पहलगाम हमला के पीड़ितों ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को बताया न्याय, पीएम मोदी और सेना के प्रति आभार किया व्यक्त
पहलगाम में हुए हमले का बदला भारतीय सेना ने तगड़ा बदला लिया। भारतीय सेना के एयरस्ट्रइक में आतंकियों के 9 ठिकानों को ध्वस्त कर दिया गया। इस बीच पहलगाम हमला के पीड़ितों ने ऑपरेशन सिंदूर को न्याय बताया है। उन्होंने प्रधानमंत्री से आतंकवाद के सफाए की मांग की है। बता दें कि पहलगाम में आतंकियों ने 26 लोगों को निशाना बनाया था।
एएनआई, भावनगर। भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम के बाद पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए व्यक्ति के भतीजे यतीश ने आपरेशन सिंदूर के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और सेना के प्रति आभार व्यक्त किया और आतंकवाद के सफाए की मांग की।
यतीश ने कहा कि पीएम मोदी और हमारी सेना ने आपरेशन सिंदूर शुरू करके बदला लिया और हम इसके लिए उनका धन्यवाद करते हैं।
हमेशा के लिए समाप्त होना चाहिए आतंकवाद
प्रधानमंत्री को हमेशा के लिए आतंकवाद को खत्म करना चाहिए। इस बीच, पुणे में एक अन्य पीड़ित परिवार ने भी ऐसी ही भावनाएं व्यक्त कीं। पहलगाम हमले में मारे गए कौस्तुभ गणबोटे के पुत्र कुणाल गणबोटे ने सरकार के प्रयासों पर संतोष व्यक्त किया है।
'सेना ने किया बड़ा काम'
उन्होंने कहा कि सरकार ने जो भी कदम उठाए हैं, हम उससे संतुष्ट हैं और उसका समर्थन करते हैं। सरकार ने जो सैन्य कार्रवाई की, वह पहलगाम में जान गंवाने वालों के लिए एक श्रद्धांजलि थी। हम भारत के लोगों और सेना का धन्यवाद करते हैं, क्योंकि वे इस कठिन परिस्थिति में हमारे साथ रहे हैं।
भारतीय सेना के कदम ने विश्वास जगाया
इसके अलावा पहलगाम आतंकी हमले में मारे गए संतोष जगदाले की बेटी असावरी जगदाले ने भारतीय सेना द्वारा की गई कार्रवाई पर कहा कि हम खुशी से रो रहे थे। मोदी ने बदला लिया है, और जिस तरह से आपरेशन का नाम रखा गया, हमारे आंसू नहीं रुक रहे हैं।
जिन बहनों के सिंदूर को इन आतंकवादियों ने मिटाया, भारत ने उन पर नौ स्थानों पर हमला किया है। पहलगाम हमले के एक अन्य पीड़ित शुभम द्विवेदी के पिता संजय द्विवेदी ने कहा कि भारतीय सेना द्वारा उठाए गए कदम ने देश की सरकार में विश्वास की भावना पैदा की है।
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