Haryana News: कोर्ट में गोली लगने से घायल लवजीत ने 17 दिन बाद तोड़ा दम, बुझ गया घर का चिराग
भिवानी कोर्ट परिसर में 4 सितंबर को गोली लगने से घायल लवजीत ने 17 दिन बाद गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में दम तोड़ दिया। पुलिस मामले की जांच कर रही है जिसमें अब तक 14 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। लवजीत के बड़े भाई की पहले ही मौत हो चुकी है। वह दोस्तों के साथ कोर्ट आया था और खेतीबाड़ी करता था।

जागरण संवाददाता, भिवानी। भिवानी के कोर्ट परिसर में चार सितंबर को दिन-दहाड़े गोली लगने से घायल लवजीत ने रविवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में 17 दिन बाद दम तोड़ दिया। रविवार दोपहर में गुरुग्राम में शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। वहीं पुलिस मामले की जांच में जुटी है। लवजीत के बड़े भाई की पहले मौत हो चुकी है और अब उसकी मौत से परिवार का चिराग बुझ गया।
वहीं, इस मामले की जांच सीआइए स्टाफ प्रथम और एसटीएफ की टीम कर रही हैं। उल्लेखनीय है कि भिवानी कोर्ट परिसर में वारदात चार सितंबर दोपहर करीब सवा एक बजे हुई थी। दिनोद वासी नरेंद्र और बिजेंद्र हत्या प्रयास के 2021 के एक मामले में कोर्ट में पेशी पर आए थे। उनके साथ उनका दोस्त मोखरावासी लवजीत व कुछ अन्य दोस्त भी कोर्ट आए थे। वे सभी कोर्ट परिसर से वकीलों के चैंबर की ओर जाने वाले रास्ते पर दुकान पर चाय पी रहे थे।
इसी दौरान दो युवक पिस्टल लेकर आए और उन पर फायरिंग शुरू कर दी थी। इस दौरान चार गोलियां चलाई गई। एक गोली मोखरावासी लवजीत के सीने पर लगी थी। बताया जा रहा है कि हमलावरों का निशाना दिनोद वासी नरेंद्र और बिजेंद्र थे, मगर गोली लवजीत को लगी।
हमले के बाद दिनोदवासी नरेंद्र और बिजेंद्र ने गेट नंबर एक से भागकर अपनी जान बचाई थी तो हमलावर हवाई फायर करते हुए गेट नंबर दो से भाग गए थे। इस हमले में दादरी से कोर्ट एविडेंस पर आई महिला एसआइ रेणु को भी छर्रे लगे थे।
लवजीत गांव में करता था खेतीबाड़ी
लवजीत के पिता रमेश के अनुसार लवजीत के बड़े भाई की करीब दो साल पहले एक हादसे में मौत हो गई थी। उसकी दो बहनें हैं, जिनकी शादी हो चुकी है। लवजीत अभी अविवाहित था और वह गांव में ही खेतीबाड़ी करता था। उसकी किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वह तो दोस्तों के साथ कोर्ट आया था।
अब तक 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी पुलिस
कोर्ट में गोली चलाने के मामले में पुलिस अब तक अलग-अलग जगहों से कुल 14 आरोपितों को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस हर एंगल से मामले की जांच कर रही है। हरियाणा प्रदेश के भिवानी, रोहतक, फतेहाबाद, सिरसा, गुरुग्राम, चरखी दादरी, झज्जर, राजस्थान के चुरू जिले के रहने वाले आरोपितों को पकड़ा जा चुका है।
भारी मात्रा में अवैध हथियार हुए हैं बरामद
कोर्ट में चली गोली के मामले की जांच एसटीएफ हरियाणा और भिवानी पुलिस कर रही है। जांच में जुटी एसटीएफ टीम को सूचना मिली थी कि भिवानी तोशाम बाइपास पर कुछ बदमाश अवैध हथियारों के साथ हैं। इसके बाद 11 सितंबर को अलसुबह चार बजे एसटीएफ यूनिट रोहतक की टीम ने तोशाम भिवानी बाइपास के पास से दो आरोपितों को काबू किया।
इनकी पहचान बलियाली वासी अमित उर्फ गोलू व झज्जर जिले के गांव भदानी वासी परम उर्फ मोंटी के रूप में हुई। अमित उर्फ गोलू के पास से एक जिगाना कंपनी का पिस्तौल, एक तुर्की मेड जिगाना पिस्तौल और कारतूस व परम उर्फ मोंटी के पास से मेड इन आस्ट्रिया की एक पिस्तौल व 20 कारतूस बरामद हुए थे।
अमित पर पहले भी चार केस दर्ज हैं। ये दोनों युवक किसी अन्य वारदात के लिए आए थे। बताया जा रहा है कि इनके तार विदेशों से भी जुड़े हुए हैं।
भिवानी के कोर्ट परिसर में गोली लगने से घायल लवजीत ने रविवार को उपचार के दौरान मेदांता अस्पताल में दम तोड़ दिया। मामले की जांच की जा रही है। इसमें कई आरोपितों की गिरफ्तार भी हो चुकी है।
- निरीक्षक रविंद्र, इंचार्ज, सीआइए स्टाफ प्रथम, भिवानी।
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