Heatwave Advisory: 'लू' को लेकर एडवाइजरी जारी, अब जिला अस्पताल में मिलेंगी ये सुविधाएं
फरीदाबाद में बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए इमरजेंसी वार्ड में चार बेड आरक्षित किए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग ने बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिला अस्पताल में उल्टी-दस्त बुखार जैसी दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित की गई है। मई में हीट स्ट्रोक के मामले बढ़ने पर बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। गर्मी ने अपना असर दिखाना शुरू कर दिया है। शनिवार को जिले का अधिकतम तापमान 42 डिग्री दर्ज किया गया। बढ़ती गर्मी को देखते हुए जिला नागरिक बादशाह खान अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए इमरजेंसी वार्ड में चार बेड आरक्षित कर दिए गए हैं। आने वाले दिनों में बेड की संख्या बढ़ाई जाएगी।
गर्मी को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। जिला अस्पताल, सामुदायिक व प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों पर उल्टी-दस्त, बुखार व इंफेक्शन, पेट दर्द सहित अन्य दवाएं उपलब्ध करा दी गई हैं। जिला अस्पताल में प्रतिदिन 2000-2500 मरीज इलाज के लिए पहुंचते हैं।
शनिवार को भी ओपीडी व दवा काउंटर पर मरीजों की भीड़ देखने को मिली। गर्मी के चलते लोग आंखों में इंफेक्शन की समस्या लेकर भी अस्पताल पहुंच रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखने की सलाह दी है।
इमरजेंसी वार्ड में चार बेड आरक्षित
मौसम विभाग के अनुसार आने वाले दिनों में गर्मी और बढ़ेगी। ऐसे में हीट स्ट्रोक के मामले भी बढ़ेंगे। जिला स्वास्थ्य विभाग की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इमरजेंसी वार्ड में दो बेड महिलाओं और दो पुरुषों के लिए आरक्षित किए गए हैं।
हीट स्ट्रोक से शरीर की तापमान नियंत्रित करने की क्षमता खत्म हो जाती है। इसके लक्षणों में चक्कर आना, बेहोशी, धुंधला दिखाई देना, अस्पष्ट बोलना और भ्रम शामिल हैं। हीट स्ट्रोक से रक्त प्रवाह कम हो जाता है और महत्वपूर्ण अंगों को नुकसान पहुंचता है।
स्वास्थ्य विभाग ने जनहित में हीट स्ट्रोक से बचाव के लिए एडवाइजरी जारी की है। धूप में निकलने से बचें। हरी सब्जियां और फल खाएं। चाय-कॉफी का सेवन कम करें। जिला अस्पताल में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए चार बेड आरक्षित किए गए हैं। मई में हीट स्ट्रोक के मामले ज्यादा आते हैं, इसलिए बेड की संख्या भी बढ़ाई जाएगी।
-डॉ. विकास गोयल, वरिष्ठ चिकित्सा अधिकारी।
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