Gujarat के मोरबी में पुल गिरने से मरने वालों की संख्या 100 से अधिक, पीएम और सीएम ने मुआवजे का किया एलान
गुजरात के मोरबी जिले में मच्छू नदी पर बना केबल पुल टूट गया। यह पुल करीब 200 साल पुराना था। इस हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई। हादसे के वक्त पुल पर 300 से अधिक लोग मौजूद थे।
राज्य ब्यूरो, अहमदाबाद। गुजरात के मोरबी जिले में रविवार शाम मच्छू नदी पर बना केबल पुल टूट गया। यह पुल करीब 200 साल पुराना था। इस हादसे में 100 से ज्यादा लोगों की मृत्यु हो गई। हालांकि प्रदेश के गृह राज्यमंत्री हर्ष संघवी ने सात लोगों के मरने की ही पुष्टि की है। हादसे के वक्त पुल पर 300 से अधिक लोग मौजूद थे। 70 लोगों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। इसी बीच गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल घटना स्थल पर पहुंच गए हैं।
पीएम मोदी ने जताया दुख
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हादसे पर दुख जताते हुए गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल से बात की और हरसंभव मदद का भरोसा दिया। मृतकों के स्वजन को केंद्र सरकार ने दो-दो लाख रुपये और प्रदेश सरकार ने चार-चार लाख रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही घायलों को केंद्र और प्रदेश सरकार की ओर 50-50 हजार रुपये देने की घोषणा की गई है।
PM @narendramodi spoke to Gujarat CM @Bhupendrapbjp and other officials regarding the mishap in Morbi. He has sought urgent mobilisation of teams for rescue ops. He has asked that the situation be closely and continuously monitored, and extend all possible help to those affected.
— PMO India (@PMOIndia) October 30, 2022
मुख्यमंत्री घटना स्थल पहुंचे
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल मोरबी में हुए हादसे के घटना स्थल पहुंचे हैं। उन्होंने वहां की स्थिति के बारे में जाना। इसके बाद सीएम ने अस्पताल का दौरा कर घायलों का भी हाल जाना है। मालूम हो कि यह पुल पिछले दो साल से मरम्मत के लिए बंद था और काम पूरा होने के बाद एक दिन पहले ही लोगों के लिए खोला गया था। दीपावली की छुट्टियां और रविवार होने की वजह से महिलाओं और बच्चों समेत बड़ी संख्या में लोग पुल को देखने के लिए आए थे। पुल टूटते ही उस पर मौजूद सभी लोग मच्छू नदी में जा गिरे। पुल के साथ नदी में गिरे कुछ लोग तैरते हुए और उसकी केबल के जरिये ऊपर चढ़ते नजर आए।
प्रदेश सरकार ने बनाई जांच समिति
दुर्घटना की जांच के लिए सरकार ने पांच वरिष्ठ अधिकारियों की समिति गठित की है इसमें महानगर पालिका प्रशासन आयुक्त राजकुमार बेनीवाल, चीफ इंजीनियर केएम पटेल, एलडी इंजीनिय¨रग कालेज के विभागाध्यक्ष डा. गोपाल टांक, मार्ग एवं आवास विभाग के सचिव संदीप वसावा तथा सीआइडी क्राइम के आइजी सुभाष त्रिवेदी शामिल हैं।
अमित शाह ने दिए तुरंत उपचार के निर्देश
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मोरबी हादसे पर दुख व्यक्त की है। उन्होंने कहा, ' मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूँ। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुंच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं।'
मोरबी में हुए हादसे से अत्यंत दुखी हूँ। इस विषय में मैंने गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष संघवी व अन्य अधिकारियों से बात की है। स्थानीय प्रशासन पूरी तत्परता से राहत कार्य में लगा है, NDRF भी शीघ्र घटनास्थल पर पहुँच रही है। प्रशासन को घायलों को तुरंत उपचार देने के निर्देश दिए हैं।
— Amit Shah (@AmitShah) October 30, 2022
एनडीआरएफ की दो टीमों को गांधीनगर से मोरबी भेजा गया
राजकोट के दमकल विभाग की 7 टीमों को बचाव के लिए बुलाया गया है। इसके अलावा एसडीआरएफ की टीम के अलावा नावों समेत टीमों को भी बचाव कार्य के लिए बुलाया गया है. मोरबी के लिए राजकोट शहर और जिले की एंबुलेंस भी बुलाई गई हैं। इसके अलावा कच्छ से तैराकों को बुलाया गया है। एनडीआरएफ की टीम भी बुला ली गई है। गांधीनगर से एनडीआरएफ की दो टीमें भेजी गई हैं।
38 साल पहले हुआ था मच्छू बांध हादसा
11 अगस्त, 1979 की दोपहर करीब सवा तीन बजे मच्छू बांध टूट गया था। इसके चलते 15 मिनट में ही पूरा शहर पानी में डूब गया था। दो घंटे के अंदर मकान और इमारतें ढहने लगी थीं और देखते ही देखते हजारों पशु व लोग काल कवलित हो गये थे। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इसमें एक हजार लोग मारे गये थे, जबकि विपक्षियों के मुताबिक 25 हजार लोग मारे गए थे।
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