Ahmedabad Plane Crash: 8 दिन पहले हुई थी गोद भराई, एक दिन पहले ही आई थी अहमदाबाद; विमान हादसे में महुवा की महिला की मौत
काजलबेन की आठ दिन पहले ही गोद भराई हुई थी और उनकी शादी तलाजा तालुका के देवली गांव में तय हुई थी। प्लेन दुर्घटना से एक दिन पहले ही वो अहमदाबाद आईं थी। कल दोपहर वो अपने होने वाले पति न्यूरोलॉजिस्ट प्रदीपभाई सोलंकी और सूरत में एमडी की पढ़ाई कर रहे अपने भाई भाविन धीरूभाई सेंटा के साथ लंच किया था।
जेएनएन, अहमदाबाद। अहमदाबाद में हुए प्लेन क्रैश में कई लोगों ने अपने परिवार के लोगों को खो दिया। कुल 265 लोगों की मौत हुई है। विमान में सवार 242 में से 241 लोगों ने अपनी जान गंवा दी और विमान हादसे के चपेट में आए कई लोगों की भी जान चली गई।
महुवा की रहने वाली काजलबेन प्रदीपभाई सोलंकी गुरुवार को प्लेन क्रैश से थोड़ी देर पहले बी.जे. मेडिकल हॉस्टल के मेस में अपने होने वाले पति और अपने भाई के साथ लंच किया था। फिर अचानक आसमान से मौत बनकर आए एअर इंडिया के विमान की चपेट में आने से काजलबेन की मौत हो गई।
8 दिन पहले हुई थी गोदभराई
काजलबेन की आठ दिन पहले ही गोद भराई हुई थी और उनकी शादी तलाजा तालुका के देवली गांव में तय हुई थी। प्लेन दुर्घटना से एक दिन पहले ही वो अहमदाबाद आईं थी। कल दोपहर वो अपने होने वाले पति न्यूरोलॉजिस्ट प्रदीपभाई सोलंकी और सूरत में एमडी की पढ़ाई कर रहे अपने भाई भाविन धीरूभाई सेंटा के साथ लंच किया था।
होने वाली पत्नी और उसके भाई के साथ लंच करने के बाद प्रदीपभाई सोलंकी अपनी ड्यूटी पर चले गए थे। इस बीच पता चला कि इस घटना में काजलबेन की मौत हो गई, जबकि सूरत से उनसे मिलने आए भाई भाविनभाई का अभी तक कोई सुराग नहीं मिला है।
चमत्कारिक रूप से बचा एक यात्री
इस घटना में विमान में सवार सिर्फ एक व्यक्ति की जान बची है, जिसका नाम विश्वास कुमार रमेश है। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए बताया कि वो विमान से कूदा नहीं था बल्कि सीट समेत विमान से बाहर आ गया था।
बता दें कि फ्लाइट में 242 लोग सवार थे, जिसमें 241 लोगों की मौत हो गई है। लंदन जाने वाली एअर इंडिया की फ्लाइट ने करीब 1.38 बजे उड़ान भरी। टेक ऑफ के कुछ सेकेंड के बाद ही विमान बीजे मेडिकल कॉलेज हॉस्टल से टकरा गया।
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