शताब्दी एक्सप्रेस में कोच लगाना भूला रेलवे, भटके मुसाफिर
चंडीगढ़ नई दिल्ली शताब्दी एक्सप्रेस ट्रेन के लिए यात्रियों को टिकट तो दे दी गई, लेकिन रेलवे अतिरिक्त कोच लगाना भूल गया। ऐसे में यात्रियों को खड़़ेे होकर यात्रा करनी पड़ी।
जेएनएन, अंबाला। चंडीगढ़ से नई दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस के लिए यात्रियों को टिकट तो दे दी गई, लेकिन रेलवे अतिरिक्त कोच लगाना भूल गया। ऐसे में सी-3 और सी-ई कोच के लिए टिकट बुक कराने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा। आनन-फानन में यात्रियों को चंडीगढ़ से एग्जीक्यूटिव क्लास में बैठा दिया गया, लेकिन अंबाला से जिन यात्रियों की एग्जीक्यूटिव क्लास में टिकट बुक थी, वह जब ट्रेन में सवार हुए तो चंडीगढ़ के यात्रियों को सीटों से उठा दिया गया। ऐसे में उन्हें ट्रेन में खड़े होकर दिल्ली तक यात्रा करनी पड़ी।
एयरपोर्ट बंद होने के कारण रेलवे की ओर से शनिवार से दो अतिरिक्त कोच लगाए जाने थे
दरअसल पिछले काफी लंबे समय से चंडीगढ़ एयरपोर्ट में रनवे को अपग्रेड करने का काम चल रहा है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ने रनवे की लंबाई 1000 फीट और बढ़ाने को लेकर 12 से 31 मई तक एयरपोर्ट को बंद किया गया है। इससे पहले भी 12 से 26 फरवरी तक एयरपोर्ट को बंद रखा गया था।
चंडीगढ़ से नई दिल्ली जाने वाली शताब्दी एक्सप्रेस में यात्रियों को खड़े होकर करना पड़ा सफर
उस दौरान नई दिल्ली जाने वाली ट्रेनों में कोच की संख्या नहीं बढने के कारण यह मामला पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट में चला गया था। उस दौरान डीआरएम को खुद हाई कोर्ट में कोच की संख्या बढ़ाने के बारे में स्पष्टीकरण देना पड़ा था। इसके बाद रेलवे ने वीवीआइपी ट्रेन में कोच बढ़ाने का फैसला किया था। शनिवार से ट्रेन नंबर 12045 और 12046 शताब्दी एक्सप्रेस में मौजूदा कोच के अलावा दो अतिरिक्त कोच लगाकर ट्रेन को शुरू करना था।
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यात्रियों को सी-3, सी-ई में अलॉट की गई सीटें
शताब्दी में एक्सप्रेस में नई दिल्ली जाने वाले यात्रियों ने रेलवे में अपनी टिकट बुकिंग करवा ली। रेलवे ने यात्रियों को कंफर्म टिकट अलॉट कर दी। चंडीगढ़ निवासी हरियाणा एवं पंजाब हाई कोर्ट के अधिवक्ता दामोदर खुराना ने भी परिवार सहित नई दिल्ली जाने के लिए ऑनलाइन टिकट बुक की। उन्हें सी-ई कोच में सीट दी गई। इसी तरह से कुछ अन्य यात्रियों की सी-3 में सीटें बुक थी। मगर दोपहर करीब पौने 12 बजे जब वह स्टेशन पर पहुंचे तो पता चला कि शताब्दी एक्सप्रेस में सी-3 और सी-ई कोच ही नहीं है।
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टीटीई ने सीटें देने से किया इंकार
इस बात को लेकर स्टेशन पर काफी देर तक हंगामा हुआ। ट्रेन में मौजूद टीटीई ने भी यात्रियों को किसी अन्य कोच में सीट देने से साफ इन्कार कर दिया। इसके बावजूद सारे यात्री ट्रेन में सवार हो गए और एग्जीक्यूटिव व अन्य कोच में खाली सीटों पर बैठ गए। जब ट्रेन अंबाला छावनी रेलवे स्टेशन पर पहुंचे तो इन यात्रियों को यहां भी सीटों से उठा दिया गया। इसके बाद यात्रियों को नई दिल्ली तक शताब्दी एक्सप्रेस में शौचालय के पास खड़े होकर या फिर एक कोच से दूसरे में भटकते हुए यात्रा करनी पड़ी। यात्रियों ने इस परेशानी के लिए रेलवे को जिम्मेदार ठहराया है।