Ambala: 25 से अधिक युवाओं ने उठाया स्लम एरिया के बच्चों को पढ़ाई की मुख्यधारा से जोड़ने का बीड़ा
हरियाणा के अंबाला में 25 से अधिक युवाओं ने स्लम एरिया के बच्चों को शिक्षित कराने का जिम्मा उठाया है। आर्थिक तंगी के चलते बच्चें स्कूल नहीं जा पा रहे थे। इन 25 से अधिक युवाओं ने दो स्थानों पर ट्यूशन सेंटर भी खोला है।

जागरण संवाददाता, अंबाला : स्लम एरिया में रहने वाले ऐसे बच्चे जो स्कूलों की मुंह नहीं देखे और उनमें अच्छी शिक्षा ग्रहण करने की ललक है, ऐसे को पढ़ाई की मुख्य धारा से जोड़ने का जिम्मा अंबाला छावनी के 25 से अधिक युवाओं की टोली ने उठा रखा है।
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इस टोली में ऐसा युवा वर्ग शामिल है जो संपन्न परिवार से हैं और वे जरूरतमंदों की मदद करने के लिए हर समय तत्पर रहते हैं। अब इन युवाओं ने परिवार की तरफ से मिलने वाले जेब खर्च को इस भलाई के काम में लगा रहे हैं। शिक्षा के लिए जरूरी कापी, किताब, बैग से लेकर पाठ्य सामाग्री खरीदकर जरूरतमंद बच्चों को दे रहे हैं।
दो स्थान पर खोला ट्यूशन सेंटर
जरुरतमंद बच्चों को पढ़ाने के लिए इन युवाओं की टोली ने महेशनगर के टांगरी और 12 क्रास रोड पर ट्यूशन सेंटर संचालित कर रहे हैं। इसमें छह छह युवाओं की टोली सुबह और सायं की पाली में इन बच्चों को ट्यूशन पढ़ाने का काम कर रहे हैं। इस प्रयास से आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को शिक्षा हािसल कर जीवन में लक्ष्य प्राप्त करने का अवसर मिलेगा। गरीब तकबे के बच्चे उत्साह से शिक्षा हासिल कर रहे हैं।
20 बच्चों का स्कूल में कराया दाखिला
गरीब परिवार जो अपने बच्चों की पढ़ाई का खर्च नहीं उठा पा रहे हैं उनके बच्चों का स्कूलों में दाखिला कराने से लेकर पढ़ाई पर आने वाले खर्च को युवाओं की टोली स्वयं उठा रही है। युवाओं का कहना है कि अगर जरुरतमंद की मदद करने का जज्बा हो तो इस तरह का एक मंच बनाकर उन्हें लाभ पहुंचाया जा सकता है। अंबाला जिले का साक्षरता दर बढ़ाने में उनका यह कदम बेहतर साबित होगा। उनके इस प्रयास को सराहा जाएगा।
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समाज सेवा करने के लिए सबसे पहले समाज को शिक्षित करने की जरुरत है। इसके लिए जब समाज के बच्चों से लेकर बड़े सभी शिक्षित होंगे तो यह देश और तरक्की करेगा। इसी सोच को रखकर जरुरतमंद बच्चों को पढ़ाने की जिम्मेदारी अंबाला के युवाओं ने उठाई है। पायल वेदी, श्री माता वैष्णो देवी शक्ति धाम।
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