नूंह में जलाभिषेक यात्रा की अनुमति नहीं, भीड़ रोकने के लिए हरियाणा पुलिस ने पड़ोसी राज्यों से मांगी मदद
हरियाणा के नूंह में पुलिस ने जलाभिषेक यात्रा को अनुमति नहीं दी है। वहीं पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए पड़ोसी राज्यों से भी मदद मांगी है। प्रस्तावित जल अभिषेक यात्रा को देखते हुए कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। इसी के साथ नूंह में 28 अगस्त रात 1159 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।

चंडीगढ़, राज्य ब्यूरो। Haryana Nuh News नूंह में कुछ संगठनों द्वारा 28 अगस्त को जलाभिषेक यात्रा निकालने की तैयारी को लेकर सरकार पूरी तरह अलर्ट है। नूंह में 31 जुलाई को हुई हिंसा और तीन से सात सितंबर तक होने वाली जी-20 शेरपा की बैठक को देखते हुए प्रशासन ने आयोजकों को यात्रा की अनुमति देने से इनकार कर दिया है। ऐसे में प्रस्तावित जलाभिषेक यात्रा में भीड़ जुटने से रोकने और कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए हरियाणा पुलिस ने पड़ोसी राज्यों से मदद मांगी है।
हरियाणा के पुलिस महानिदेशक शत्रुजीत कपूर ने शनिवार को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से पंजाब, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, राजस्थान और चंडीगढ़ के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक की। डीजीपी ने संभावित स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए समन्वित प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया।
पुलिस बल को किया गया तैनात
उन्होंने कहा कि भले ही जलाभिषेक यात्रा आयोजित करने की अनुमति नहीं दी गई है, लेकिन कुछ ऐसे इनपुट हैं कि कुछ संगठनों द्वारा हरियाणा और अन्य पड़ोसी राज्यों के लोगों को 28 अगस्त को नूंह पहुंचने के लिए आमंत्रित किया गया है। इसके मद्देनजर हरियाणा पुलिस द्वारा सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं। प्रस्तावित जल अभिषेक यात्रा को देखते हुए कानून एवं व्यवस्था की स्थिति बनाए रखने के लिए पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है। एहतियात के तौर पर नूंह में 26 अगस्त दोपहर 12 बजे से 28 अगस्त रात 11:59 बजे तक इंटरनेट सेवाएं निलंबित कर दी गई हैं।
इंटरनेट मीडिया पर पुलिस की निगरानी
स्थिति से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए खुफिया जानकारी साझा करने की आवश्यकता पर जोर देते हुए शत्रुजीत कपूर ने सीमावर्ती राज्यों के वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्मों की नियमित निगरानी सुनिश्चित करने, नफरत भरे भाषणों के माध्यम से शांति को बाधित करने की कोशिश करने वाले लोगों के बारे में जानकारी साझा करने तथा उनके विरुद्ध कानून के अनुसार कार्रवाई के लिए कहा है।
इसके अलावा, उन्होंने लोगों की किसी भी तरह की भीड़ को रोकने के लिए अंतरराज्यीय सीमाओं पर बैरिकेडिंग किए जाने पर बल दिया और कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं दी जाएगी। एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था ममता सिंह नोडल अधिकारी होंगी और वह नूंह में तैनात रहेंगी। उन्होंने सीमावर्ती राज्यों के पुलिस अधिकारियों से कहा कि यदि कोई भी ऐसी घटना उनके संज्ञान में आती है जिससे सांप्रदायिक सौहार्द बिगड़ सकता है, तो वे इसे तुरंत साझा करें ताकि समय पर आवश्यक कार्रवाई की जा सके।
इन अधिकारियों की मौजूदगी में बनी रणनीति
बैठक में हरियाणा की ओर से एडीजीपी सीआइडी आलोक मित्तल, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था ममता सिंह और आइजी कानून एवं व्यवस्था संजय कुमार ने रणनीति साझा की। बैठक में विशेष पुलिस महानिदेशक कानून एवं व्यवस्था पंजाब अर्पित शुक्ला, एडीजीपी कानून एवं व्यवस्था राजस्थान आनंद श्रीवास्तव, एडीजीपी आगरा अनुपम कुलश्रेष्ठ, ज्वाइंट सीपी दिल्ली रजनीश गुप्ता, स्पेशल सीपी ला एंड आर्डर जोन-1 दिल्ली दीपिंदर पाठक, स्पेशल सीपी ला एंड आर्डर जोन-2, दिल्ली सागर प्रीत हुडा और एसएसपी यूटी चंडीगढ़ कंवरदीप कौर वर्चुअल रूप से जुड़े।
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