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    अरावली वन क्षेत्र में तीन घंटे तक सुलगता रहा जूतों का स्क्रैप, कारखाना मालिकों पर प्रदूषण फैलाने का आरोप

    Updated: Sun, 28 Sep 2025 02:00 AM (IST)

    फरीदाबाद में अरावली वन क्षेत्र में कचरा फेंकने और जलाने का सिलसिला जारी है। कुछ लोगों ने जूतों का स्क्रैप फेंका जिसका विरोध होने पर उसे जला दिया गया। सेव अरावली संस्था ने पर्यावरण संरक्षण के कार्यों का उल्लेख करते हुए कारखाना मालिकों पर प्रदूषण फैलाने का आरोप लगाया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर विरोध जताया और पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है।

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    अरावली वन क्षेत्र में तीन घंटे तक सुलगता रहा जूतों का स्क्रैप।

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। अधिकारियों की लापरवाही के कारण अरावली वन क्षेत्र में कचरा फैंकने और जलाने का सिलसिला जारी है। शुक्रवार को भी कुछ लोगों ने अरावली वन क्षेत्र में जूतों का स्क्रैप फेंक दिया। जब संस्था के पदाधिकारियों ने इंटरनेट मीडिया पर पोस्ट करके रोष जताया तो कचरे में आग लगा दी गई। करीब तीन घंटे तक यह कचरा अरावली में सुगलता रहा।

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    सेव अरावली के पदाधिकारियों ने बताया कि पर्यावरण संरक्षण के लिए लगातार कार्य कर रहे हैं। पेड़-पौधे लगाने के साथ-साथ तालाब की खोदाई कर उसमें पानी भी भरते हैं जिससे भूजल स्तर बढ़ सके और जीव जंतुओं के लिए पानी मिल सके। लेकिन कुछ कारखाना मालिक पहाड़ी को प्रदूषित कर रहे हैं। पाली क्रेशर जोन की लाल बत्ती से थोड़ी दूरी पर अरावली वन क्षेत्र में जूतों का स्क्रैप फेंक दिया है।

    संस्था के पदाधिकारियों ने इंटरनेट मीडिया एक्स और व्हाट्सएप पर जब वीडियो साझा करके नाराजगी जाहिर की तो स्क्रैप में आग लगा दी गई। अरावली वन क्षेत्र में इस तरह से स्क्रैप फेंकना और आग लगाने से पर्यावरण को क्षति पहुंचेगी।

    जहां एक ओर अरावली वन क्षेत्र में तोड़फोड़ के बाद जानवर दिखाई देने लगे थे, एक बार फिर विलुप्त होने लगेंगे। क्योंकि इस प्रकार की गतिविधियों से जानवरों को नुकसान पहुंचता है। सेव अरावली ट्रस्ट के पदाधिकारियों ने इस संबंध में कार्रवाई को लेकर पाली पुलिस चौकी में शिकायत भी की है।

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