आज उठ सकता है मनीषा की मौत से पर्दा? कुछ ही घंटों में एम्स की रिपोर्ट लेकर भिवानी पहुंचेगी CBI
भिवानी में शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले में सीबीआई की टीम फिर से जांच करेगी। टीम ने पहले कई लोगों से पूछताछ की सीसीटीवी फुटेज देखे और घटनास्थल का निरीक्षण किया लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला। अब एम्स दिल्ली से कुछ सैंपल की रिपोर्ट आनी है जिसके बाद टीम दोबारा भिवानी आएगी और आगे की जांच करेगी। परिजनों को रिपोर्ट का इंतजार है।

जागरण संवाददाता, भिवानी। बहुचर्चित शिक्षिका मनीषा मौत मामले में सीबीआई की टीम मामले से जुडे़ हर व्यक्ति से पूछताछ करने, सीसीटीवी खंगालने, मौके का मुआयना करने, सीन क्रिएट करने के बावजूद अपना फैसला नहीं बता पाई है।
अब टीम दोबारा जांच के लिए भिवानी आएगी। टीम के मंगलवार काे आने की उम्मीद थी मगर वह नहीं पहुंची। ऐसे में अब बुधवार को टीम के पहुंचने की उम्मीद है।
मृतका मनीषा के कुछ सैंपल की रिपोर्ट एम्स दिल्ली से आनी थी। जिसे लेकर सीबीआई टीम आएगी। इस सैंपल रिपोर्ट में क्या निकला इसको लेकर सभी के मन में सवाल है। वहीं मृतका के स्वजन व अन्य मंगलवार को सीबीआई टीम के आने का इंतजार करते रहे। इस तरह परिजनों को आस है कि मनीषा की मौत को लेकर सीबीआई नया खुलसा करेगी।
तीन सितंबर को मामले की जांच के लिए आई सीबीआई टीम ने 25 सितंबर तक लगातार मामले की जांच की। इस दौरान प्ले स्कूल संचालकों व स्टाफ से सबसे ज्यादा पूछताछ की। नर्सिंग कॉलेज संचालकों से एक बार पूछताछ हुई।
वहीं बकरी पालक, खेत मालिक, खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र से चार-चार दफा पूछताछ हो चुकी है। टीम चार से पांच बार घटनास्थल का भी निरीक्षण किया।
25 सितंबर को टीम दिल्ली लौट गई। बताया जाता है कि कुछ सैंपल की जांच रिपोर्ट पर टीम को संशय था, जिनकी जांच दोबारा दिल्ली एम्स में करवाई गई है।
अब टीम इन सैंपल की रिपोर्ट के साथ आएगी। इस संदर्भ में रविवार को मृतका के पिता संजय कुमार से सीबीआई टीम के अधिकारियों से बातचीत हुई थी।
यह है मामला
प्ले स्कूल की शिक्षिका ढाणी लक्ष्मण वासी मनीषा 11 अगस्त को स्कूल में पढ़ाने गई थी मगर वापस नहीं लौटी। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस ने अगले दिन 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया। 13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला। गले पर चोट के निशान देख स्वजनों ने हत्या के आरोप लगाए।
नागरिक अस्पताल में चिकित्सकाों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया। मगर स्वजन ने शव लेने से इंकार करते हुए कहा कि पहले आरोपितों की गिरफ्तारी करें। स्वजनों की मांग पर पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया।
विसरा जांच करवाई गई। जिसमें सामने आया कि शरीर में जहरीला पदार्थ है। स्वजन ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआई जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगे मानी। जिसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही शव का अंतिम संस्कार किया गया।
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