की रिमांड पर भेजा गया है। मामले में चार आरोपी पहले ही गिरफ्तार हो चुके हैं।
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