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    Govind Dholakia News: राम मंदिर को चंदा देकर बटोरी सुर्खियां, अब BJP भेज रही राज्यसभा; कौन हैं गोविंद भाई ढोलकिया

    By Anurag GuptaEdited By: Anurag Gupta
    Updated: Wed, 14 Feb 2024 05:53 PM (IST)

    भाजपा ने गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंद भाई ढोलकिया को राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया है। अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर को लेकर गोविंद भाई ढोलकिया ने सुर्खियां बटोरी थीं और अब उन्हें भाजपा ने राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि भाजपा के चारों उम्मीदवार निर्विरोध चुने जाएंगे। गोविंद ढोलकिया को गोविंदकाका के नाम से भी जाना जाता है।

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    गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंद भाई ढोलकिया

    डिजिटल डेस्क, अहमदाबाद। Govind Dholakia Nominated for Rajya Sabha: भाजपा ने गुजरात के हीरा कारोबारी गोविंद भाई ढोलकिया को राज्यसभा उम्मीदवार घोषित किया है। भाजपा ने गुजरात से खाली हुई राज्यसभा की चार सीटों के लिए उम्मीदवारों का एलान कर दिया है जिसमें पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा, गोविंद भाई ढोलकिया, मयंक भाई नायक और जशवंत सिंह सलाम सिंह परामर शामिल हैं।

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    अयोध्या में नवनिर्मित राम मंदिर को लेकर गोविंद भाई ढोलकिया ने सुर्खियां बटोरी थीं और अब उन्हें भाजपा ने राज्यसभा भेजने का निर्णय लिया है। माना जा रहा है कि भाजपा के चारों उम्मीदवार निर्विरोध चुने जाएंगे।

    गोविंद भाई ढोलकिया ने राम मंदिर निर्माण के लिए सर्वाधिक 11 करोड़ रुपये का चंदा दिया था। साथ ही वह लंबे समय से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) से जुड़े हुए हैं और 1992 में कारसेवा में भी शामिल हुए थे।

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    कौन हैं गोविंद भाई ढोलकिया?

    गोविंद ढोलकिया जिन्हें गोविंदकाका के नाम से जाना जाता है, उन्होंने एसआरके की स्थापना की है। दरअसल, यह कंपनी दुनिया के अग्रणी हीरा क्राफ्टिंग और निर्यात समूह में से एक है। एसआरके की बदौलत छह हजार से अधिक लोगों का जीवन चलता है।

    अमरेली जिले के दुधाला गांव के निवासी गोविंद भाई ने 1970 से पहले सूरत जाकर एक हीरा कारीगर के रूप में काम शुरू किया था। शुरुआती पांच साल उन्होंने बतौर श्रमिक काम किया और फिर हीरा पॉलिस इत्यादि से जुड़े थे।

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    गोविंदकाका ने अपने दोस्तों संग मिलकर एक कंपनी खोलने का निर्णय लिया। ऐसे में उन्होंने 'रामकृष्ण डायमंड' नामक एक हीरा कंपनी की शुरुआत की, जिसके बाद उन्होंने कभी भी पीछे मुड़कर नहीं देखा।

    बता दें कि गोविंदकाका का नाम दिवाली के मौके पर भी सुर्खियां बटोरता है। वह अपने कर्मचारियों को कीमती उपहार देने के लिए जाने जाते हैं और तो और उन्होंने राम मंदिर निर्माण कार्य में भी मदद की है। उन्होंने राम मंदिर को सर्वाधिक 11 करोड़ रुपये का चंदा दिया है।