फरीदाबाद में अधिकारियों की बेरुखी पर निवासियों ने खुद बनाई सड़क, पेश की विकास करने की नई मिसाल
फरीदाबाद के सेक्टर-10 में सड़क टूटने से परेशान निवासियों ने खुद ही चंदा करके सड़क बनवा ली। महानगर विकास प्राधिकरण द्वारा दो महीने पहले पानी की लाइन डालने के लिए सड़क तोड़ी गई थी जिसके बाद अधिकारियों ने ध्यान नहीं दिया। बारिश में परेशानी बढ़ने और शिकायत के बाद भी सुनवाई न होने पर निवासियों ने आपसी सहयोग से सड़क का निर्माण किया।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। जब जिम्मेदारों के कान कोई भी फरियाद सुनने को तैयार नहीं होते ताे जनता अपना रास्ता खुद तय कर लेती है। वह आपसी सहायता से निर्माण कार्य भी करवा लेती है। जिले में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। ऐसा ही हाल सेक्टर-10 के ब्लाॅक डी-दो का हो गया था। यहां फरीदाबाद महानगर विकास प्राधिकरण ने दो महीने पहले पानी की लाइन डाली थी। इसलिए यहां सीमेंटेड सड़क तोड़ दी गई थी।
सीमेंटेड सड़क के टूट जाने के बाद स्थानीय लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा था। खासकर, बरसात के मौसम में वहां से आने-जाने में काफी परेशानी हो रही थी। फिर सबने योजना बनाई कि वे अधिकारियों तक अपनी बात पहुंचाकर उनसे मदद मांगेंगे। मगर अधिकारी कोई भी त्वरित समाधान करने को तैयार नहीं दिख रहे थे।
इसके बाद अधिकारी उस जगह पर हुए गड्ढे को समतल करना और वहां सीमेंटेड़ सड़क का टुकड़ा बनाना भूल गए। इससे सेक्टरवासियों को आवागमन में रोज परेशानी हो रही थी। क्योंकि बाकी सड़क सीमेंटेड़ हैं। केवल एक टुकड़ा गड्ढे वाला था। गड्ढे की वजह से कई वाहनों में नुकसान हो गया था। गाड़ियां फंस रही थी। वर्षा के दिनों में हादसा होने का खतरा अलग से बना हुआ था।
ब्लाॅक के प्रधान जगजीत सिंह नैन व महासचिव अनूप वशिष्ठ ने इस बारे में सेक्टरवासियों से बात की और आपस में चंदा एकत्र कर वहां सीमेंटेड़ सड़क बनवा दी। यह कार्य रविवार को पूरा हुआ। स्थानीय निवासी एवं पूर्व विधायक राजेंद्र सिंह बीसला व अधिवक्ता शिवदत्त वशिष्ठ एडवोकेट ने कहा कि ऐसे मामले में विभागीय अधिकारियों को चिंता होनी चाहिए। इस बारे में प्राधिकरण के अधिकारियों से शिकायत की गई थी लेकिन सुनवाई नहीं हुई। इसलिए अपने स्तर पर कदम उठाकर यह काम कराया है।
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