Move to Jagran APP

Gujarat Assembly Election 2022: अर्जुन मोढवाडिया बोले, शंकर सिंह वाघेला का कांग्रेस में हमेशा स्वागत

Gujarat Assembly Election 2022 कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया व पूर्व सीएम शंकर सिंह वाघेला को मेहसाणा की एक अदालत ने समन जारी किया है। पूर्व गृह मंत्री व सहकारिता नेता विपुल चौधरी के खिलाफ गवाह के तौर पर पेश होने के लिए दोनों को समन जारी किया गया।

By AgencyEdited By: Sachin Kumar MishraPublished: Tue, 04 Oct 2022 06:22 PM (IST)Updated: Tue, 04 Oct 2022 09:49 PM (IST)
Gujarat Assembly Election 2022: अर्जुन मोढवाडिया बोले, शंकर सिंह वाघेला का कांग्रेस में हमेशा स्वागत
कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया और वाघेला को भ्रष्टाचार मामले में गवाह के तौर पर पेश होने का समन। फाइल फोटो

अहमदाबाद, एजेंसी। Gujarat News: गुजरात में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया (Arjun Modhwadia) व पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला (Shankersinh Vaghela) को मेहसाणा की एक अदालत ने समन जारी किया है। पूर्व गृह मंत्री और सहकारिता नेता विपुल चौधरी (Vipul Chaudhary) के खिलाफ भ्रष्टाचार के एक मामले में गवाह के तौर पर पेश होने के लिए मोढवाडिया और वाघेला को कोर्ट ने समन जारी किया है। इस बीच, अर्जुन मोढवाडिया ने कहा कि कांग्रेस में शंकर सिंह वाघेला का हमेशा स्वागत है।

loksabha election banner

मेहसाणा में करेंगे रैली

प्रेट्र के मुताबिक, एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में मंगलवार को अर्जुन मोढवाडिया और शंकर सिंह वाघेला ने कहा कि उन्हें अदालत ने छह अक्टूबर को मामले में गवाह के तौर पर पेश होने के लिए तलब किया है। सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर अपने फायदे के लिए कानून का दुरुपयोग करने का आरोप लगाते हुए नेताओं ने कहा कि वे सत्ताधारी पार्टी द्वारा किए गए प्रयास का मुकाबला करेंगे और मेहसाणा शहर में एक विशाल रैली करेंगे।

एसीबी ने विपुल चौधरी को किया था गिरफ्तार

पिछले महीने गुजरात भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसीबी) ने विपुल चौधरी को दूधसागर डेयरी के अध्यक्ष रहते हुए लगभग 800 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितताओं के मामले में गिरफ्तार किया था। मोढवाडिया ने सत्तारूढ़ दल पर सहकारी नेताओं पर उसके सामने आत्मसमर्पण करने या परिणाम भुगतने का दबाव बनाने का आरोप लगाया।

भाजपा पर साधा निशाना

मोढवाडिया ने कहा कि सदस्यों को अपने अध्यक्ष, उपाध्यक्ष या दुग्ध सहकारी समितियों के निदेशक को नियुक्त करने का अधिकार है। चौधरी भाजपा के सामने आत्मसमर्पण करने के लिए तैयार नहीं थे, जिसके कारण उन्हें जेल जाना पड़ा। सहकारिता सदस्यों की होती है न कि भाजपा की, और इसके नेताओं को हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए, अन्यथा उन्हें रास्ता दिखाया जाएगा। वाघेला ने कहा कि सरकारी वकील भाजपा नेताओं की मदद कर रहे हैं और पूरी घटना राजनीति से प्रेरित है और चौधरी के खिलाफ कार्रवाई निराधार है।

जानें, क्या है मामला

चौधरी गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन संघ (जीसीएमएमएफ) के पूर्व अध्यक्ष हैं, जो प्रसिद्ध अमूल ब्रांड के मालिक हैं। उन्होंने मेहसाणा जिला सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड का भी नेतृत्व किया है, जिसे दूधसागर डेयरी के नाम से जाना जाता है। मेहसाणा एसीबी ने चौधरी और अन्य पर लगभग 800 करोड़ रुपये की कथित वित्तीय अनियमितताओं के संबंध में मामला दर्ज किया था, जब वह 2005 और 2016 के बीच दूधसागर डेयरी के अध्यक्ष थे। दूधसागर डेयरी के तत्कालीन अध्यक्ष के रूप में चौधरी ने अपराध की आय को उस विशिष्ट उद्देश्य के लिए बनाई गई 31 कंपनियों के बैंक खातों में जमा करके कथित तौर पर मनी लांड्रिंग में लिप्त था।

मोढवाडिया बोले, कांग्रेस में वाघेला का हमेशा स्वागत है

गुजरात से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अर्जुन मोढवाडिया ने मंगलवार को कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री शंकर सिंह वाघेला का पार्टी में वापसी के लिए हमेशा स्वागत है। गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता के पद से इस्तीफा देने के बाद 2017 में छोड़ने से पहले वाघेला दो दशक तक कांग्रेस के साथ थे। मोढवाडिया से यह पूछे जाने पर कि क्या मंच साझा करने से संकेत मिलता है कि वाघेला पार्टी में लौट सकते हैं, उन्होंने कहा कि वाघेला के लिए कांग्रेस में शामिल होने का मार्ग प्रशस्त किया गया है, और यह उन्हें और पार्टी आलाकमान को तय करना है। गुजरात में राज्य विधानसभा चुनाव साल के अंत तक होने वाले हैं। इस बारे में पूछे जाने पर वाघेला ने कहा कि मोढवाडिया ने जो कहा वह सही था।

वाघेला ने कही थी ये बात

पूर्व मुख्यमंत्री वाघेला ने पिछले फरवरी में कहा था कि उन्हें भाजपा से लड़ने के लिए कांग्रेस में शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं है। वरिष्ठ नेता ने पिछले फरवरी में कहा था कि मैं भाजपा से लड़ने के लिए बिना किसी पूर्व शर्त के कांग्रेस में शामिल होने के लिए तैयार हूं। मुझे कांग्रेस में शामिल होने में कोई दिक्कत नहीं है। मैं दिल्ली में मैडम सोनिया जी और राहुल गांधी से मिलने के बाद उचित निर्णय लूंगा। एक पूर्व राज्य कांग्रेस अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री वाघेला ने लगभग दो दशकों तक सेवा करने के बाद जुलाई 2017 में पार्टी के साथ नाता तोड़ने का फैसला किया था। वह तब गुजरात विधानसभा में विपक्ष के नेता थे। 2019 में वह पार्टी प्रमुख शरद पवार की उपस्थिति में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में शामिल हो गए। वाघेला ने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत बीजेपी से की थी। 1995 में भाजपा के राज्य में सत्ता में आने और केशुभाई पटेल को उनके बजाय मुख्यमंत्री बनाने के लिए चुने जाने के बाद वाघेला 1996 में कांग्रेस के बाहरी समर्थन से मुख्यमंत्री बने थे। बाद में वह कांग्रेस में शामिल हो गए और मनमोहन सिंह सरकार में कपड़ा मंत्री के रूप में कार्य किया था।

यह भी पढ़ेंः कांग्रेस नेता भरत सिंह सोलंकी पर पत्नी ने घरेलू हिंसा का लगाया आरोप, कहा-नहीं दूंगी तलाक


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.