अल फलाह यूनिवर्सिटी में कश्मीरी छात्रों को दी जाती थी विशेष सुविधा, अन्य से करते थे सौतेला व्यवहार
फरीदाबाद की अल फलाह यूनिवर्सिटी में कश्मीरी छात्रों को विशेष सुविधाएं दी जाती थीं, जबकि अन्य छात्रों के साथ भेदभाव किया जाता था। छात्रों ने बताया कि कश्मीरी छात्रों के लिए अलग ग्रुप था और आतंकियों द्वारा उनकी मदद की जाती थी। महंगी फीस के बावजूद अन्य छात्रों को खराब सुविधाएं मिलती थीं। भारत-पाक मैच के दौरान तनाव रहता था। एसटीएफ ने दोबारा जांच की और दो डॉक्टरों को हिरासत में लिया।

फाइल फोटो।
जागरण संवाददाता, फरीदाबाद। देश विरोधी गतिविधियों का केंद्र बनी अल फलाह यूनिवर्सिटी में न केवल आतंकियों को नौकरी दी गई, बल्कि छात्रों के साथ भी भेदभाव किया गया। अब जांच एजेंसी जब यूनिवर्सिटी के परिसर में घुसी है तो छात्रों की ओर से ऐसी बातें निकलकर सामने आ रही हैं। यह ऐसे छात्र हैं जिनका कहना है कि कश्मीरी छात्रों के बराबर फीस देने के बावजूद भी उनको सुविधाओं के लिए तरसना पड़ता था।
कश्मीरी छात्रों के लिए बनाया अलग ग्रुप
इन छात्रों का कहना है कि जब इसकी शिकायत वह प्रबंधन से करते तो कोई एक्शन नहीं लिया जाता था। वहीं, कश्मीरी छात्रों की समस्याओं के लिए अलग से ग्रुप बनाया गया था जबकि स्थानीय छात्रों के लिए किसी भी तरह का कोई ग्रुप नहीं था। दिल्ली ब्लास्ट मामले में शामिल तीनों आतंकी डाॅक्टर कश्मीरी छात्रों की काफी मदद करते थे। वह उनको मोबाइल फोन के सिम से लेकर हाॅस्टल का कमरा तक उपलब्ध करवाते थे।
एमबीबीएस कोर्स के लिए पांच साल में 90 लाख का खर्च
यूनिवर्सिटी के छात्रों के अनुसार एमबीबीएस कोर्स के लिए उन्होंने पांच साल में 90 लाख रुपये खर्च किए। हालांकि यह खर्चा पांच सालों में जाकर एक करोड़ से अधिक हो जाता हैं । हर साल यूनिवर्सिटी ओर से 17 लाख रुपए फीस ली जाती है। इतनी मोटी फीस लेने के बावजूद जब छात्र को हास्टल में खराब कमरा दिया जाता तो अभिभावक की ओर से प्रबंधन को शिकायत की जाती तो भी कोई संज्ञान नहीं लिया जाता। कालेज में एमबीबीएस की 200 सीट है। छात्रों की संख्या 800 के करीब है। जिसमें 60 प्रतिशत कश्मीरी हैं।
भारत-पाकिस्तान मुकाबले में रहता था तनाव
छात्रों के अनुसार भारत पाकिस्तान मुकाबले के दौरान सुरक्षा बढ़ा दी जाती है। क्योंकि इस दौरान तनाव की आशंका रहती है। छात्रों का कहना है कि अक्सर भारतीय टीम के विजयी जश्न मनाने के दौरान कश्मीरी छात्रों की ओर से विरोध भी जताया जाता है।
यूपी एसटीएफ दोबारा जांच करने पहुंची
शुक्रवार को यूपी एसटीएफ फिर से अल फलाह यूनिवर्सिटी पहुंची। सूत्रों के अनुसार एसटीएफ से पूछताछ के लिए दो डाॅक्टरों को हिरासत में भी लिया है। इन दोनों डाक्टरों का मुजम्मिल और उमर से संपर्क बताया जा रहा है।

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