फरीदाबाद के अस्पताल में मरीजों को नहीं मिल रहा बेहतर इलाज, RTI में बड़ा खुलासा
फरीदाबाद के जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल की व्यवस्था बदहाल है। डिजिटल एक्स-रे मशीन खराब है ऑक्सीजन प्लांट बंद है स्ट्रीट लाइटें नहीं जलतीं और मरीजों को बेहतर उपचार नहीं मिल पा रहा है। आरटीआई से मिली जानकारी के अनुसार पिछले 10 सालों में किसी भी मंत्री या विधायक ने यहां इलाज नहीं कराया है। जय सैनी ने अस्पताल की कमियों को ध्यान में रखते हुए आरटीआई लगाई थी।
अनिल बेताब, फरीदाबाद। स्वास्थ्य विभाग का सिस्टम कई सालों से बीमार है। डिजिटल एक्स-रे मशीन काम नहीं कर रही है। ऑक्सीजन प्लांट मरम्मत का इंतजार कर रहा है। स्ट्रीट लाइटें न जलने के कारण जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल परिसर के अधिकांश हिस्सों में रात के समय अंधेरा रहता है।
शायद इन्हीं सब कमियों के चलते पिछले 10 सालों में किसी मंत्री या विधायक ने यहां इलाज नहीं कराया। यह सारी जानकारी जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल प्रबंधन ने आरटीआई के तहत समाजसेवी अजय सैनी को मुहैया कराई है।
अजय सैनी ने अस्पताल की कमियों को ध्यान में रखते हुए आरटीआई लगाई थी। आरटीआई से जानकारी मिलने के बाद जब जागरण ने पड़ताल की तो कई और कमियां सामने आईं।
एक्सरे विभाग का हाल खराब
अस्पताल के एक्सरे विभाग में दो एक्सरे मशीनें हैं। एक डिजिटल एक्सरे मशीन कई महीनों से खराब है। एक ही मशीन काम कर रही है। ऐसे में मरीजों व परिजनों को इंतजार करना पड़ता है। बुधवार को भी यही स्थिति थी। इतना ही नहीं। कई बुजुर्ग फर्श पर बैठे थे और कई बेंच एक कोने में रखी हुई थीं।
अगर एक्सरे विभाग में इन्हें व्यवस्थित तरीके से लगा दिया जाए तो मरीजों को फर्श पर नहीं बैठना पड़ेगा। एक्सरे विभाग में फर्श पर बैठे सुरेश, शाहिद, अंगद शर्मा व बाबू लाल ने कहा कि अगर यहां कुर्सी व बेंच रख दी जाए तो परेशानी नहीं होगी। संत नगर निवासी सुकुमारी एक्सरे कराने आई हैं।
उन्हें एक्सरे कराने के लिए अपनी बारी का काफी देर तक इंतजार करना पड़ा। परिजनों ने कहा कि अगर खराब मशीन को भी ठीक करा दिया जाए तो लोगों को एक्सरे कराने के लिए लंबा इंतजार नहीं करना पड़ेगा।
जनप्रतिनिधियों ने यहां नहीं कराया इलाज
आरटीआई में बताया गया है कि 1 जनवरी 2015 से 11 मार्च 2025 तक किसी भी मंत्री या विधायक ने इस अस्पताल में इलाज नहीं कराया है, जबकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी यहां बेहतर व्यवस्था का दावा करते हैं।
बंद पड़ा है ऑक्सीजन प्लांट
एनएचपीसी ने कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व के तहत 7 अक्टूबर 2021 को अस्पताल परिसर में ऑक्सीजन प्लांट का उद्घाटन किया था। कई महीनों के बाद प्लांट खराब हो गया। प्लांट को मरम्मत की जरूरत है। प्लांट की आज तक मरम्मत नहीं की गई है।
अस्पताल परिसर में छाया है अंधेरा
अजय सैनी ने आरटीआई में जानकारी मांगी थी कि अस्पताल में कितनी स्ट्रीट लाइटें लगी हैं और कितनी चालू हालत में हैं। जानकारी मिली कि कुल 42 स्ट्रीट लाइटों में से आठ खराब हैं। इस कारण कई जगहों पर रात में अंधेरा रहता है।
अस्पताल में कई कमियां हैं। अधिकारी उन्हें दूर करने पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। वास्तविक स्थिति जानने के लिए मैंने आरटीआई के तहत जानकारी मांगी थी। और कई कमियां सामने आई हैं।
-अजय सैनी, समाजसेवी।
ऑक्सीजन प्लांट शुरू करने के लिए उच्च अधिकारियों से मार्गदर्शन मांगा गया है। डिजिटल एक्स-रे मशीन जल्द ही शुरू कर दी जाएगी। हर कमी को दूर करने का प्रयास किया जा रहा है।
-डॉ. जयंत आहूजा, मुख्य चिकित्सा अधिकारी।
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