रोहिंग्या और बांग्लादेशियों पर हरियाणा पुलिस का शिकंजा, भिवानी से 10 संदिग्ध गिरफ्तार; चार महिलाएं भी शामिल
हरियाणा के भिवानी जिले में पुलिस ने अवैध बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं के खिलाफ कार्रवाई करते हुए तलाशी अभियान चलाया। पुलिस ने 10 संदिग्ध लोगों की पहचान की है जिनमें छह पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। उनके दस्तावेजों की जांच की जा रही है। मथुरा में भी 90 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया गया है।
एएनआई, भिवानी। हरियाणा के भिवानी जिले में पुलिस ने तकरीबन 10 ऐसे लोगों की पहचान की है, जिन पर बांग्लादेशी नागरिक होने का शक है। इनमें चार महिलाएं भी शामिल हैं।
अवैध बांग्लादेशी नागरिकों और रोहिंग्याओं पर सख्त कदम उठाते हुए भिवानी पुलिस ने मंगलवार को जिले के दादरी रोड पर तलाशी अभियान चलाया।
आज सुबह 5 बजे शुरू हुए तलाशी अभियान को लेकर पुलिस ने कहा कि उन्होंने 10 संदिग्ध लोगों की पहचान की है, जिनमें छह पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। इनके वेरिफिकेशन को लेकर आगे की कार्यवाही जारी है।
वेरिफिकेशन का काम जारी है
स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) सत्यनारायण ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि हम आधार कार्ड की जांच कर रहे हैं और उन्हें ऑनलाइन सत्यापित कर रहे हैं।
हमें कुछ संदिग्ध लोग मिले हैं, जिनमें छह पुरुष और चार महिलाएं शामिल हैं। हम उनके दस्तावेजों की विस्तार से जांच करेंगे और आगे की कार्रवाई की जाएगी। एसएचओ ने आश्वासन दिया कि पुलिस हर अवैध अप्रवासी को पकड़ने और उन्हें निर्वासित करने के लिए दृढ़ संकल्प है।
शनिवार को पकड़े 90 बांग्लादेशी नागरिक
अधिकारियों ने बताया कि शनिवार को उत्तर प्रदेश पुलिस ने मथुरा जिले के नौझील पुलिस स्टेशन के अधिकार क्षेत्र के अंतर्गत खाजपुर गांव से 90 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) श्लोक कुमार के अनुसार, निरीक्षण जिले के ग्रामीण इलाके में काम करने वाले मजदूरों की पहचान और वैधता को सत्यापित करने के अभियान का हिस्सा था।
एसएसपी कुमार ने शुक्रवार को एएनआई को बताया कि थाना नौहझील की टीम द्वारा खाजपुर गांव में भट्टों की जांच के दौरान करीब 90 लोग बांग्लादेशी नागरिक पाए गए। सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। इनमें 35 पुरुष, 27 महिलाएं और 28 बच्चे हैं।
शुक्रवार को पकड़े 13 बांग्लादेशी नागरिक
इससे पहले शुक्रवार को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने बिना वैध दस्तावेजों के भारत में रहने के आरोप में पांच बच्चों समेत 13 बांग्लादेशी नागरिकों को हिरासत में लिया था।
इन लोगों को राष्ट्रीय राजधानी के औचंदी गांव से पकड़ा गया। डीसीपी क्राइम आदित्य गौतम के अनुसार, हिरासत में लिए गए लोग भारत-बांग्लादेश सीमा पर बिना बाड़ वाले खेतों से भारत में दाखिल हुए और बाद में कूच बिहार रेलवे स्टेशन के रास्ते दिल्ली पहुंचे।
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