Indian Railways: सस्ता भोजन उपलब्ध करवाने की याेजना से रेल नीर बाहर, दूसरे ब्रांड से होगी आपूर्ति
आइआरसीटीसी को अब सस्ते पानी के लिये दूसरे ब्रांड काे उतारना होगा। इसके अलावा रेल मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। रेलवे स्टेशनों पर जहां सामान्य काेच आकर रुकते हैं वहां अब वहां निशानदेही करवानी होगी। क्याेंकि इन डिब्बोें में सफर करने वाले यात्रियों के लिये सस्ता भोजन उपलब्ध करवाने की योजना है। अमूमन यह कोच ट्रेन के इंजन और गार्ड के डिब्बे से पहले लगे होते हैं।

दीपक बहल, अंबाला: देश भर के रेलवे स्टेशनों को भरपेट सस्ता भोजन उपलब्ध करवाने की योजना से फिलहाल रेल नीर खुद ही बाहर हो गया। यात्रियों को तीन रुपये में 200 एमएल पानी उपलब्ध करवाना है लेकिन रेल नीर बाेतल की पैकिंग आधा या फिर एक लीटर बोतल में ही उपलब्ध है।
ऐसे में अब रेलवे कैटरिंग एंड टूरिज्म कार्पोरेशन (आइआरसीटीसी) को सस्ता पानी उपलब्ध करवाने के लिये अब दूसरे ब्रांड काे उतारना होगा। इसके अलावा रेल मंत्रालय ने नई गाइडलाइन जारी की है। रेलवे स्टेशनों पर जहां सामान्य काेच आकर रुकते हैं वहां अब वहां निशानदेही करवानी होगी। क्याेंकि इन डिब्बोें में सफर करने वाले यात्रियों के लिये सस्ता भोजन उपलब्ध करवाने की योजना है। अमूमन यह कोच ट्रेन के इंजन और गार्ड के डिब्बे से पहले लगे होते हैं।
जनता खाना से महंगा बिकेगा यह खाना
रेलवे में सस्ता खाना की योजना पहले 15 रुपये में शुरू की गई थी। ट्रेनों में सफर कर रहे साधारण श्रेणी के यात्रियों को सस्ता और ताजा खाना उपलब्ध करवाने की याेजना का नाम जनता खाना रखा गया था। अभी भी स्टेशनों पर जनता खाना स्टालों पर मिलता है। लेकिन अब नई योजना में खाना 20 रुपये में मिलेगी। जनता खाने के पैकेट में 175 ग्राम पूरी (7 पूरी), 150 ग्राम सब्जी और अचार होता है।
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इसकी कीमत प्रति पैकेट 15 रुपये रखी गई है। नई याेजना में केवल 20 रुपये में सात पूरी 175 ग्राम, आलू की सब्जी 150 ग्राम और अचार दिया जाएगा। इसी काउंटर पर 50 रुपये का भुगतान करने पर राजमा या छोले के साथ चावल, खिचड़ी, छोले-भटुरे, पाव भाजी या मसला डोसा खरीद सकेंगे।
इसके साथ ही लोगों सिर्फ 3 रुपये पानी का 200 एमएल का गिलास मिलेगा। हालांकि, अभी स्टेशनों पर 15 रुपये में पानी की एक लीटर वाली बोतल मिलती है।
छह साल बाद किया गया बदलाव
रेलवे ने छह साल पुरानी अपनी ही पालिसी में बदलाव किया है। फरवरी 2017 में जारी आदेशों में कहा गया किसी नए खोमचे अथवा उसकी प्रकार के अन्य चीज को आवंटित नहीं किया जाएगा। रेहड़ियां व खोमचे, जो पहले से ही आवंटित हैं, उनको जारी रखा जा सकता है।
भीड़ को कम करने के लिए यह किसी विशिष्ट क्षेत्र के लिए निर्धारित किए जाएं, सावधानी बरती जाए कि इन्हें एफओबी और गाड़ियों के दरवाजे के पास न लगाया जाए। लेकिन अब नई पालिसी में बदलाव कर इसका नाम काउंटर रखा गया जहां खस्ता भोजन उपलब्ध हाेगा। इसके अलावा एक जोन में पांच ही ट्राली/रेहड़ी या अन्य स्टाल दिया जा सकता है, लेकिन अब रिफ्रेशमेंट रूम काे एक ही स्टेशन पर आठ की अनुमति दे दी गई है।
200 एमएल की जगह अभी बोतल की बिक्री
योजना का लागू करते ही एक स्टाल जरूर लगा दिया गया है लेकिन अभी इसके लिये अलग-अलग प्लेटफार्म के लिये ट्राली बनाई जाएगी। फिलहाल 200 एमएल पानी के गिलास उपलब्ध नहीं हो सकें, इसलिये अंबाला छावनी स्टेशन पर एक लीटर की बोतल बेची जा रही है जाे याेजना में लागू दर से महंगी पड़ रही है।

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