फरीदाबाद में हत्या के सात माह बाद खुला राज, जिन दोस्तों के साथ पी रहा था शराब उन्हीं ने ली थी जान
फरीदाबाद में सात महीने पहले शराब पीने के दौरान हुए झगड़े में तीन दोस्तों ने मिलकर एक दोस्त की हत्या कर दी। शव को ताजुपुर के जंगल में फेंक दिया गया था। पुलिस ने डीएनए टेस्ट के बाद शव की पहचान की। क्राइम ब्रांच की जांच में आरोपियों ने अपना गुनाह कबूल कर लिया। पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। कड़कती ठंड में सात महीने पहले चार दोस्त आटो में बैठकर शराब पीते हैं। शराब पीने के दौरान ही किसी बात को लेकर आपस में बहस हाे जाती है। इसके बाद तीन दोस्त मिलकर गुस्से में अपने चौथे साथी की हत्या कर देते हैं और शव को रात के अंधेरे में ताजुपुर के जंगल में फेंक आते हैं। अगले दिन एक फरवरी की सुबह जंगल के रास्ते निकले गांव के सरपंच काे शव दिखाई देता तो पुलिस को सूचना दी जाती है। पुलिस जंगल में पहुंची तो शव पड़ा मिला, पर युवक का शव काफी खराब अवस्था में पड़ा हुआ था। उसका सिर भी कुचला हुआ था, इसलिए पहचान नहीं हो सकी।
शव को लेकर दो परिवारों ने जताया था दावा
भूपानी थाना पुलिस के अनुसार शव को लेकर दो परिवारों से अपना दावा जताया था। जिसके बाद एक परिवार का डीएनए कराया गया तो वह मृतक के डीएनए से मेल नहीं खाया। जिसके बाद दूसरे परिवार का डीएनए कराया गया तो मेल हो गया और शव सौंप दिया गया। परिवार की ओर से मृतक के कपड़ों को लेकर भी पहचान की गई थी। उसी परिवार से शव का अंतिम संस्कार कराया गया।
क्राइम ब्रांच ने शुरू की जांच
भूपानी थाना पुलिस ने इस मामले की जांच शुरू की थी, पर काफी दिन बीत जाने के बाद भी सुराग नहीं लगा तो आरोपितों को पकड़ने का काम क्राइम ब्रांच डीएलएफ को दिया गया। क्राइम ब्रांच ने सात माह में करीब 70 लोगों से पूछताछ की तो संदेह की सुई दयाल नगर का रहने वाले सोहेल खान, सेहतपुर का रहने वाला आजाद और शिवशंकर पर आकर टिक गई। पुलिस ने जब इनको हिरासत में लेकर पूछताछ की तो आरोपितों ने स्वीकार कर लिया कि तीनों ने मिलकर ग्रीन फील्ड के पास रहने वाले दिनेश का गला घोंट कर मार दिया था। इसके बाद उसका मुंह भी कुचल दिया था। ताकि शव पहचान में नहीं आ सके।
हिरासत में जेल भेज दिया गया
पुलिस के अनुसार अलग-अलग लोगों से पूछताछ में क्राइम ब्रांच को तीनों आरोपितों के बारे में जानकारी मिली। जो घटना स्थल से आते जाते हुए नजर आए थे। जब वारदात के बाद लंबा समय बीत गया तो आरोपितों ने किसी से औपचारिक बातचीत में स्वयं ही कह दिया था कि दिनेश को उन्होंने ही मार दिया था। यह बात पुलिस को मुखबिर के जरिए मिली और उसके बाद पुलिस को कत्ल की गुत्थी सुलझाते देर नहीं लगी। अब आरोपित सोहेल व आजाद दो दिन के पुलिस रिमांड पर है। वहीं, शिवशंकर को न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।
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