सर्कस में लड़कियों से होती थी मारपीट व छेड़खानी, संचालक करते थे घिनौनी हरकत
सर्कस से आठ लड़कियों को बरामद किया गया था। इन्होंने परिजनों के समक्ष उनपर होने वाले जुल्मों को बताया। उन्होंने कहा कि उनकी रस्सी से पिटाई होती थी और छेड़छाड़ की जाती थी।
जेएनएन, अंबाला। सेक्टर आठ में चल रही अपोलो सर्कस से बरामद कर पंचकूला के आशियाना में भेजी गई आठों लड़कियों के पुलिस ने सीडब्ल्यूसी टीम के सामने बयान दर्ज किए। इस दौरान सभी लड़कियों के परिजन भी मौके पर मौजूद रहे।
अपने परिजनों के सामने ही लड़कियों ने सर्कस मालिक को कटघरे में खड़ा कर दिया। एक-एक लड़की ने अपनी आपबीती बताई। आठों लड़कियों ने बताया कि उनके साथ सर्कस में न केवल थप्पड़ से मारपीट होती थी बल्कि रस्सी से भी उन्हें पीटा जाता था। इतना ही नहीं सर्कस मालिक का भाई शो में जाते हुए और शो से आते हुए उनके साथ छेड़खानी करता था और भद्दे-भद्दे कमेंट भी करता था। करीब एक घंटा तक पंचकूला के आशियाना में इन सभी के बयान दर्ज हुए। अब तीन अगस्त को इनकी उम्र का पता लगाने के लिए ओसिफिकेशन टेस्ट कराया जाएगा।
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गौरतलब है कि सेक्टर आठ में चल रही सर्कस से गत रविवार आठ लड़कियों को बरामद किया गया था। इन लड़कियों ने जबरदस्ती बंधक बनाने, 1500 रुपये मासिक वेतन वह भी उनके फंड में जमा कराने, गंदा खाने देने, मारपीट करने इत्यादि आरोप सर्कस मालिक पर लगाए थे। डिस्ट्रिक चाइल्ड प्रोटेक्शन यूनिट की काउंसलर पायल चुघ, सीडब्ल्यूसी सदस्य गुरुदेव व पंचकूला की टीम मौजूद रही।
ओपन में बने शौचालय में थे छेद
लड़कियों ने बताया कि उनके लिए शौचालय ओपन में टीन की चद्दरों को बनाया गया था लेकिन उसमें कई जगह छेद थे। यही हालत उस स्थान की थी जहां पर वह सोती थी। सोने के स्थान पर छत पर तिरपाल लगाई गई थी जोकि कई जगह से फटी थी। बरसात आने पर वह पूरी भीग जाती थी। इतना ही नहीं उन्हें शो खत्म होने के बाद भी सर्कस के दायरे में ही रखा जाता था। एक सीमित दायरा और उसके बाहर ताले लगा दिए जाते थे ताकि कोई भाग न सके। यदि कोई लड़की भागने की कोशिश करती थी तो उसके साथ मारपीट की जाती थी।
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