बहादुरगढ़ में नगर परिषद ने शुरू किया बर्तन बैंक, प्लास्टिक मुक्ति की तरफ बढ़ाया कदम
बहादुरगढ़ नगर परिषद ने प्रधानमंत्री मोदी के जन्मदिन पर बर्तन बैंक खोला। इसका उद्देश्य शहर को प्लास्टिक मुक्त बनाना है। चेयरपर्सन सरोज राठी ने बताया कि स्टील के बर्तन मुफ्त में मिलेंगे जिनका उपयोग भंडारे शादी जैसे आयोजनों में किया जा सकता है। इससे गंदगी कम होगी पर्यावरण बचेगा और डिस्पोजेबल बर्तनों पर खर्च भी नहीं होगा।

जागरण संवाददाता, बहादुरगढ़। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिवस पर शुरू हुए सेवा पखवाड़ा अभियान के तहत नगर परिषद बहादुरगढ़ ने स्वच्छता और पर्यावरण संरक्षण की दिशा में महत्वपूर्ण पहल की है। नगर परिषद की ओर से शहर में बर्तन बैंक खोला गया है।
इस बर्तन बैंक का उद्देश्य शहर को प्लास्टिक और थर्माकोल मुक्त बनाना है, ताकि सामाजिक, धार्मिक और पारिवारिक आयोजनों में अब डिस्पोजेबल बर्तनों की जगह स्टील के बर्तन उपयोग किए जा सकें।
नगर परिषद की चेयरपर्सन सरोज राठी ने बर्तन बैंक का उद्घाटन किया और इसे आमजन के लिए समर्पित किया। उन्होंने कहा कि सरकार की ओर से स्टील के गिलास, प्लेट, चम्मच और थालियां नगर परिषद को उपलब्ध कराई गई हैं, जिन्हें शहरवासी निश्शुल्क ले सकते हैं।
लोग भंडारा, शादी, धार्मिक या सामाजिक कार्यक्रमों में इन बर्तनों का प्रयोग करके कार्यक्रम समाप्त होने के बाद इन्हें वापस नगर परिषद में जमा कर देंगे। इस व्यवस्था से न केवल गंदगी कम होगी, बल्कि पर्यावरण भी सुरक्षित रहेगा।
चेयरपर्सन ने सीएम नायब सैनी और भाजपा सरकार का यह बर्तन बैंक खोलने पर आभार जताया है। अब तक कार्यक्रमों में बड़े पैमाने पर प्लास्टिक और थर्माकोल के कप, प्लेट और चम्मच का इस्तेमाल होता रहा है।
लोग इन्हें सड़कों और गलियों में फेंक देते हैं या जलाकर नष्ट करते हैं, जिससे प्रदूषण और गंदगी फैलती थी। नालियां जाम हो जाती हैं और लोगों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है। नगर परिषद की यह पहल इन समस्याओं का समाधान लेकर आई है।
चेयरपर्सन सरोज राठी ने कहा कि नगर परिषद का यह बर्तन बैंक शहरवासियों के लिए एक अनूठी सुविधा है। उन्होंने लोगों से अपील की कि वे इस योजना का अधिक से अधिक लाभ उठाएं और पर्यावरण संरक्षण में अपना योगदान दें।
उन्होंने कहा कि भंडारे, शादी या अन्य किसी भी बड़े आयोजन में यदि लोग नगर परिषद से बर्तन लेकर प्रयोग करेंगे तो एक ओर तो उन्हें डिस्पोजेबल बर्तनों पर खर्च नहीं करना पड़ेगा, दूसरी ओर शहर भी साफ-सुथरा रहेगा।
चेयरपर्सन सरोज राठी ने इस पहल का स्वागत किया और कहा कि नगर परिषद का यह कदम बेहद सराहनीय है। इससे प्लास्टिक और थर्माकोल पर निर्भरता कम होगी और पर्यावरण को बड़ा लाभ पहुंचेगा। साथ ही, बच्चों और आने वाली पीढ़ियों के लिए स्वच्छ और सुरक्षित वातावरण बनाना संभव होगा। इस मौके पर पार्षद राजेश तंवर, सफाई निरीक्षक सुनील हुड्डा, मनमोहित गुप्ता आदि मौजूद थे।
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