जब DGP ऑफिस से स्कॉर्पियो ही फर्जी नंबर प्लेट पर दौड़ती दिखे तो…? सोशल मीडिया पर वायरल फोटो ने खोल दी पोल
फरीदाबाद में डीजीपी कार्यालय के नाम से पंजीकृत स्कार्पियो की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ का मामला सामने आया है। नंबर प्लेट पर दो अंकों को बदला गया है। गाड़ ...और पढ़ें

प्रवीन कौशिक, फरीदाबाद। ट्रैफिक चालान से बचने के लिए अक्सर वाहन चालक नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ कर देते हैं। यानी नंबर प्लेट पर अंकित एक-दो नंबरों को बदल दिया जाता है ताकि सही नंबर का पता न चल सके। पुलिस अक्सर ऐसे वाहनों का चालान भी करती रही है और यदि नीयत अपराध की हो तो चालक के खिलाफ मामला भी दर्ज कराया जा सकता है।
लेकिन एक मामला ऐसा भी सामने आया है जिसमें प्रदेश के डीजीपी यानी पुलिस महानिदेशक कार्यालय पंचकूला के नाम से पंजीकृत स्कार्पियो की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ की गई है। नंबर प्लेट पर छेड़छाड़ कर दो अंक बदल दिए हैं। पुलिस महकमे की गाड़ी की नंबर प्लेट से छेड़छाड़ करने की आवश्यकता क्या थी, यह समझ से परे है।
क्योंकि इस गाड़ी का तो चालान भी नहीं होता। लेकिन बुधवार सुबह करीब 10 बजे जब यह गाड़ी दिल्ली-मथुरा राष्ट्रीय राजमार्ग पर सराय के पास से गुजरी तो एक-दो लोगों ने फोटो खींच ली और इंटरनेट मीडिया के प्लेटफाॅर्म पर अपलोड कर दी। इस पर लोगों ने प्रतिक्रिया देते हुए सवाल किए कि जब पुलिस ही नियमों की धज्जियां उड़ाएगी तो आमजन का क्या होगा।
ऐसे की छेड़छाड़
पुलिस महानिदेशक कार्यालय के नाम से काले रंग की स्कार्पियो का पंजीकरण 22 अप्रैल 2025 को कराया गया था। पता चला है कि अब यह स्कार्पियो किसी मंत्री के काफिले के साथ चलती है। इसका नंबर HR03GV7105 है।
लेकिन नंबर प्लेट पर G को 0 बना दिया गया है और 7105 वाली 0 को काली टेप लगा कर 8 बनाया हुआ है। इस गाड़ी के आगे-पीछे पुलिस लिखा हुआ था। वैसे भी डीजीपी के सख्त आदेश हैं कि अगर कोई टैंपर कर गाड़ी की नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ करता है तो उसकी गाड़ी जब्त कर ली जाएगी।
चालान करना होता है मुश्किल
बहुत से लोग नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ इसलिए करते हैं, ताकि पुलिस उनके गाड़ी की पहचान न कर पाए। ऐसे में यातायात पुलिस को भी इन पर कार्रवाई करने के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है।
हालांकि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ यातायात पुलिस कार्रवाई करती है, लेकिन वाहनों के नंबर से खिलवाड़ करने वालों का चालान काटना पुलिस के लिए मुश्किल होता है। गाड़ी के नंबर से एक या दो अंक गायब कर देना यातायात पुलिस की चेकिंग से बचने का एक नया तरीका बन गया है।
पुलिस की गाड़ियाें पर कई बार नंबर प्लेट पर नंबर बदल दिए जाते हैं। सुरक्षा से लेकर अन्य कई कारण होते हैं। लेकिन वीआईपी काफिले के साथ चल रही स्कार्पियो की नंबर प्लेट से क्यों छेड़छाड़ की गई, इसकी जानकारी नहीं है।
- विकास कुमार, एसीपी ट्रैफिक
नियम सभी के लिए बराबर होते हैं, क्योंकि जब गाड़ी सड़क पर उतरती है तो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल खड़े होते हैं। नंबर प्लेट के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए। इस मामले की तह तक जाकर जांच होनी चाहिए।
- एडवोकेट ओपी शर्मा, पूर्व वाइस चेयरमैन, पंजाब एवं हरियाणा बार काउंसिल

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