'सिर्फ हवा-हवाई बातें नहीं हैं 2047 तक विकसित भारत का संकल्प', वित्त मंत्री सीतारमण ने आत्मनिर्भरता पर दिया जोर
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण शनिवार को आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प सिर्फ हवा-हवाई बातें नहीं है बल्कि यह एक प्राप्त करने योग्य लक्ष्य है।सीतारमण ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य सिर्फ इसलिए निर्धारित नहीं किया गया है कि उस समय आजादी की 100वीं वर्षगांठ होगी।सीतारमण ने सर्विसेज और मैन्यूफैक्चरिंग क्षेत्रों के विकास की आवश्यकता पर भी जोर दिया।
एएनआइ, अहमदाबाद। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को अहमदाबाद में कहा कि 2047 तक विकसित भारत बनाने का संकल्प सिर्फ हवा-हवाई बातें नहीं है बल्कि यह एक प्राप्त करने योग्य लक्ष्य है। गुजरात चैंबर ऑफ कामर्स एंड इंडस्ट्री (जीसीसीआइ) परिसर में आयोजित एक बातचीत के दौरान सीतारमण ने आत्मनिर्भरता पर जोर देते हुए कहा कि हम सिर्फ चीजों का आयात नहीं कर सकते हैं। हमें जो भी चाहिए, उसका उत्पादन करना होगा।
सीतारमण ने कहा कि 2047 तक विकसित भारत का लक्ष्य सिर्फ इसलिए निर्धारित नहीं किया गया है कि उस समय आजादी की 100वीं वर्षगांठ होगी। यह समय इसलिए तय किया गया है कि अगले 25 सालों में हम ठोस प्रयास करके उस लक्ष्य तक पहुंचने में सक्षम बन सकते हैं।
सीतारमण ने की भारतीय बैंकिंग सेक्टर की प्रशंसा
सीतारमण ने सर्विसेज और मैन्यूफैक्चरिंग दोनों क्षेत्रों के विकास की आवश्यकता पर भी जोर दिया। वित्त मंत्री सीतारमण ने कहा कि 2014 के बाद से भारतीय अर्थव्यवस्था की बहाली हार्वर्ड बिजनेस स्कूल के लिए एक केस स्टडी है। उन्होंने कहा कि बैंकों की मजबूत स्थिति बैंकिंग क्षेत्र में बदलाव और 2014 से सरकार शुरू किए गए सुधारों को रेखांकित करते हैं। उन्होंने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बीच बैंकों के विलय को प्रभावी तरीके से प्रबंधित करने और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए भारतीय बैंकिंग सेक्टर की प्रशंसा की।
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