J&K FSL ने गुजरात NFSU के साथ MoU पर किए हस्ताक्षर, अनुसंधान और शैक्षिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
नेशनल फोरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) के फाउंडर चांसलर डॉ. जे.एम. व्यास ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन पारस्परिक रूप से लाभकारी शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और साथ ही सुविधा प्रदान करने के नेक इरादे से किया गया है।

अहमदाबाद, राज्य ब्यूरो। जम्मू कश्मीर FSL ने अनुसंधान और प्रशिक्षण गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए राष्ट्रीय फोरेंसिक विज्ञान विश्वविद्यालय के साथ एक समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए हैं। इस समझौता ज्ञापन पर मोहम्मद शाहिद सलीम, निदेशक, FSL, J&K और C.D. जडेजा, कार्यकारी रजिस्ट्रार, एनएफएसयू ने हस्ताक्षर किए। मोहम्मद शाहिद सलीम, निदेशक, एफएसएल, जम्मू-कश्मीर और काजी इरफान, अतिरिक्त सचिव, गृह विभाग, जम्मू-कश्मीर ने भी उस तीव्र गति को स्वीकार किया जिस पर एनएफएसयू ने फोरेंसिक विज्ञान की विभिन्न शाखाओं में महारत हासिल की है।
शैक्षिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
नेशनल फोरेंसिक साइंसेज यूनिवर्सिटी (एनएफएसयू) के फाउंडर चांसलर डॉ. जे.एम. व्यास ने कहा कि यह समझौता ज्ञापन पारस्परिक रूप से लाभकारी शैक्षिक गतिविधियों को बढ़ावा देने और सुविधा प्रदान करने के नेक इरादे से किया गया है। जो आपस में जुड़े हुए हैं और दोनों पक्षों के लिए संगठनात्मक विकास को बढ़ाते हैं।
समझौता ज्ञापन फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL) को फोरेंसिक विज्ञान के सभी क्षेत्रों में 'उत्कृष्टता केंद्र' में बदलने का प्रयास करता है। सलीम, निदेशक-एफएसएल, जम्मू-कश्मीर और इरफान, अतिरिक्त सचिव-गृह विभाग, जम्मू-कश्मीर ने भी एनएफएसयू के विभिन्न उत्कृष्टता केंद्रों और प्रयोगशालाओं का दौरा किया। साइबर सुरक्षा, नशीले पदार्थों की दवाओं और मन प्रभावी पदार्थों सहित; खोजी और फोरेंसिक मनोविज्ञान; बैलिस्टिक्स रिसर्च सेंटर और टेस्टिंग रेंज आदि शामिल हैं।

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