Haryana Crime: फाॅरेक्स एक्सचेंज और फिल्मों में इंवेस्ट कराने के नाम पर 400 लोगों से ठगे 31 करोड़ रुपये, दंपती पर केस दर्ज
फरीदाबाद में हिमांशु शर्मा और उसकी पत्नी पूजा सिंह ने 400 लोगों से फाॅरेक्स एक्सचेंज और फिल्मों में निवेश के नाम पर 31 करोड़ रुपये की ठगी की। लोगों को मुनाफे का झांसा देकर निवेश कराया फिर ऑफिस बंद कर फरार हो गए। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद: फाॅरेक्स एक्सचेंज शेयर का बिजनेस करने और फिल्मों में पैसा लगाने के नाम पर एक दंपती ने करीब 400 लोगों से 31 करोड़ रुपये ठग लिए। पुलिस ने केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
एसजीएम नगर के रहने वाले अमित खत्री, सुनील लखानी, पंकज बहल, सागर खत्री, अंशुल शर्मा, विमल कुमार, जीवन रावत, रोहित शर्मा व अन्य ने पुलिस को इस मामले में शिकायत दी है।
शिकायत में बताया है कि आरोपित हिमांशु शर्मा और उसकी पत्नी पूजा सिंह एसजीएम नगर में ही फाॅरेक्स एजूकेशन इंस्टीट्यूट के नाम से एक कंपनी चलाते थे। जिसमे फाॅरेन एक्सचेंज शेयर का बिजनेस करते थे।
आरोपित हिमांशु शर्मा ने डीटी ग्लोबल कंपनी की फ्रेंचाइजी भी ली हुई थी। जो आयुर्वेदिक दवा बेचने का काम करती थी। दवा के प्रमोशन व मार्केटिंग के सिलसिले में वे लोग आरोपित से संपर्क करते थे।
आरोपित ने एक्टर भाई के जरिये फिल्मों में पैसा लगाने दिया झांसा
आरोपित कहते थे कि यदि तुम फाॅरेक्स एक्सचेंज में पैसा लगाओगे तो काफी मुनाफा होगा। यह भी कहते थे कि एक नई कंपनी मैसर्स करेंसी कंसल्टेंट खोल रहे हैं। यह कंपनी फाॅरेक्स एक्सचेंज का काम करेगी।
इसके माध्यम से बड़ा ब्रोकर हाउस बनाया जाएगा और लोगों से फंड एकत्रित करेंगे। इससे काफी लोगों को शिक्षा और नौकरियां मिलेंगी।
आरोपित हिमांशु कहता था कि उसका भाई दिवांशु शर्मा एक्टर है और फिल्मों में काम करता है। उसने मुजफफरनगर 2013 के नाम से फिल्म बनाई है। इसमे भाई ने लीड एक्टर का रोल किया है।
अभी भाई जंक्शन वारायणी व तीन शियाडे नाम से फिल्में कर रहा है। उसने उनसे इन फिल्मों और फाॅरेक्स एक्सचेंज में पैसा लगाने को कहा। उनकी लगाई रकम पर तीन प्रतिशत ब्याज दर से मुनाफा कराने का आश्वासन दिया गया।
शुरुआत में मुनाफा कराकर जीता विश्वास फिर बड़ी रकम कराई निवेश
2019 में वह और जीवन रावत डीटी ग्लोबल कंपनी में आयुर्वेद की दवाईयां बेचने का काम करते थे, इसलिए सबसे पहले वह दोनों आरोपितों के संपर्क में आए।
वह दोनों आरोपितों की बातों में आ गए और दो-दो लाख रुपये निवेश कर दिए। शुरुआत में तीन प्रतिशत ब्याज दर से मुनाफा दिया गया। इस प्रकार उसने अपने परिवार के सदस्यों के 2.25 करोड़ रुपये निवेश करा दिए।
इसी प्रकार जीवन रावत ने भी अपने घर पर लोन लेकर 1.70 करोड़ रुपये निवेश कर दिए। आरोपित उनके खाते में कुछ रकम भेजते रहे। इसी तरह पंकज बहल ने अपने परिवार के दो करोड़ 10 लाख रुपये निवेश कर दिए।
सुनील लखानी ने 1.65 करोड़, सागर खत्री ने 60 लाख व यशपाल रावत, विमल कुमार, नीरज रावत, अजय रावत, रागवेन्द्र सिंह चौहान, हरिदत शर्मा ने भी अपना पैसा निवेश कर दिया।
2020 में नई कंपनी भी खोल दी, एक्टर भाई के साथ मीटिंग भी कराई
योजना के तहत वह अपने भाई दिवांशु को यहां बुलाता और मीटिंग कराता था। इस तरह उन सभी के 31 करोड़ रुपये आरोपितों के पास पहुंच गए। सात अगस्त 2020 को आरोपितों ने नई कंपनी खोल ली।
इसके बाद उन सभी लोगों को मुनाफा देना बंद कर दिया। 29 मई 2023 को आरोपित आफिस बंद कर कहीं गायब हो गए। परेशान होकर सभी लोग आरोपित के भाई दिवांशु से मिलने मुंबई गए, उसे भरोसा दिलाया कि जल्द पैसा मिल जाएगा।
आरोपितों ने करीब 400 लोगों के साथ 31 करोड़ की ठगी कर ली। इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपितों की तलाश शुरू कर दी है।
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