खेल प्रतियोगिताओं की तारीखों में टकराव, चिंता में एथलीट्स, हरियाणा से कैसे निकलेंगे ओलिंपियन
एक ही समय में चार प्रतियोगिताएं होने से एथलीट्स परेशान हैं। वे यह तय नहीं कर पा रहे हैं कि किस प्रतियोगिता में भाग लें जिससे उनके करिअर पर असर पड़ सकता है। खिलाड़ियों और प्रशिक्षकों का कहना है कि प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका न मिलने से मनोबल गिरता है।

सुरेश मेहरा, भिवानी। चार खेल प्रतियोगिताओं की तारीखों में टकराव से एथलीट्स चिंता में हैं। सवाल यह उठने लगा कि अगर एथलीट्स को समयानुसार प्रतियोगिताओं में भाग लेने का मौका नहीं मिलेगा तो कैसे वे ओलिंपियन बन पाएंगे। एथलीट्स के करियर को ध्यान में रखते हुए ऐसी व्यवस्था होनी चाहिए कि वे सभी प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें।
हरियाणा शिक्षा निदेशालय की ब्वाॅयज स्टेट एथलेटिक्स चैंपियनशिप भिवानी में 24 से 26 सितंबर तक खेली जाएगी। नेशनल ओपन सीनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप 27 से 30 सितंबर तक होगी। नाॅर्थ जोन एथलेटिक्स चैंपियनशिप उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में 23 से 25 सितंबर तक होनी है। हरियाणा राज्य जूनियर एथलेटिक्स चैंपियनशिप करनाल के कर्ण स्टेडियम में 27 से 28 सितंबर तक खेली जाएगी। एथलीट्स ने इन प्रतियोगिताओं की तारीखों में बदलाव की मांग की है।
राज्य या राष्ट्रीय खेलोें में अवसर न मिलने से गिरता है मनोबल
खिलाड़ियों और खेल प्रशिक्षकों का मानना है कि एथलीट्स को नेशनल अथवा स्टेट चैंपियनशिप खेलने का मौका नहीं मिलेता है तो उनका मनोबल गिरता है। हरियाणा एथलेटिक्स के महासचिव प्रदीप मलिक ने बताया कि खिलाड़ियों के करियर का ध्यान में रखते हुए प्रतियोगिताओं अलग-अलग समय में होनी चाहिए।
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