'तुरंत खाली करो कमरा...', अल फलाह यूनिवर्सिटी के छात्रों को मकान मालिकों का अल्टीमेटम; डीसीपी से लगाई गुहार
दिल्ली धमाके के बाद, अल फलाह यूनिवर्सिटी के छात्रों को मकान मालिकों से कमरा खाली करने का अल्टीमेटम मिल रहा है, जिससे वे मुश्किल में हैं। डीसीपी एनआइटी ...और पढ़ें

जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। दिल्ली ब्लास्ट के बाद से अल फलाह यूनिवर्सिटी के छात्रों की परेशानी दूर होने का नाम नहीं ले रही हैं। अब हाॅस्टल से बाहर किराये पर कमरा लेकर रहने वाले छात्रों को मकान खाली करने का अल्टीमेटम दे दिया गया है। जांच एजेंसियों द्वारा की जा रही कार्रवाई को देखकर कोई भी मकान मालिक जोखिम मोल नहीं लेना चाहता है।
मकान मालिकों का कहना है कि यूनिवर्सिटी से जुड़े सभी लोगों से पूछताछ की जा रही है। ऐसे में वह भी पूछताछ की जद में आ सकते हैं। डीसीपी एनआईटी के पास परेशान छात्रों की ऐसी 10 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं। छात्रों का कहना है कि वह सेशन के बीच में ही कमरा कैसे खाली कर सकते हैं।
कमरा खोजने के लिए उनको दो माह का समय चाहिए, लेकिन मकान मालिक मानने को तैयार नहीं है। पुलिस की ओर से मकान मालिकों को समझाते हुए कहा गया कि जिन छात्रों को भी उन्होंने किराये पर दिया हुआ है। उनकी वेरिफिकेशन करवा ले। इसके बाद उनको किसी तरह की परेशानी नहीं होगी। छात्रों की वेरिफिकेशन करवाने में संबंधित थाने की पुलिस की ओर से पूरी मदद की जाएगी।
हाॅस्टल को पहले ही खाली कर चुके सहायक प्रोफेसर और छात्र
यूनिवर्सिटी के हाॅस्टल को सहायक और छात्र पहले ही खाली करके जा चुके हैं। 10 से अधिक सहायक प्रोफेसर ने यूनिवर्सिटी से रिजाइन दे दिया है। दिल्ली धमाके बाद जब सुरक्षा एजेंसियों ने यूनिवर्सिटी में पूछताछ शुरू की तो प्रोफेसरों ने पहले अपने परिवार को निकाला। फिर प्रबंधन को छुट्टी पर जाने की बात कहकर खुद भी निकल गए।
इसके बाद यूनिवर्सिटी प्रबंधन को अपना रिजाइन भेज दिया। डीसीपी एनआईटी मकसूद अहमद के अनुसार मकान मालिकों को कहा जा रहा है कि उन्होंने जिन भी छात्रों को कमरा दिया है। उनका वेरिफिकेशन करवाएं। इसमें सबंधित थाना पुलिस भी उनकी मदद करेगी।

कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।