Surajkund Mela: CM नायब सैनी ने किया सूरजकुंड मेले का शुभारंभ, दिल्ली मेट्रो के एप से ऐसे मिल रहा टिकट
सूरजकुंड मेला का आगाज हो गया है। इस बार मेले में 42 देशों के 648 प्रतिभागी शामिल हुए हैं। मेले में विभिन्न देशों के साथ प्रदेशों की संस्कृति व कला के दर्शन होंगे। मेले में शिल्पियों कलाकारों और कारीगरों की पहले से अधिक भागीदारी देखने को मिलेगी। मेले के दौरान पर्यटकों को संगीत नृत्य का अनुपम संगम देखने को मिलेगा जिसमें देश भर के सुप्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे।

सुशील भाटिया, फरीदाबाद। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने आज यानी शुक्रवार को सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले का शुभारंभ कर दिया है। आज से मेला शुरू हो गया है और 23 फरवरी तक आयोजित होगा।
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कहा कि सूरजकुंड हस्तशिल्प देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत के दर्शन कराता है। मेला अब अंतरराष्ट्रीय स्वरूप ले चुका है। मेले में बिम्स देशों की भागीदारी है। उन्होंने श्रीलंका, बांग्लादेश, म्यांमार की कलात्मकता का किया जिक्र।
सीएम नायब सिंह सैनी ने कहा सूरजकुंड मेला शिल्पकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करता है। उनसे पर्यटक सीधे रूबरू होते हैं। सभ्यताएं सभी के सहयोग से ही विस्तार रूप लेती है। देश-विदेश से आए शिल्पकार, कलाकार यहां से सुखद अनुभूति लेकर जाएं, ऐसी हमारी कोशिश होगी। हम शुभकामनाएं देते हैं।
केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने कहा सूरजकुंड मेला शिल्पकारों और कलाकारों का संगम है। सूरजकुंड मेला लगन और ऊर्जा के साथ आयोजित किया गया है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी, हरियाणा के पर्यटन मंत्री और सूरजकुंड मेला प्राधिकरण ने बेहतर आयोजन के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास किए हैं। मेला अनेकता में एकता का संदेश देता है। एक भारत के दर्शन मेले में हो रहे हैं। मेला हमारे देश के हुनरमंद शिल्पकारों को अपनी प्रतिभा दिखाने का अवसर प्रदान करता है।
वहीं, हरियाणा के पर्यटन मंत्री डा. अरविंद शर्मा और बल्लभगढ़ के विधायक मूलचंद शर्मा ने मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी का स्वागत किया। इसके बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ओडिशा के पवेलियन में पहुंचे।
बताया गया कि हरियाणा के केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र शेखावत के बाद मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी को पगड़ी बांधी गई। इस दौरान मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और केंद्रीय पर्यटन मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सूरजकुंड इंटरनेशनल मेला प्रांगण में भ्रमण किया।
बता दें कि सूरजकुंड मेले का टिकट दिल्ली मेट्रो के मोबाइल एप ''मोमेंटम दिल्ली सारथी 2.0'' पर उपलब्ध है। इसलिए लोग दिल्ली मेट्रो के एप का इस्तेमाल कर आसानी से सूरजकुंड मेले का टिकट खरीद सकते हैं।
इसके अलावा दिल्ली मेट्रो के सभी मेट्रो स्टेशनों पर भी आज से इस मेले का टिकट उपलब्ध है। लोग अपनी सुविधा के अनुसार किसी भी मेट्रो स्टेशन से मेले का टिकट ले सकते हैं।
दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) का कहना है कि सभी मेट्रो स्टेशन पर 23 फरवरी तक सुबह नौ बजे से शाम छह बजे तक मेले का टिकट उपलब्ध रहेगा। सामान्य कार्य दिवसों के दौरान आनलाइन या आफ लाइन 120 रुपये में टिकट लिया जा सकेगा।
मेले में विभिन्न देशों के साथ प्रदेशों की संस्कृति व कला के दर्शन हुए। सूरजकुंड हस्तशिल्प मेले में 42 देशों के 648 प्रतिभागी शामिल हुए। देश-विदेश से आने वाले हस्तशिल्पियों को बृहस्पतिवार स्टाल अलाट करने की प्रकिया शुरू कर दी गई है। मेला परिसर को बृहस्पतिवार देर शाम तक सजाने-संवारने का काम होता रहा।
