'अगर तुम गलत नहीं हो तो...', गुजरात में महिला की 'अग्निपरीक्षा', खौलते तेल में डाल दिया हाथ-पैर
गुजरात के मेहसाणा जिले में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है। 28 वर्षीय महिला को चरित्र पर शक के चलते अग्निपरीक्षा देने के लिए मजबूर किया गया। आरोपियों ने खौलते तेल में हाथ और पैर डालकर उसे गंभीर रूप से झुलसा दिया। पीड़िता का अस्पताल में इलाज चल रहा है। पुलिस ने ननंद और नंनदोई समेत चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है।

डिजिटल डेस्क, मेहसाणा। गुजरात के मेहसाणा जिले से एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। 28 वर्षीय महिला के चरित्र पर उंगली उठाते हुए उसे अग्निपरीक्षा देने के लिए मजबूर किया गया। इस घटना में पीड़िता बुरी तरह से घायल हो गई और अस्पताल में उसका इलाज चल रहा है। पुलिस ने पीड़िता की ननंद और नंनदोई समेत 4 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
यह मामला मेहसाणा के विजापुर तालुका स्थित गेरिटा गांव का है। पीड़िता के सास, ससुर, ननंद और नंनदोई ने उसके चरित्र पर झूठे शक के आधार पर जबरन अग्नि परीक्षा दिलाई, जिससे पीड़िता बुरी तरह से झुलस गई।
पीड़िता ने सुनाई आपबीती
पीड़िता नीरूबेन ने पुलिस को मामले की सूचना दी है। नीरूबेन के अनुसार, यह घटना 16 सितंबर की है। पीड़िता की ननंद जमनाबेन उसके घर आई और उसे गालियां देते हुए चरित्र पर झूठे आरोप लगाए। ऐसे में जब पीड़िता ने आरोपों से इनकार किया, तो जमनाबेन ने कढ़ाई में तेल गर्म करके पीड़िता को अग्नि परीक्षा देने के लिए कहा।
खौलते तेल में डाला हाथ
जब पीड़िता ने ऐसा करने से मना किया, तो जमनाबेन ने अपने पति मनुभाई, दयालभाई और हीराभाई ने मिलकर पीड़िता को मारा और जबरन उसका हाथ पकड़ कर खौलते हुए तेल में डाल दिया। पीड़िता दर्द से बुरी तरह छटपटा रही थी। मगर, आरोपी यहीं नहीं रुके, उन्होंने गर्म तेल में पीड़िता का पैर भी डाल दिया।
पुलिस ने दर्ज की शिकायत
पीड़िता दर्द में चिल्ला रही थी, तभी उसका पति घर पहुंचा और पीड़िता को फौरन अस्पताल लेकर गया। इलाज के बाद पीड़िता ने पुलिस को अपनी आपबीती सुनाई। पुलिस ने शिकायत आधार पर बीएनएस की धारा 323, 324 और 114 के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है।
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