रेल मंत्री के एक्स पर 'दौड़ी' ट्रेन, स्टेशन पर निरीक्षण को पहुंचे GM; पर्यटकों को अभी करना होगा इंतजार, बेहद शानदार हैं सुविधाएं
कालका-शिमला हेरिटेज रेल सेक्शन पर चलने वाली नई ट्रेन में सीसीटीवी कैमरे पैनोरमिक खिड़कियां और आधुनिक सुविधाएं होंगी। यह ट्रेन पर्यटकों को शानदार सफर का अनुभव कराएगी। जानिए इस ट्रेन की खासियतें और कब से शुरू होगी यह सेवा। अब रेल मंत्री के एक्स पर दी जानकारी के बाद खामियों को दूर कर जल्दी ही यह ट्रेन जनता को समर्पित कर दी जाएगी।

दीपक बहल, अंबाला। पर्यटकों को पहाड़ों की वादियों की सैर कराने वाली नई ट्रेन के लिए अभी इंतजार करना होगा। पांच दिन पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने एक्स पर 26 सेकेंड की वीडियो क्लिप साझा की थी। इसमें ट्रेन के दौड़ने और अंदर की खूबियों को दर्शाया गया।
कोच तैयार करने वाली कपूरथला कोच फैक्ट्री के महाप्रबंधक ने शनिवार को धर्मपुर से कालका स्टेशन तक यात्रा कर डिब्बों का निरीक्षण किया। पिछले दिनों चीफ कमिश्नर रेलवे सेफ्टी (सीसीआरएस) जनकराज ने इन कोच का निरीक्षण कर कुछ खामियां दूर करने के आदेश दिए थे।
छह डिब्बों वाले इन रैक को पुराना इंजन ही खींचेगा
अब रेल मंत्री के एक्स पर दी जानकारी के बाद खामियों को दूर कर जल्दी ही यह ट्रेन जनता को समर्पित कर दी जाएगी। सीसीआरएस की हरी झंडी मिलने के बाद ऐसे 20 कोच और तैयार करने की योजना है। सुरक्षा की दृष्टि से सीसीटीवी कैमरे भी लगाए गए हैं। छह डिब्बों वाले इन रैक को पुराना इंजन ही खींचेगा।
इंजन की एयर ब्रेक, सीट को आरामदायक, मोबाइल चार्जिंग साकेट जैसी सुविधाओं में और सुधार करने को कहा गया है। इस ट्रेन के शुरू होने से सैलानियों को शिमला पहुंचने में काफी समय भी बचेगा ही, कालका से प्रकृति को निहारते हुए शिमला पहुंचेंगे। इस ट्रेन के शुरू होने से पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा और लोग प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकेंगे।
सीसीटीवी कैमरे से होगी लैस
नैरोगेज लाइन पर दौड़ने वाली पहली सीसीटीवी युक्त ट्रेन होगी कालका-शिमला हैरिटेज रेल सेक्शन पर चलने वाली यह सीसीटीवी कैमरों से लैस देश में नैरोगेज पर चलने वाली पहली ट्रेन होगी। गार्ड के कोच में सीसीटी कैमरों की स्क्रीन होगी यह सीसीटीवी 360 डिग्री होंगे।
25 किमी की रफ्तार से दौड़ेंगे कोच
इन कोच में पैनोरमिक खिड़कियों वाले विस्टाडोम कोच 25 किलोमीटर (किमी) प्रतिघंटा की रफ्तार से दौड़ेंगे। इस सेक्शन में 919 घुमाव हैं, जिसमें सबसे तीखे मोड़ पर ट्रेन 48 डिग्री पर घूमती है।
फिलहाल तीस आधुनिक नैरोगेज डिब्बों का निर्माण किया गया है, जबकि इन कोच में 12 सीटों वाली चार एग्जीक्यूटिव क्लास चेयर, 24 सीटों वाली आठ एसी चेयरकार, 30 सीटों वाली 13 नान एसी चेयरकार और पांच पावर/सामान गार्ड कोच शामिल हैं।
कालका-शिमला रेल मार्ग पर करीब 117 साल पहले दो फीट छह इंच की नैरो गेज लाइन पर ट्रेन चलाई गई थी। रेलमार्ग पर 861 पुल हैं। यह होगी सुविधा नए तैयार किए गए कोच आधुनिक सुरक्षा सुविधाओं से लैस हैं।
सीसीटीवी कैमरे, फायर अलार्म सिस्टम, एंटी अल्ट्रा वायलेट कोटेड विंडो ग्लास, पावर विंडो, हीटिंग कूलिंग एसी पैकेज, लीनियर पंखें और लीनियर एलईडी लाइट से लैस है। इसके अलावा भी यात्री सुविधाओं के लिए काफी बंदोबस्त किया गया है।
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