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    हिसार में पांच साल से वेयर हाउस निर्माण प्रोजेक्ट लटका, खरीद सीजन में झेलनी पड़ रही परेशानी

    Updated: Sat, 04 Oct 2025 12:38 PM (IST)

    बाढड़ा उपमंडल में वेयर हाउस की कमी के कारण अनाज भंडारण में समस्या आ रही है। किसानों को अपनी फसल दूर के भंडारों तक भेजनी पड़ती है जिससे उन्हें परेशानी होती है। कई सालों से नए वेयर हाउस बनाने की योजनाएँ लंबित हैं। विधायक इस समस्या को सरकार के सामने उठा चुके हैं लेकिन अभी तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है जिससे किसानों में निराशा है।

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    पांच साल से वेयर हाउस निर्माण प्रोजेक्ट लटका, खरीद सीजन में झेलनी पड़ रही परेशानी (Jagran Photo)

    पवन शर्मा, हिसार। शामलाती भूमि की कमी के कारण बाढड़ा उपमंडल क्षेत्र में अनाज भंडारण के लिए वेयर हाउस सुविधा उपलब्ध नहीं हो पाई है।

    मजबूरीवश बाढड़ा मंडी, झोझूकलां, बेरला अस्थाई खरीद केंद्रों में खरीदा जा रहा अनाज सौ से तीन सौ किलोमीटर दूरी पर भेजा जा रहा है। इससे मंडियों में अनाज उठान का कार्य धीमी गति से होता है। पिछले पांच साल से नए वेयर हाउस निर्माण की योजना कागजों में ही चल रही है।

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    बाढड़ा उपमंडल क्षेत्र में रबी सीजन में गेहूं व सरसों और खरीफ सीजन में बाजरे का अच्छा उत्पादन होता है। सरकार द्वारा बाढड़ा व झोझू के अलावा बेरला, कादमा, हड़ौदी में अस्थाई खरीद केंद्र शुरू कर अनाज खरीदा जाता है।

    यहां जगह की कमी के कारण दादरी, कोहलावास, घसौला स्थित वेयर हाउसों में अनाज भंडारित किया जाता है। कई बार ज्यादा उत्पादन होने पर खरीद एजेंसी हांसी व जींद तक अनाज भेजती है।

    बाढड़ा उपमंडल में कांग्रेस सरकार में सहकारिता मंत्री रहे सतपाल सांगवान ने वेयर हाउस निर्माण के प्रयास आरंभ किए थे। लेकिन वह फाइल भी अधर में लटक गई। वर्ष 2020 में विधायक नैना चौटाला ने किसानों, खरीद एजेंसी अधिकारियों व आढ़तियों की मांग पर बाढड़ा के साथ लगते किसी गांव में कम से कम पांच लाख क्विंटल अनाज के भंडारण के लिए केंद्र निर्माण की फाइल शुरू कराई।

    जिसके लिए टीमों ने बार-बार कई जगहों का मौका मुआयना भी किया। लेकिन तीन साल गुजरने के बाद भी यह योजना कागजों तक ही सीमित रही। जिससे हर सीजन में अनाज खरीद के बाद उठान ना होने से किसानों, आढ़तियों की परेशानियां बढ़ती रही हैं।

    किसान भुगत रहे खामियाजा

    आढ़ती एसोसिएशन अध्यक्ष हनुमान शर्मा, भाकियू अध्यक्ष हरपाल भांडवा, महासचिव ओमप्रकाश उमरवास ने कहा कि क्षेत्र का किसान परेशान है। बाढड़ा उपमंडल क्षेत्र में अनाज भंडारण केंद्र ना होने का खामियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। मंडी में खरीदे गए अनाज का उठान ना होने से अन्य कामकाज भी प्रभावित हो रहा है।

    दूसरे जिलों में कई कई वेयर हाउस हैं। लेकिन दादरी जिले में तीन हैं। बाढड़ा क्षेत्र में एक भी भंडारण केंद्र नहीं है। यदि बाढड़ा, झोझू कलां खंड के किसी गांव में भंडारण केंद्र हो तो उठान में भी तेजी आएगी। लेकिन सरकार कोई ध्यान नहीं दे रही।

    सीएम को करवा चुके अवगत: विधायक

    दादरी हलके के विधायक सुनील सांगवान व बाढड़ के विधायक उमेद पातुवास ने कहा कि उन्होंने सीएम नायब सिंह सैनी को समस्या से अवगत कराया है। जिले में वेयर हाउस निर्माण व कोल्ड स्टोरेज स्थापित करने की मांग रखी है। जिस पर जल्द ही कदम उठाने की उम्मीद है।

    प्रदेश के पूर्व सहकारिता मंत्री स्व. सतपाल सांगवान ने भी रबी व खरीफ सीजन की फसलों की खरीद के बाद तुरंत उठान के लिए वर्ष 2013 में ही दो बड़े गांवों में वेयर हाउस के लिए फाइल स्वीकृत कराई थी। लेकिन बाद में उसे रदी की टोकरी में डाल दिया है।

    भूमि चयनित ना करना सरकार की लापरवाही: नैना चौटाला

    पूर्व विधायक नैना चौटाला ने कहा कि उपमंडल क्षेत्र में अनाज उत्पादन में प्रतिवर्ष ढ़ोतरी होना खुशी की बात है। भंडारण केंद्र के लिए उन्होंने वर्ष 2020 में ही फाइल शुरू करवा कर बेरला गांव में भंडारण केंद्र प्रोजेक्ट पर काम शुरू कराया।

    लेकिन टीम जब धरातल पर भूमि चयन के लिए पहुंची तो गांव में चकबंदी के कारण पैमाइश व मलकियत सत्यापन की समस्या के चलते योजना सिरे नहीं चढ़ पाई। लेकिन अब मौजूदा सरकार जानबूझ कर इस मामले में देरी कर रही है। प्रदेश सरकार को किसानों को लगभग दस हजार क्विंटल अनाज का बड़ा भंडारण केंद्र का निर्माण कराए ताकि किसानों, आढ़तियों को परेशानी ना हो।