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    Bulldozer Action: फरीदाबाद में इन 100 कालॉनियों पर चलेगा बुलडोजर, अनंगपुर और इस्माइलपुर में कार्रवाई शुरू

    Updated: Wed, 22 Jan 2025 04:26 PM (IST)

    bulldozer action in faridabad फरीदाबाद में अवैध कालोनियों पर कार्रवाई शुरू हो गई है। जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट विभाग की टीमों ने 100 से अधिक कालोनियों को चिन्हित किया है जिन पर कार्रवाई की जाएगी। अनंगपुर और इस्माइलपुर में कार्रवाई शुरू हो चुकी है जहां कई दुकानों मकानों और डीपीसी को तोड़ा गया है। कालोनी विकसित करने वालों के खिलाफ मामले भी दर्ज किए जा रहे हैं।

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    इस्माइलपुर में जमीन घेरने के लिए की गई चहारदीवारी को तोड़ते हुए अर्थमूवर। जागरण

    प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद। शहर से लेकर गांव में अवैध कालोनी में प्लाटिंग का खेल लगातार जारी है। कई जगह कालोनी विकसित हो गई है। अब ऐसी कालोनियों पर गाज गिरने वाली है। सबसे पहले एनओसी देने का खेल पर विराम लग गया है। अब विभाग की ओर से एक भी ऐसी एनओसी जारी नहीं की जाएगी।

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    जो एनओसी आई हैं या आ रही हैं, वह सभी रिजेक्ट कर दी गई हैं। जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट विभाग की टीमों ने ऐसी कालोनियों का सर्वे कर लिया है। 100 से अधिक कालोनी चिन्हित कर इन पर कार्रवाई करने का शेड्यूल तैयार है। कार्रवाई की शुरूआत अनंगपुर व इस्माइलपुर में हुई मंगलवार को हो चुकी है।

    अनंगपुर में पांच एकड़ जमीन पर कालोनी विकसित हो रही थी। सहायक जिला नगर योजनाकार एन्फोर्समेंट सचिन कुमार चौधरी और जेई अमित कुमार के नेतृत्व में यहां से 12 दुकान, चार मकान, एक प्रापर्टी डीलर आफिस व चार डीपीसी को तोड़ दिया।

    इस्माइलपुर में पांच डीपीसी, चहारदीवारी और रोड़ नेटवर्क को तोड़ दिया गया है। साथ ही कालोनी विकसित करने वालों के खिलाफ मामले भी दर्ज कराए जा रहे हैं। बता दें कई बार प्रापर्टी डीलर विभाग से एनओसी लेकर कालोनी काट लेते थे। अब इस पर सख्ती बरती जा रही है।

    यहां पनप रही हैं अधिक कॉलाेनियां

    पाली, कुरैशीपुर, गौंछी, भूपानी, मवई, सहरावक, दिल्ली की सीमा से सटा क्षेत्र और ग्रेटर फरीदाबाद के कुछ गांव में इस तरह की कॉलोनी विकसित हो रही हैं। इनकी संख्या 100 से अधिक है।

    एग्रीमेंट पर चल रहा है खेल

    अवैध कालोनी काटने के बाद सारे प्लॉट फुल पेमेंट का एग्रीमेंट कराकर बेच दिए जाते हैं। क्योंकि इन कालोनियों में प्लाटों की रजिस्ट्री हो नहीं सकती। लोग एग्रीमेंट के आधार पर ही प्लाट ले लेते हैं।

    कॉलोनी काटने वाले जीपीए कराने के नाम पर बहुत अधिक राशि वसूल रहे हैं ताकि बाद में रजिस्ट्री कराई जा सके। प्लॉट लेने वाले लोगों को कॉलोनी पक्की कराने का झांसा दिया जाता है। तरह-तरह के लुभावने वायदे किए जाते हैं। दावा किया जाता है कि तोड़फोड़ नहीं हो सकती।

    सस्ते प्लॉट देने का देते हैं लालच

    फरीदाबाद में रहने वाले अधिकतर पूर्वांचल के लोगों ने ऐसी कॉलोनियों में प्लॉट खरीदे हैं। दिल्ली, ग्रेटर नोएडा सहित अन्य कई राज्य ऐसे हैं जहां के लोगों ने सस्ते के चक्कर में यहां प्लॉट ले लिए हैं। औद्योगिक नगरी होने की वजह से यहां श्रमिकों को काम आसानी से मिल जाता है।

    काफी श्रमिकों ने छोटा-मोटा काम धंधा शुरू कर दिया है। अब वे यहीं के होकर रह गए हैं। इन लोगों को कालोनाइजर आसानी से बहका लेते हैं और दो से पांच लाख रुपये में प्लॉट दे देते हैं। करीब तीन साल पहले तक ऐसे प्लाटों की रजिस्ट्री भी होती रही हैं। अब जीपीए के आधार पर प्लाट की खरीद-फरोख्त हो रही है।

    खोले रखे हैं ऑफिस, रोज कराते हैं फोन

    अवैध कालोनी में प्लाट बेचने के लिए पूरे सिस्टम से काम हो रहा है। कालोनाइजर ऑफिस खोलकर बैठ जाते हैं। इसमें युवतियों को रखा जाता है। युवतियां दिनभर 200 से 300 लोगों को फोन करती हैं।

    तरह-तरह की लुभावनी बातें कर लोगों को आसान किस्तों पर प्लाट उपलब्ध होने की बात कही जाती है। दिन में कुछ लोगों को तो ये अपने झांसे में ले ही लेती हैं। साथ ही इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर भी लोगाें के पास ऐसे प्लाट खरीदने के आफर आते रहते हैं।

    मास्टर प्लान 2031 काे खतरा

    मास्टर प्लान 2031 तैयार हो चुका है। इसके तहत तय किया जा चुका है कि कहां-कहां क्या गतिविधियां होंगी। शहरीकरण का दायरा भी बढ़ा दिया गया है। गांव में नए सेक्टर काटे जाएंगे।

    यदि कृषि योग्य भूमि पर अवैध प्लाटिंग हो जाएगी तो मास्टर प्लान की गतिविधियां प्रभावित होंगी। इस प्लान के तहत मास्टर रोड व सेक्टर रोड बनेंगी। लेकिन यदि अवैध कालोनी कट गई तो बाद में इसे हटाने में दिक्कत होगी।

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