Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Haryana में लघु सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी, मचा हड़कंप; मौके पर पहुंचे पुलिस अफसर

    Updated: Tue, 20 May 2025 03:00 PM (IST)

    फरीदाबाद में आज सुबह लघु सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी मिलने से हड़कंप मच गया। ई-मेल के जरिए मिली इस धमकी के बाद पुलिस और बम निरोधक दस्ते ने तुरंत मौके पर पहुंचकर सघन जांच की। जांच में कोई भी संदिग्ध वस्तु नहीं मिली जिसके बाद प्रशासन ने इसे अफवाह बताया। फिलहाल लघु सचिवालय में कामकाज सामान्य रूप से चल रहा है।

    Hero Image
    लघु सचिवालय को बम से उड़ाने की सूचना से हलचल। जागरण

    जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। फरीदाबाद में मंगलवार सुबह लगभग साढ़े छह बजे एक ई-मेल से लघु सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी दी गई।

    जिला उपायुक्त ने मेल देखते ही तुरंत इस बारे में पुलिस आयुक्त सतेंद्र कुमार गुप्ता से बात की। तुरंत बम निरोधक दस्ता व अन्य जांच टीमें लघु सचिवालय आई और दो घंटे तक जांच की। कुछ न मिलने पर राहत की सांस ली।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    सख्त कार्रवाई की जाएगी

    जिला उपायुक्त ने बताया कि ईमेल के माध्यम से जो सूचना प्राप्त हुई थी, वह केवल अफवाह साबित हुई। वर्तमान में लघु सचिवालय में सभी कार्य सामान्य रूप से संचालित हो रहे हैं। प्रशासन आम जन की सुरक्षा के लिए पूरी तरह मुस्तैद है। इस प्रकार की अफवाह फैलाने पर प्रशासन संबंधित के विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी।

    बता दें कि ई-मेल में आरडीएक्स से लघु सचिवालय को उड़ाने की धमकी दी गई थी। बताया गया था कि चार बजे तक धमाका किया जाएगा। इसके बाद जांच टीमों ने छह मंजिला इमारत के प्रत्येक कार्यालय व पार्किंग स्थल से लेकर कोने-कोने में जांच की। जांच के दौरान किसी भी प्रकार की आपत्तिजनक वस्तु या विस्फोटक सामग्री नहीं पाई गई।

    पहले भी मिली हैं धमकी

    इससे पहले चार अप्रैल को भी लघु सचिवालय को बम से उड़ाने की धमकी मिली थी। तब जांच के दौरान कुछ नहीं मिला। इससे पहले दिसंबर 2024 में जिले के चार निजी स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी मिल चुकी है।

    थाना प्रभारी बोले, बम की सूचना नहीं थी

    थाना सेंट्रल प्रभारी सुनील कुमार ने बताया कि लघु सचिवालय में बम की सूचना के बारे में उन्हें जानकारी नहीं है। उनके पास उच्च अधिकारियों से केवल यह मैसेज था कि लघु सचिवालय की रूटिन जांच की जाए। आगे भी महीने में दो बार इस तरह की जांच करते रहेंगे। सवाल यह है कि यदि ई-मेल से धमकी दी गई तो पुलिस को इस बारे में क्यों नहीं पता। केवल प्रशासन को ही जानकारी थी।

    यह भी पढ़ें- KMP एक्सप्रेसवे पर दिखा फिल्मी नजारा, पुलिस से घिरता देख बदमाशों ने लगाई छलांग; दोनों के पैर टूटे