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    पाकिस्तान के सारे ड्रोन तबाह, 100 से अधिक आतंकी ढेर; जानिए ऑपरेशन सिंदूर पर सेना की प्रेस ब्रीफिंग की बड़ी बातें

    Updated: Mon, 12 May 2025 04:02 AM (IST)

    ऑपरेशन सिंदूर पर डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई एयर मार्शल ए.के. भारती और वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कई जानकारी दी। इस प्रेस ब्रीफिंग के दौरान बताया गया कि इस कार्रवाई में 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तान के 11 एयरबेस नष्ट कर दिए गए। भारतीय सेना ने पाकिस्तान की घुसपैठ के जवाब में भारी नुकसान पहुंचाया।

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    भारतीय सेना ने पाकिस्तान की घुसपैठ के जवाब में भारी नुकसान पहुंचाया। (फोटो- पीटीआई)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। शनिवार को भारत और पाकिस्तान के बीच सीजफायर का एलान किया गया। ये सीजफायर शनिवार शाम 5.30 बजे से लागू हो गया। सीजफायर के बाद भी पाकिस्तान की ओर से ड्रोन और मिसाइल दागे गए, जिसका भारतीय जवानों ने मुंहतोड़ जवाब दिया।

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    आज शाम को ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की थल सेना, नौसेना और वायु सेना के सैन्य महानिदेशकों (डीजीएमओ) ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया। जानकारी दें कि तीनों सेनाओं के अधिकारियों ब्रीफिंग से पहले ऑडियो-वीडियो प्रस्तुति भी दी। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान एयर मार्शल ए.के. भारती, लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद और मेजर जनरल एसएस शारदा मौजूद रहे। आइए आपको इस प्रेस ब्रीफिंग की बड़ी बाते बताते हैं।

    जानिए इस प्रेस ब्रीफिंग की बड़ी बातें

    समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार, ऑपरेशन सिंदूर पर डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई, एयर मार्शल ए.के. भारती और वाइस एडमिरल ए.एन. प्रमोद द्वारा आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस के प्रमुख बिंदु

    • इस कार्रवाई में 100 से ज़्यादा आतंकवादी मारे गए। पाकिस्तान के 11 एयरबेस नष्ट कर दिए गए। भारतीय सेना ने पाकिस्तान की घुसपैठ के जवाब में भारी नुकसान पहुंचाया।
    • हटाए गए उच्च-मूल्य वाले लक्ष्यों में शामिल हैं: यूसुफ़ अज़हर, अब्दुल मलिक रऊफ़, मुदस्सिर अहमद।
    • मल्टी-एजेंसी खुफिया जानकारी के आधार पर 9 आतंकी शिविरों की पुष्टि की गई। मुख्य लक्ष्य: भवालपुर (आतंकवादी प्रशिक्षण शिविर) और मुरीदके (एक अन्य प्रमुख आतंकवादी प्रशिक्षण स्थल)
    • युद्ध विराम के बाद भी, यूएवी और छोटे ड्रोनों की बाढ़ भारतीय नागरिक और सैन्य क्षेत्रों में घुस आई। • इन ड्रोनों को सफलतापूर्वक रोक दिया गया।
    • भारतीय सशस्त्र बलों ने इसका मुंहतोड़ जवाब दिया। इसके अलावा, सभी फील्ड कमांडरों को किसी भी संघर्ष विराम उल्लंघन के मामले में उचित कार्रवाई करने के लिए अधिकृत किया गया है।

    क्या बोले DGMO?

    बता दें कि डायरेक्टर जनरल ऑफ मिलिट्री ऑपरेशंस (DGMO) लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि सेना ने पहलगाम आतंकी हमले का जवाब दिया। इस दौरान आतंकी के नौ कैंप तबाह किए गए। हमने 100 आतंकियों की खत्म किया। इसमें मुद्स्सर खास, हाफिज जमिल और रऊफ अजहर जैसे हाई वैल्यू टारगेट लक्ष्य शामिल थे, जो आईसी814 के अपहरण और पुलवामा विस्फोट में शामिल थे। इसके तुरंत बाद पाकिस्तान द्वारा नियंत्रण रेखा का भी उल्लंघन किया गया और हमारे दुश्मन की अनिश्चित और घबराई हुई प्रतिक्रिया से यह स्पष्ट था कि बड़ी संख्या में नागरिक, आबाद गांव और गुरुद्वारा जैसे धार्मिक स्थल दुर्भाग्य से उनके निशाने पर आए, जिससे कई लोगों की जान चली गई।

    'पाकिस्तान ने कई नाकाम कोशिश की'

    डीजीएमओ लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई ने कहा कि जमीन पर, हमने भारतीय वायुसेना के साथ एक एकीकृत ग्रिड स्थापित करने के लिए वायु रक्षा और इलेक्ट्रॉनिक युद्धक परिसंपत्तियों की तैनाती जैसे कुछ उपाय भी किए हैं और मैंने आपमें से कुछ लोगों को हवाई घुसपैठ को नकारने और उसका मुकाबला करने के लिए इस तरह की संरचना के लाभों के बारे में बहुत कुछ कहते और सुनते देखा है।

    उन्होंने कहा, "हमने भूमि, समुद्र और वायु क्षेत्रों में अपने बलों की आवाजाही को शामिल करने के लिए तैनाती भी की। 9-10 मई की रात को ड्रोन और विमानों द्वारा इसी तरह की घुसपैठ देखी गई और इस बार हवाई क्षेत्रों और कुछ बहुत ही महत्वपूर्ण रसद प्रतिष्ठानों को निशाना बनाने का एक ठोस प्रयास किया गया, हालांकि एक बार फिर असफल रहा और एकीकृत भारतीय वायुसेना और भारतीय सेना की वायु रक्षा द्वारा बहादुरी और कुशलता से इसका खंडन किया गया।