Updated: Tue, 23 Sep 2025 09:03 PM (IST)
भिवानी में शिक्षिका मनीषा की मौत की जांच कर रही सीबीआई टीम ने सिंघानी गांव का दौरा किया। टीम ने खाद-बीज विक्रेता और प्ले स्कूल स्टाफ से पूछताछ की। उन्होंने उस जगह का निरीक्षण किया जहां मनीषा का शव मिला था। मनीषा 11 अगस्त को लापता हो गई थी और 13 अगस्त को उसका शव मिला था।
जागरण संवाददाता, भिवानी/ढिगावा मंडी। शिक्षिका मनीषा की मौत के मामले की जांच कर रही सीबीआई टीम मंगलवार को एक बार फिर सिंघानी गांव पहुंची। यहां पर पहले खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र से बातचीत की और फिर प्ले स्कूल पहुंची। प्ले स्कूल में करीब दो घंटे तक पूछताछ की गई। इसके बाद टीम मनीषा का शव मिलने वाले स्थान पर पहुंची और जांच की।
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पिछले 21 दिन के दौरान मामले की जांच कर रहे सीबीआई अधिकारियों के अलावा मंगलवार को कुछ अन्य सीनियर अधिकारी भी पहुंचे। मामले की जांच कर रही सीबीआइ टीम अब तक प्ले स्कूल संचालकों, स्टाफ, नर्सिंग कालेज संचालकों, मनीषा के स्वजन, बकरी पालक सतपाल, खेत मालिक पवन व साझेदार ईश्वर, खाद-बीज दुकानदार देवेन्द्र, लाइब्रेरी संचालकों से पूछताछ कर उनके बयान ले चुकी है। शिक्षिका मनीषा मौत मामले की जांच में जुटी सीबीआइ टीम तीन सितंबर को भिवानी आई थी।
सीबीआइ टीम की दो गाड़ियां पहुंचीं खाद-बीज दुकानदार के पास- मंगलवार दोपहर सीबीआइ टीम दो गाड़ियों से सिंघानी गांव पहुंची थी। टीम सीधे खाद-बीज दुकानदार देवेंद्र के पास पहुंची। इसी दुकानदार से मनीषा ने कीटनाशक दवा ली थी। इसके बाद टीम प्ले स्कूल पहुंची, जहां मनीषा पढ़ाती थी।
यहां संचालकों और स्टाफ से पूछताछ की, सीसीटीवी देखी। यहां के बाद सिंघानी में शव मिलने वाले स्थान का टीम ने एक बार फिर निरीक्षण किया। स्टाफ से 11 अगस्त को मनीषा के व्यवहार के बारे में बातचीत की जा चुकी है।
यह है मामला
प्ले स्कूल की शिक्षिका ढाणी लक्ष्मण वासी मनीषा 11 अगस्त को स्कूल में पढ़ाने गई थी मगर वापस नहीं लौटी। स्वजन ने उसकी काफी तलाश की और पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने अगले दिन 12 अगस्त को गुमशुदगी का केस दर्ज किया।
13 अगस्त को मनीषा का शव सिंघानी गांव में नहर किनारे मिला। गले पर चोट के निशान देख स्वजन ने हत्या के आरोप लगाए। नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों के बोर्ड ने शव का पोस्टमार्टम किया।
मगर स्वजन ने शव लेने से इन्कार करते हुए कहा कि पहले आरोपितों की गिरफ्तारी करें। स्वजन की मांग पर पीजीआइ रोहतक में चिकित्सकों के बोर्ड ने दोबारा पोस्टमार्टम किया और विसरा जांच करवाई गई। इसमें सामने आया कि उसके शरीर में जहरीला पदार्थ है।
स्वजन ने धरना दिया और एम्स दिल्ली में पोस्टमार्टम और सीबीआइ जांच की मांग की। प्रदेश सरकार ने ये दोनों मांगें मानीं। इसके बाद 21 अगस्त को गांव में ही मनीषा का अंतिम संस्कार किया गया।
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