Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    'फोटो डिलीट करें, CM नायब सैनी को नहीं होने दूंगा बदनाम', आखिर किस बात पर भड़के अनिल विज

    Updated: Tue, 05 Nov 2024 04:58 PM (IST)

    हरियाणा के ऊर्जा परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने विधानसभा चुनाव में जीत के बाद पार्टी के जिला कोषाध्यक्ष आशीष तायल पर हमला बोला है। विज ने आरोप लगाया कि तायल ने लोगों को चित्रा सरवारा के कैंप में ज्वाइन कराया और उनके खिलाफ काम किया। उन्होंने तायल को मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी के साथ अपनी तस्वीरें फेसबुक से हटाने को कहा है।

    Hero Image
    भाजपा नेता पर भड़के अनिल विज। फाइल फोटो

    दीपक बहल, अंबाला। हरियाणा विधानसभा चुनाव 2024 में शानदार जीत हासिल करने के बाद ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज (Anil Vij) ने पार्टी के जिला कोषाध्यक्ष आशीष तायल, जिला प्रशासन, नगर परिषद और चुनाव में गद्दारी करने वालों को कार्यकर्ताओं को आड़े हाथों लिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    विज ने कहा कि चुनाव तो 6 जीते हैं, लेकिन इस बार विधानसभा चुनाव में कई ताकतें मेरे खिलाफ लड़ रही थीं। एक सज्जन आशीष तायल ने लोगों को गली-गली में बैठक करके चित्रा सरवारा के कैंप में ज्वाइन कराया। सारे सुबूत मेरे पास हैं, उन्होंने जो-जो किया। किसके कहने पर और क्यों किया? मुझे मालूम नहीं है।

    आशीष तायल पर विज ने बोला हमला

    अनिल विज ने कहा कि मैंने उनकी फेसबुक प्रोफाइल देखी, हर पेज पर मुख्यमंत्री नायब सैनी के साथ अपना फोटो अपलोड कर रखे हैं, ताकि अधिकारियों पर दबाव और कार्यकर्ताओं को प्रभावित किया जा सके।

    यह भी पढ़ें- 'खुद को बताते हैं किसान हितैषी पर खाद तक नहीं करा पा रहे उपलब्ध', दिग्विजय चौटाला ने नायब सरकार पर साधा निशाना

    उनका मुख्यमंत्री के साथ क्या संबंध है, मुझे मालूम नहीं, लेकिन मैं मंच से कहना चाहता हूं कि भाजपा के खिलाफ जो काम किया है, उसके हिसाब से मुख्यमंत्री के साथ फोटो लगाने का उनको अधिकार नहीं है। उन्हें तुरंत यह फोटो फेसबुक से डिलीट कर देना चाहिए। हम मुख्यमंत्री को बदनाम नहीं होने देंगे।

    अनिल विज ने प्रशासन पर लगाया गंभीर आरोप

    अनिल विज ने प्रशासन का जिक्र किया। कहा कि प्रशासन ने उन्हें हराने की पूरी कोशिश की गई, यह जांच का विषय है। नगर परिषद ने हमारी ओर से मंजूर की गई सड़कों को बनाना बंद कर दिया। टेंडर हो चुके थे। आचार संहिता भी कारण नहीं मानी जा सकती। अन्य कार्य भी रोक दिए। विज ने कहा कि यह भी कोशिश की गई कि चुनाव में हिंसा हो, ताकि अनिल विज या उसका वर्कर मर जाए।

    उन्होंने कहा कि उन्हें गांव शाहपुर की धर्मशाला में कार्यक्रम में जाना था और चुनाव आयोग से इसकी इजाजत ले ली थी। चुनाव आयोग अनुमति देता है, तो वह पुलिस से भी एनओसी लेता है। वह उस कार्यक्रम में गए तो वहां काफी लोग उपस्थित थे, इसी बीच वहां कई लोग डंडे लेकर हाल के अंदर आ गए और झगड़ा हो गया। उन्होंने धैर्य बनाए रखा।

    विज ने कहा कि मैं पूछना चाहता हूं कि उस समय पुलिस कहां थी? विज ने कहा कि उनके पास जेड सिक्योरिटी है, मगर इस घटना से एक दिन पहले उनकी आधी सिक्योरिटी हटा ली गई थी। उस दिन सीआईडी कहां थी।

    विज की कई सभाओं में हुआ था बवाल

    बता दें कि गरनाला में भी अनिल विज (Anil Vij) के समर्थक और दूसरी पार्टी के समर्थक आमने-सामने हो गए थे। शाहपुर में भी ऐसी ही घटना हुई। विज ने पुलिस और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर फिर से सवाल उठा दिए। विज ने कहा कि जब चुनाव आयोग से अनुमति लेकर जनसभा कर रहे हैं, तो इसके लिए किसकी जिम्मेदारी बनती है कि उनकी जनसभा में खलल न पड़े।

    उन्होंने कहा कि दोनों जगह हमने संयम से काम लिया अन्यथा दोनों ओर से समर्थक भड़क जाते और बड़ी घटना हो सकती थी। विज ने डीसी से पूछा कि बताओ दोनों जगह प्रशासन की ओर से क्या कार्रवाई हुई। पहले से पुख्ता इंतजाम क्यों नहीं किए गए।

    यह भी पढ़ें- नायब सैनी के CM बनने के बाद आवास पर पहुंचे डेरा ब्यास प्रमुख गुरिंदर सिंह ढिल्लों, मुख्यमंत्री बोले- आशीर्वाद बना रहे

    comedy show banner
    comedy show banner