चरखी दादरी: गरीबों के हक पर डाका! प्राइवेट अस्पताल ने आयुष्मान योजना में की सेंधमारी, कृषि मंत्री ने दिए जांच के आदेश
चरखी दादरी के एक निजी अस्पताल पर 'प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना' में धोखाधड़ी का आरोप लगा है। एक मरीज के पति ने शिकायत की कि उसकी पत्नी के इलाज के लिए आ ...और पढ़ें
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आयुष्मान योजना में धोखाधड़ी का आरोप (फाइल फोटो)
जागरण संवाददाता,चरखी दादरी। जिले के एक प्राइवेट अस्पताल में 'प्रधानमंत्री आयुष्मान योजना' में सेंधमारी का हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है। यहां सोमवार को आयोजित कष्ट निवारण समिति की बैठक में एक फरियादी ने आरोप लगाया कि वह अपनी पत्नी के टूटे हाथ का इलाज कराने एक प्राइवेट अस्पताल गया था, जहां उससे 58,400 रुपये ठग लिए गए।
फ्री इलाज के नाम पर धोखाधड़ी
दादरी के वार्ड-4 निवासी भोलीराम ने बताया कि एक जुलाई 2025 को फिसलकर गिरने से उसकी पत्नी बबीता हाथ टूट गया था। वह रात को ही पत्नी को दादरी सिविल अस्पताल ले गया, जहां पट्टी बांधकर व दवा देकर उसे सुबह आने के लिए कहा गया। अगली सुबह जब वह अस्पताल पहुंचा, तो डाक्टर ने एक्स-रे के लिए लिख दिया।
एक्स-रे करवाने के बाद जब वह लाइन में खड़ा हुआ, तो वहां तैनात उसके मोहल्ले का संजय मिला। उसने कहा कि आपके पास आयुष्मान कार्ड है, आप प्राइवेट अस्पताल में जाकर फ्री में इलाज करवा सकते हैं।
आयुष्मान कार्ड का किया दुरुपयोग
यह सुनकर भोलीराम अपनी पत्नी को लेकर प्राइवेट अस्पताल पहुंच गया, जहां पहले से संजय मौजूद था। वहां अस्पताल वालों ने ऑपरेशन के लिए अगले दिन का समय दे दिया। अगले दिन जब वो वहां पहुंचे तो उसकी पत्नी का इलाज शुरू कर दिया गया।
उसी दौरान उसका आयुष्मान व आधार कार्ड मांगते हुए एक्स-रे करने की बात भी कही गई। जब उसने मना किया तो संजय ने उससे कहा कि कुछ नहीं होगा, आप एक्स-रे करा लो।
मरीज वाले कपड़े पहनाकर खींची फोटो
भोलीराम ने आरोप लगाया कि आयुष्मान कार्ड देने के बाद अस्पताल कर्मचारी उसे ऊपर ले गए और वहां मरीज वाले कपड़े पहनाकर व मास्क लगाकर उसका फोटो खींचा गया। चार जुलाई को पहले उसकी पत्नी के उपचार के 25 हजार रुपये व अगले दिन उसके उपचार पर 58,400 रुपये कटने का मैसेज मोबाइल पर आया। जब उसने अस्पताल के एक कर्मचारी से बात की तो वो उसे डराने लगा।
मंत्री ने एसपी को दिए जांच के आदेश
भोलीराम के आरोपों पर कृषि मंत्री ने सीएमओ डा. नरेश कुमार से जवाब मांगा। उन्होंने बताया कि चिकित्सकों की तीन सदस्यीय कमेटी से इसकी जांच कराई गई है। इस पर कृषि मंत्री संतुष्ट नहीं हुए और उन्होंने एसपी अर्श वर्मा को इस मामले की जांच का आदेश दे दिया। मामले में श्याम सिंह राणा ने एसपी अर्श वर्मा को जांच का आदेश दिया है।

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