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    अब कोहरे के कारण ट्रेनों की रफ्तार पर नहीं लगेगा ब्रेक! फॉग से निपटने के लिए रेलवे लगा रहा ये खास डिवाइस

    Updated: Sat, 30 Nov 2024 07:56 AM (IST)

    कोहरे के कारण ट्रेनों का संचालन प्रभावित हो रहा है। कुछ ट्रेनें घंटों तक लेट हो रही हैं। कोहरे से निपटने के लिए रेलवे ने कमर कस ली है और फॉग सेफ डिवाइस का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह डिवाइस लोको पायलट को सिग्नल की सटीक जानकारी देता है और ट्रेनों का संचालन सुरक्षित और निर्बाध रूप से हो सके।

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    कोहरे से निपटने के लिए अंबाला रेल मंडल लगा रहा है फॉग सेफ डिवाइस (फाइल फोटो)

    जागरण संवाददाता, अंबाला। ठंड की दस्तक के साथ कोहरा अपना असर दिखाता है। कोहरे और धुंध की वजह से ट्रेनों का लेट होना आम बात हो चुकी है। कुछ ट्रेनें घंटे-दो घंटें तो सर्दियों में कुछ घंटे 20 से 22 घंटे तक लेट हो जाती है। कोहरे की वजह से ट्रेनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाता है।

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    कोहरे के चलते विजिबिलिटी कम होने की वजह से ट्रेनों की रफ्तार कम हो जाती है, जिसकी वजह से यात्रा में लगने वाला समय बढ़ जाता है। हालांकि कोहरे से निपटने के लिए अंबाला रेल मंडल ने कमर कस ली है। अधिकारियों की ड्यूटी भी स्टेशनों पर लगायी जाएगी।

    फॉग सेफ डिवाइस का इस्तेमाल

    रेलवे के मुताबिक ऐसी परिस्थितियों में फॉग सेफ डिवाइस को लोको पायलट की मदद के लिए डिजाइन किया गया है। यह उपकरण सिग्नल की सटीक जानकारी देता है। साथ ही अलग स्थानों पर लगे सिग्नल को विशेष रूप से चेतावनी के साथ बताता है, जिससे ट्रेनों का संचालन सुरक्षित और निर्बाध रूप से हो सके।

    बता दें कि फॉग सेफ डिवाइस एक जीपीएस आधारित उपकरण है, जो लोको पायलट को उनके मार्ग पर सिग्नलों और अन्य प्रमुख स्थानों की जानकारी देता है.। यह उपकरण सिग्नल की दूरी और ट्रेन की गति को स्क्रीन पर प्रदर्शित करता है। इसके अलावा, यह लोको पायलट को अलर्ट भी देता है, जब ट्रेन किसी सिग्नल के करीब होती है।

    ट्रेनों की स्पीड पर भी पड़ता है असर

    लोको पायलट को कोहरे के समय फॉग सेफ डिवाइस के साथ ट्रेनों की गति 75 किलोमीटर प्रति घंटे अथवा जरुरत के मुताबिक रफ्तार रखने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही सिग्नल की सूचना दर्शाने वाले बोर्ड पर चमकीली पट्टी लगाई जा रही है।

    इसके अलावा स्टेशन मास्टर को विजिबिलिटी टेस्ट ऑब्जेक्ट (वीटीओ) के उपयोग के निर्देश दिए गए है। इससे लोको पायलट को स्टेशन पास होने की जानकारी मिलेगी। इसके अलावा ट्रैकमैन द्वारा लोको पायलट को रास्ते में सिग्नल होने की चेतावनी देने के लिए पटाखे का उपयोग करने के निर्देश देते हुए पर्याप्त मात्रा में पटाखे उपलब्ध कराए गए हैं।

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    पश्चिमी हवाएं चलने से तापमान में गिरावट

    प्रदेश में उत्तर व उत्तर पश्चिमी हवाएं चलने से रात के तापमान में गिरावट हुई है। हिसार का न्यूनतम तापमान 8 डिग्री तक पहुंच गया है। वहीं आने वाले दिनों में सुबह के समय कहीं-कहीं हल्की स्मॉग छाने की संभावना जताई है। साथ ही 30 नवंबर रात से एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ भी सक्रिय हो सकता है।

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