अनंगपुर में तोड़फोड़ के विरोध में चल रहे धरने में पहुंचे MP मनोज तिवारी, PM मोदी तक ऐसे पहुंचाएंगे 'बात'
अनंगपुर में तोड़फोड़ के विरोध में चल रहे धरने पर सांसद मनोज तिवारी पहुंचे। उन्होंने ग्रामीणों को प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री से मिलकर गांव को बचाने का आश्वासन दिया। सांसद ने लोकसभा में मुद्दा उठाने और भाजपा नेताओं को अवगत कराने का वादा किया। ग्रामीणों ने अपनी समस्या रखी जबकि केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर पहले ही आश्वासन दे चुके हैं।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। अनंगपुर गांव में तोड़फोड़ के विरोध में गांव की चौपाल पर चल रहे धरने को 19 दिन पूरे हो चुके हैं। शनिवार को उत्तर-पूर्वी दिल्ली के सांसद और भाजपा के वरिष्ठ नेता मनोज तिवारी धरना स्थल पर पहुंचे और ग्रामीणों से मुलाकात की। उन्होंने ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं और गांव को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करने का आश्वासन दिया।
वादा : पीएम और सीएम से करेंगे बात
मनोज तिवारी ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि वे इस मामले को गंभीरता से लेंगे। उन्होंने कहा कि वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर अनंगपुर की स्थिति से अवगत कराएंगे। वहीं, हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी से भी मुलाकात कर ग्रामीणों की परेशानियों को उनके समक्ष रखेंगे। मनोज तिवारी ने यह भी वादा किया कि वे जल्द ही दोबारा गांव पहुंचकर लोगों से बात करेंगे और इस मुद्दे को लोकसभा में उठाएंगे।
तोड़फोड़ के खिलाफ ग्रामीणों का गुस्सा
1 जुलाई को अनंगपुर गांव में हुई तोड़फोड़ के बाद से ग्रामीण आक्रोशित हैं। इस घटना के विरोध में कई ग्रामीण चौपाल पर धरने पर बैठे हैं। धरने के 19वें दिन सांसद के दौरे से लोगों में उम्मीद जगी है। धरने पर मौजूद अजय पाल सरपंच, हरीचंद, भीम सिंह, चमन भड़ाना, धर्म गुर्जर, रिंकू और विवेक भड़ाना सहित अन्य ग्रामीणों ने तिवारी के सामने अपनी पीड़ा व्यक्त की। ग्रामीणों का कहना है कि उनके घर और आजीविका पर संकट मंडरा रहा है।
ग्रामीणों को मदद का इंतज़ार
इससे पहले केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया था कि रिहायशी इलाकों में तोड़फोड़ नहीं होगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने भी सुप्रीम कोर्ट में सीईसी की कमेटी के माध्यम से गांव को बचाने की गुहार लगाई है।
ग्रामीणों को उम्मीद है कि सांसद तिवारी के हस्तक्षेप से उनकी मांगों को और बल मिलेगा। अनंगपुर के ग्रामीण अपनी मांगों को लेकर एकजुट हैं और धरने को जारी रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
वे चाहते हैं कि उनकी जमीन और घरों को बचाने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं। अनंगपुर के धरना दे रहे ग्रामीणों को अब केंद्र और राज्य सरकार के अगले कदम का इंतजार है।
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