Gujarat News: पोरबंदर में भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे
Gujarat News पोरबंदर के मेमनवाड़ा इलाके में अवैध अभियान हटाए जाने के दौरान भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। भारी पुलिस बल के बीच मंगलवार को 20 से अधिक छोटे और बड़े अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाए गए।

अहमदाबाद, जेएनएन। Gujarat News: गुजरात में पोरबंदर के मेमनवाड़ा इलाके में अवैध अभियान हटाए जाने के दौरान भीड़ को काबू करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे। भारी पुलिस बल के बीच मंगलवार को 20 से अधिक छोटे और बड़े अवैध निर्माणों पर बुलडोजर चलाए गए। 70 हजार वर्ग फुट अवैध अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया है। यह अभियान बुधवार को भी जारी रहेगा। जूनागढ़ से पुलिस बल बुला लिया गया।
सड़कों पर उतरी भीड़
पोरबंदर में अवैध निर्माण हटाए जाने के दूसरे दिन मंगलवार को भारी भीड़ सड़कों पर उतर आई। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने चार आंसू गैस के गोले दागे। इस दौरान तीन लोग घायल हो गए। स्थिति तनावपूर्ण होने पर जूनागढ़ पुलिस की मदद ली गई। जूनागढ़ पुलिस का काफिला पोरबंदर भेजा गया है। पोरबंदर में करीब एक हजार पुलिसकर्मी तैनात किए गए। पुलिस इस मामले के हर पहलू की जांच कर रही है। इस मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है।
गुजरात में सांप्रदायिक झड़प
गुजरात के वडोदरा जिले के सावली कस्बे में धार्मिक झंडा लगाने को लेकर दो गुट आपस में भिड़ गए और पथराव किया। 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। एक स्थानीय पुलिस अधिकारी ने सोमवार को बताया कि शनिवार की रात कुछ लोग धामीजी का डेरा इलाके में एक बिजली के खंभे पर धार्मिक झंडा लगा रहे थे। अन्य समुदाय के सदस्यों ने इस पर आपत्ति जताई। इसके बाद झगड़ा बढ़ गया। दोनों समुदायों ने एक-दूसरे पर पथराव करना शुरू कर दिया। कोई भी घायल नहीं हुआ, लेकिन दंगाइयों ने एक वाहन और दुकान को क्षतिग्रस्त कर दिया।शनिवार देर रात दोनों समूहों ने एक दूसरे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई। 43 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर दोनों समुदायों के 36 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील इलाके में पुलिस सुरक्षा बढ़ा दी गई है। स्थिति नियंत्रण में है।
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