मेला शुभारंभ की तैयारी बारे में हरियाणा पर्यटन विभाग की प्रधान सचिव कला रामचंद्रन ने विस्तृत जानकारी देते हुए बताया कि सूरजकुंड मेला दुनिया का सबसे बड़ा शिल्प मेला बन चुका है, जो देश की समृद्ध कला परंपराओं को संजोए हुए है। उन्होंने कहा कि मेला महज एक प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि यह कारीगरी, विरासत और वैश्विक एकता का उत्सव है। इस मेले को लेकर सभी प्रकार से पुख्ता प्रबंध किए गए हैं, पर्यटकों को यहां पर किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी। सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी से मेले की हर गतिविधि की निगरानी रहेगी।
उन्होंने कहा कि 1987 में शुरू हुआ यह शिल्प मेला कारीगरों को सीधा बड़ा बाजार उपलब्ध कराकर उनकी आजीविका को सशक्त बनाने और केंद्र सरकार के वोकल फार लोकल, आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को साकार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। उन्होंने विश्वास जताया कि यह मेला कला एवं संस्कृति के प्रचार विकास के लिहाज से अपना रिकॉर्ड बनाएगा। मेले में शिल्पियों, कलाकारों और कारीगरों की पहले से अधिक भागीदारी देखने को मिलेगी।
प्रधान सचिव ने कहा कि महिला उद्यमियों को स्टाल उपब्ध कराने और व्यवसाय को आगे बढ़ाने में मदद करने से महिला सशक्तिकरण को बल मिलता है। उन्होंने थीम स्टेट ओडिशा और मध्य प्रदेश की शिल्प और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकारी दी।
परंपरागत शिल्प कौशल का होगा लाइव प्रदर्शन
थीम स्टेट ओडिशा के प्रतिनिधि मृणालिनी दरसवाल और मध्यप्रदेश से आए देवेंद्र राय ने मेले में होने जा रही शिल्प और सांस्कृतिक विरासत के बारे में जानकारी दी। उन्होंने मेले की भव्य तैयारियों को लेकर हरियाणा सरकार और पर्यटन विभाग का आभार जताया। इस वर्ष मेले में शिल्पी अपने परंपरागत शिल्प कौशल का लाइव प्रदर्शन करेंगे, जिससे पर्यटक उनकी मेहनत और हुनर को करीब से देख सकेंगे। ऐसे में कलात्मक संवाद में शामिल आगंतुक सिनेमा, फोटोग्राफी, थिएटर, पेंटिंग और मूर्तिकला जैसे विभिन्न कला क्षेत्रों के विशेषज्ञों से संवाद कर सकते हैं और उनकी रचनात्मक प्रक्रिया को समझ सकते हैं।
संगीत व नृत्य का अनुपम संगम देखने को मिलेगा
मेले के दौरान पर्यटकों को संगीत नृत्य का अनुपम संगम देखने को मिलेगा, जिसमें देश भर के सुप्रसिद्ध कलाकार अपनी प्रस्तुति देंगे। शुक्रवार को सांस्कृतिक संध्या में पंजाबी गायक सतेंद्र सरताज अपनी प्रस्तुति से रंग जमाएंगे। प्रतिदिन मेला परिसर में लोक कलाकारों में शामिल बंचारी का नगाड़ा, बीन सपेरा, नगाड़ा पार्टी, जादू शो, बांस वाकर, बहुरूपिया, बायोस्कोप और कठपुतली शो मेले में पर्यटकों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करेंगे।
देश-प्रदेश के व्यंजनों का चख सकेंगे स्वाद
मेले के दौरान पर्यटकों को हरियाणा के साथ-साथ देश भर के विभिन्न प्रदेशों के खास व्यंजनों का स्वाद चखने का अवसर मिलेगा। मेले में मुख्य रूप से राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, तमिलनाडु, पंजाब व अन्य राज्यों तथा थीम स्टेट ओडिशा और मध्य प्रदेश के स्वादिष्ट व्यंजन मिलेंगे।
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दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन टिकटिंग और पार्किंग का आधिकारिक साझेदार
दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन टिकटिंग और पार्किंग का आधिकारिक साझेदार है। आगंतुक आनलाइन टिकट बुकिंग डीएमआरसी वेबसाइट और सूरजकुंड मेला पोर्टल के जरिए कर सकते हैं। साथ ही दिल्ली मेट्रो स्टेशनों पर आफ लाइन टिकट भी उपलब्ध होंगे।
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