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    Manohar Lal Profile: आजीवन अविवाहित, RSS से नाता और मुख्यमंत्री... कड़े संघर्ष से गुजरा है मनोहर लाल का राजनीतिक सफर

    Updated: Tue, 12 Mar 2024 03:16 PM (IST)

    मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar Biography) डॉक्टर बनना चाहते थे लेकिन उनके पिता चाहते थे कि वे परिवार के अन्य सदस्यों की तरह ही खेती करें। शिक्षा के महत्त्व पर अपने पिता को विश्वास में लेकर रोहतक के नेकीराम शर्मा राजकीय महाविद्यालय में प्रवेश लिया। आरएसएस से मनोहर लाल सन् 1977 में जुड़े। उन्होंने पीएम मोदी के साथ मिलकर साल 1966 में काम करना शुरू किया था।

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    कड़े संघर्ष से गुजरा है मनोहर लाल का राजनीतिक सफर

    डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। (CM Manohar Lal Profile ) हरियाणा के मनोहर लाल ने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। राजनीति में उनका अनुभव और गुर वाकई प्रशंसनीय है। साल 1947 की त्रासदी में वह रोहतक के गांव निंदाणा में आकर बस गए थे और यहीं से उन्होंने खेतीबाड़ी कर परिवार का पोलन-पोषण किया। इस बीच उन्होंने अध्ययनरत रहते हुए चर्चा-परिचर्चाओं में भाग लेना शुरू किया।

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    परिवार चाहता था खेतीबाड़ी करे मनोहर

    मनोहर लाल (Manohar Lal Khattar Biography) डॉक्टर बनना चाहते थे, लेकिन उनके पिता चाहते थे कि वे परिवार के अन्य सदस्यों की तरह ही खेती करें। शिक्षा के महत्त्व पर अपने पिता को विश्वास में लेकर रोहतक के नेकीराम शर्मा राजकीय महाविद्यालय में प्रवेश लिया। वे परिवार के एकमात्र पहले ऐसे सदस्य थे, जिन्होंने दसवीं के बाद पढ़ाई की। मेडिकल कॉलेज की प्रवेश परीक्षा की तैयारी के लिए मनोहर लाल (Haryana Politics News) ने दिल्ली का रुख किया। यहां से उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन पूरी की।

    RSS से जुड़ाव

    साल 1977 में वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े और आजीवन अविवाहित रहने का संकल्प लेकर अपने निजी जीवन को जनसेवा के लिए समर्पित कर दिया। साल 1980 में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के पूर्णकालिक प्रचारक बन गए। बतौर प्रचारक 14 वर्ष तक अपनी सेवाएं प्रदान कीं। इसके बाद वह साल 1994 में भारतीय जनता पार्टी में सक्रिय हुए। हरियाणा में वे पार्टी के संगठन महामंत्री रहे।

    पीएम मोदी के साथ मनोहर

    साल 1996 में मनोहर लाल को हरियाणा में पहली बार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ काम करने का मौका मिला। उन्होंने  सक्रिय रूप से कार्य करने का अवसर मिला। साल 2002 में उन्हें जम्मू एवं कश्मीर की भाजपा इकाई चुनाव समिति के प्रभारी का दायित्व सौंपा गया। उस समय मनोहर लाल की अथक मेहनत का ही परिणाम था कि भाजपा को छह में से तीन सीटें हासिल हुईं।

    मनोहर लाल पंजाब, हरियाणा और छत्तीसगढ़ राज्यों के चुनावों में भाजपा की सफलता में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। वर्ष 2004 में उन्हें दिल्ली और राजस्थान समेत 12 राज्यों का प्रभारी बनाया गया। उस समय उन्होंने राष्ट्रीय स्तर पर संघ के प्रसिद्ध विचारक बाल आप्टे के नेतृत्व में कार्य किया।

    इसके तत्काल बाद उन्हें जम्मू एवं कश्मीर,पंजाब, हरियाणा, चण्डीगढ़ और हिमाचल प्रदेश के लिए क्षेत्रीय संगठन महामंत्री का उत्तरदायित्व सौंपा गया। उनके कार्यकाल के दौरान इन राज्यों में पार्टी ने कई सफलताएं प्राप्त कीं। वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ तथा भारतीय जनता पार्टी के समर्पित कार्यकर्त्ता के रूप में लगभग 40 वर्षों से हरियाणा और राष्ट्र की अनवरत सेवा कर रहे हैं।

    हरियाणा में मुख्यमंत्री बनने का सफर

    लोकसभा चुनाव-2014 के दौरान हरियाणा चुनाव अभियान समिति का सीएम मनोहर लाल को अध्यक्ष नियुक्त किया गया। उनके कुशल चुनाव अभियान की बदौलत हरियाणा में भाजपा ने 10 में से 7 लोकसभा सीटें जीत कर सफलता हासिल की। उन्होंने 13वीं हरियाणा विधानसभा के लिए अक्तूबर, 2014 में हुए चुनाव में करनाल विधानसभा क्षेत्र से भाजपा प्रत्याशी के रूप में पहली बार चुनाव लड़ा और 63,773 मतों से विजयी हुए।

    21 अक्तूबर, 2014 को हरियाणा भाजपा विधायक दल के सर्वसम्मति से नेता चुने गये। उन्होंने 26 अक्तूबर, 2014 को हरियाणा के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ग्रहण की। मनोहर लाल हरियाणा के इतिहास में पहले ऐसे नेता हैं, जो पहली बार विधायक बने और मुख्यमंत्री का पद संभाला।

    उपरोक्त जानकारी हरियाणा की आधिकारिक वेबसाइट द्वारा ली गई है....